आदिवासियों गढ्ढा खोदना सीख गये हो अब मुंह चलाना सीख जाओ-कमलनाथ, लामता में जय जोहार से की संबोधन की शुरूआत, परसवाड़ा से सबसे बड़ी जीत करेंगे भेंट-मधु भगत

बालाघाट. कांग्रेस की लामता में आयोजित जनसभा को संबोधित करने पहुंचे कमलनाथ ने बिरसा मुंडा,  राजाभोज, महात्मा ज्योतिबा फुले, रानी अवंतीबाई जैसे महापुरूषों का नाम लेकर जय जोहार से अपना संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि हमने  15 महिने की सरकार में वचन पत्रो का पूरा करने का काम किया है. प्रदेश के किसानों की कर्जमाफी की. जिसमें बालाघाट जिले के 85 हजार किसानों का पहली किश्त में कर्जा माफ किया. 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली दी, लेकिन 2020 में वोटो के आधार पर बनी सरकार को भाजपा ने सौदा कर सरकार को गिरा दिया. 15 महिने की सरकार में ढाई महिने लोकसभा की आचार संहिता में गुजर गये. साढ़े 11 महिने में हमने नीयत और नियति का परिचय दिया. हमने शुरूआत की थी कि किसानो में परिवर्तन आये, नौजवानों का भविष्य सुरक्षित होवे, हमारे किसानों को दुःख ना होवे, परेशानी ना होवे, खाद बीज के लिए उन्हें भटकना ना पड़े. उपज का सही मूल्य मिले. आज प्रदेश में किसान की धान का क्या भाव है, लेकिन चिंता मत करिये, 5 महिने में प्रदेश में बनने वाली कांग्रेस की सरकार रबी की धान को भी समर्थन मूल्य में खरीदेगी. बालाघाट कृषि उत्पादक जिला है, किसान की जेब में  पैसा होगा तो गांव की किराना दुकान चलेगी, बाजार चलेगा. किसान में खरीदने की ताकत होगी वह अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई और कपड़े पहन सकते है. हमने साढ़े 11 महिने की सरकार में किसानों को चिंता की,  नौजवानो की चिंता की, क्योंकि युवा भविष्य में प्रदेश का निर्माण करेंगे, लेकिन आज प्रदेश में नौजवान भटक रहा है, किसान पलायन कर रहा है. कैसा होगा भविष्य का निर्माण? यह एक बड़ा सवाल है, प्रदेश में निवेश आता तो नौजवान को नौकरी मिलती लेकिन प्रदेश में विश्वास हो तो निवेश आये. उम्मीद जागे लेकिन प्रदेश की पहचान बनी थी, भ्रष्टाचार से, निवेशकों में विश्वास पैदा नहीं हो रहा था, लेकिन जब हमने सरकार चलाई तो माफिया के खिलाफ मुहिम चालु किया, शुद्ध से युद्ध शुरू किया. निवेश आये, नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रहे. हमने कौन सा पाप किया था. प्रदेश में साढ़े 11 महिने की सरकार में 11 हजार गौशाला बनवाई. जबकि जब हमें प्रदेश की सत्ता मिली थी तो प्रदेश किसानो की आत्महत्या में नंबर वन, बेरोजगारी, महिला अत्याचार में नंबर वन था, जिसको लेकर काफी चुनौतियां थी. 18 साल तक शिवराज सरकार को बहनो और नौजवानों की याद नहीं आई. चुनाव के पांच महिने पूर्व, मुख्यमंत्री शिवराज को बहने याद आ रही है, नौजवान याद आ रहे है. कर्मचारी याद आ रहे है. शिवराज सरकार ने प्रदेश को क्या दिया महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कोरोना में मौत, माफियाराज, बलात्कार और घर-घर में शराब दी. आदिवासी क्षेत्र है, पेसा कानून को 17 साल हो गये है, 17 साल बाद उसे लागु कर रहे है जिससे उनकी नियत को समझ लीजिये. जबकि प्रदेश में आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार होता है, यह हमें समझना है, जिसमें भी ऐसे नियम बनाये गये है, जो लागु नहीं हो सकता है. पेसा भर्ती में घोटाला किया.  

 पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज जेब में नारियल लेकर घूम रहे है जहां मौका मिला फोड़ लो, लेकिन आपको इसकी चिंता करना है कि प्रदेश कैसा चलेगा. संस्कृति जीवित रखने की चिंता करना है. आदिवासी भाई भोले-भाले होते है तुम गढ्ढा खोदना तो सीख गये अब  मुंह चलाना सीखो. मणिपुर में क्या हो रहा है, वहां तो भाजपा की सरकार है,  आदिवासियों और गैस आदिवासी का विवाद है, जहां सरकार आदिवासी और गैर आदिवासियों को बांटने का काम कर रही है. हमें देश की संस्कृति की रक्षा करनी है, विकास करना है, चुनाव में जो भी कांग्रेस का उम्मीदवार होगा, हमें उसे जीताकर प्रदेश में सरकार बनाने भेजना है. जनसमुदाय की उपस्थित संख्या से मुझे बल और शक्ति मिली है. 18 साल के भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बालाघाट और परसवाड़ा में विकास की कमी को देखकर दुःख होता है.  

इससे पूर्व पूर्व विधायक मधु भगत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष हट्टा में डिग्री कॉलेज, चांगोटोला में आईटीआई, परसवाड़ा में पॉलीटेक्निक कॉलेज, बांध और जलाशय जैसे अन्य कई प्रस्तावों को रखते हुए कहा कि आपके मुख्यमंत्री बनने के बाद यह प्रस्ताव में पहुंचाउंगा. उन्होंने विश्वास दिलाया कि यहां सभी संगठित है और जिले की सभी 6 सीटो पर कांग्रेस की जीत होगी. जिसमें परसवाड़ा में बड़ी जीत की भेंट आपको देंगे. कार्यक्रम को विधायक एवं जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय उईके सहित अन्य मंचासीन नेताओं ने भी संबोधित किया.  


Web Title : KAMAL NATH BEGINS HIS ADDRESS WITH JAI JOHAR IN LAMTA, WILL WIN THE BIGGEST VICTORY FROM PARASWADA MADHU BHAGAT