नपा का डीजल घोटाला: नपाध्यक्ष ने प्रशासन से प्रशासनिक समिति बनाकर की जांच की मांग, विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि ईओडब्ल्यु से कराई जाए जांच

बालाघाट. नगरपालिका के वाहनो में डलने वाले डीजल को लेकर सीएमओ मॉनिटरिंग में उजागर हुए घोटाले का  मामला, अब तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए है. जहां इस मामले में नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सभापतियों ने 01 अप्रैल को कलेक्टर के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कलेक्टर के मार्गदर्शन में गठित समिति से जांच किए जाने की मांग की गई.  

सत्तापक्ष के साथियो के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची नपाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि डीजल खरीदी में अनियमितता हुई है, जिसकी निष्पक्षता से जांच के लिए हमने कलेक्टर महोदय के मार्गदर्शन में गठित समिति से जांच किए जाने की मांग की है और जब तक की समिति जांच करना चाहे, कर सकती हैं, लेकिन सीएमओ द्वारा गठित समिति से इसकी जांच ना की जाए. उन्होंने कहा कि डीजल अनियमितता से नपा की छवि धूमिल हो रही है. अध्यक्ष श्रीमती ठाकुर ने विधायक अनुभा मुंजारे के परिषद के पार्षदों और सभापतियो के वाहनों पर डीजल डलवाए जाने के आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अप्रमाणित इस आरोप पर परिषद से माफी मांगने की बात कही है. उन्होंने कहा कि बिना साक्ष्य के आधार पर आरोप ना लगाए. उन्होंने कहा कि नगरपालिका में सारे रिकॉर्ड है, समिति की जांच में वह सब उजागर हो जाएगा. एक सवाल के जवाब में डीजल प्रभारी को लेकर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए अध्यक्ष श्रीमती ठाकुर ने कहा कि इन सब की जानकारी सीएमओ देंगे. जांच समिति के सामने सब आ जाएगा और सब क्लियर हो जाएगा.

दूसरी ओर नपा मंे विपक्ष कांग्रेस ने प्रशासन से इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यु से कराए जाने की मांग का ज्ञापन दिया है. ताकि पूरे मामले मंे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. नेता प्रतिपक्ष योगराज कारो लिल्हारे ने कहा कि प्रशासनिक समिति की जांच पर भरोसा नहीं है. चूंकि दबाव में समिति सही जांच नहीं करेगी. यह करोड़ो का घोटाला है, जो लंबे समय से नगरपालिका में किया जा रहा था. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि डीजल के नाम पर जनता के टैक्स में घोटाला किया गया है.  

उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को दोषी बताकर प्रथमदृष्टया कार्यवाही की गई है, यह संभव ही नहीं है कि वह इतने बड़े घोटाले में शामिल हो. जरूर इतना बड़ा घोटाला, बड़े नेताओं के संरक्षण में किया गया है. उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जांच के लिए पेट्रोल पंप के सीसीटीव्ही फुटेज को देखा जाए और गाड़ियो के नंबरों का खुलासा किया जाए. उन्होंने कहा कि यह घोटाला, कांग्रेस के विधायक प्रतिनिधि और हमारे द्वारा मौखिक रूप से सीएमओ केा जानकारी देने के बाद सामने आया है.  

एक सवाल के जवाब मंे नेता प्रतिपक्ष कारो लिल्हारे ने कहा कि नपाध्यक्ष झूठ बोल रही है. यदि उन्हें यह नहीं पता कि डीजल का प्रभारी कौन है और कौन पर्ची काटता है तो उन्हें नैतिकता के आधार स्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा जीरो टालरेंस की बात करती है, दूसरी और सत्ताधारी भाजपा की परिषद में इतना बड़ा घोटाला हो जाता है. उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि पर्ची काटने का काम जिस कर्मी को दिया गया है, वह भाजपा का कार्यकर्ता है. जिससे बचने के लिए अध्यक्ष महोदया नाम नहीं ले रही है.  

वहीं विधायक प्रतिनिधि शफकत खान ने कहा कि यह मामला दर्शाता है कि कई ऐेसे बड़े मामले नगरपालिका में हो रहे है. जिसे उजागर होने की जरूरत है. इस पूरे मामले में एफआईआर होकर जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्यवाही होना चाहिए. अध्यक्ष के एक बयान को कोट करते हुए विधायक प्रतिनिधि शफकत खान ने कहा कि यदि उन्हें इसकी जानकारी थी और जांच के निर्देश सीएमओ को दिए थे तो और जो जानकारी है, उस पर भी वह त्वरित कार्यवाही करें. उन्होंने कहा कि परिषद की बैठक में कई और मामले भी उठाए जात है लेकिन उनकी जांच की जगह तेरा-मेरा कर दिया जाता है.   


Web Title : NAPA DIESEL SCAM: NCP PRESIDENT DEMANDS ADMINISTRATION TO FORM ADMINISTRATIVE COMMITTEE, OPPOSITION CONGRESS SAYS EOW PROBE SHOULD BE CONDUCTED