जाति प्रथा, छुआछुत के खिलाफ महात्मा ज्योतिबा फुले का अहम योगदान-विवेक पटेल

वारासिवनी. आधुनिक भारत के महानायक समाज सुधारक समानता वादी विचारक लेखक, समाजसेवी दर्शनिक क्रांतिकारी सत्यशोधक समाज के संस्थापक, अक्षर ज्योति के प्रेरता महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती नगर में बड़े ही धूमधाम से मनाया गई.   इस दौरान मरारमाली समाज के गणमान्य नागरिकों द्वारा कॉलेज चौक पहुँचकर महात्मा ज्योतिबा फुले की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया. इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष सरिता मनोज दांद्रे, पूर्व नपाध्यक्ष दीपालता देशमुख, मरारमाली समाज के जिला उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, ब्लाक अध्यक्ष अशोक मरार,पार्षद संदीप मिश्रा, मनोज दांद्रे,परमानंद नागफासे, रेवाराम पंचेश्वर,दीपक देवेश्वर, एल. सी. कावरे, पी. डी. बाहेश्वर, डॉ. छबिलाल नागेश्वर,नंदलाल तामेश्वर, हेमंत देशमुख,किशोर तामेश्वर, कन्हैया खैरवार, हरि क्षीरसागर सहित समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे.

विधायक विवेक विक्की पटेल ने कहा कि देश की सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना में ज्योतिबा फुले का  महत्वपूर्ण योगदान रहा है. जाति प्रथा और छुआछुत के खिलाफ महात्मा ज्योतिबा फुले ने महान काम किया था. शिक्षा और समाज उन्नति के लिए देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के साथ महात्मा ज्योतिबा फुले ने ऐसे दौर में अलख जगाई, जब शायद लड़कियों का घर से बहार निकलना भी मुश्किल था. उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर नई क्रांतिकारी का काम किया. उन्ही की देन है कि महिलाएं शिक्षित हो रही है और हर शासकीय विभागों में बड़े से बड़ा अधिकारी बनकर समाज को आगे बढ़ा रही है.


Web Title : MAHATMA JYOTIBA PHULES CONTRIBUTION AGAINST CASTE SYSTEM, UNTOUCHABILITY: VIVEK PATEL