10 करोड़ की वसुली छोड़ 4 करोड़ का ठेकेदारो का कर्ज चुकाने नपा बेचेगी अपनी संपत्ति, भुगतान नहीं मिलने से नपा ठेकेदारों ने बंद किये काम, मजदूरों पर व्यर्थ व्यय हो रही राशि-मनीष वर्मा

बालाघाट. जिला मुख्यालय की नगरपालिका के इतने खराब चल रहे है कि अब उसके पास ठेकेदारों का भुगतान करने के लिए पैसा नहीं है. लगभग 10 करोड़ के संपत्तिकर की बकाया राशि होने के बावजूद 4 करोड़ रूपये के ठेकेदारों के भुगतान के लिए नगरपालिका अपनी संपत्ति बेचने की बात कर रही है.  

गौरतलब हो कि नगरपालिका द्वारा शहर के विभिन्न वार्डो में नपा के ठेकेदारों के माध्यम से विकास कार्य कराये जा रहे है लेकिन लंबे समय से किये गये कार्यो का ठेकेदारों का नपा की ओर से दिया जाने वाला भुगतान नहीं मिलने से ठेकेदार दीपावली के पहले भुगतान चाह रहे है लेकिन नगरपालिका के पास पैसा नहीं है. नपा द्वारा भुगतान देने में की  रही देरी के चलते सभी लगभग 20 से 25 ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया है.  

30 अक्टूबर को एक बार फिर नपा के ठेकेदारों ने सीएमओ सतीश मटसेनिया से मिलकर किये गये निर्माण कार्यो का दीपावली के पूर्व भुगतान देने की मांग रखते हुए कहा कि जब तक भुगतान नहीं हो जाता, तब तक कार्य बंद रहेगा. हालांकि यह स्थिति तब है, जब प्रदेश में भाजपा की सरकार और बालाघाट के क्षेत्रीय विधायक भाजपा के कद्दावर नेता है, जिनकी विधानसभा क्षेत्र की नगरपालिका के हालत खराब चल रहे है. निर्माण कार्य बंद होने से जहां तत्कालीन पार्षदों को नगर की जनता के भजन सुनने पड़ रहे है, वहीं यदि समय पर काम नहीं किया गया तो इससे न केवल बढ़ती महंगाई से कार्य की लागत बढ़ेगी बल्कि आम लोगों को भी परेशानी होगी.

ठेकेदार राकेश गोस्वामी ने बताया कि नगरपालिका के 20 से 25 ठेकेदार विगत लंबे समय से अपने निर्माण कार्यो के भुगतान की मांग कर रहे है, लेकिन भुगतान नहीं मिला है और आगामी समय में दीपावली है, जिसको लेकर भुगतान जरूरी है ताकि वह निर्माण सामग्री वालों और मजदूरों को दीपावली के पहले भुगतान कर सके, लेकिन नपा से भुगतान नहीं मिलने से सभी ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है. उन्होंने बताया कि मेरा लगभग 10 लाख रूपये बकाया है, जबकि पूरे ठेकेदार का मिलाकर पेमेंट 2 करोड़ का है, जिसका भुगतान नपा द्वारा नहीं किया जा रहा है.

इस मामले में नपा सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि यह सही है कि नपा के पास ठेकेदारों को भुगतान देने के लिए राशि नहीं है, जिसके लिए नपा ने अपनी संपत्ति बेचनी की सोची है ताकि ठेकेदारों को भुगतान कर सके. जबकि पूर्व पार्षद मनीष वर्मा का कहना है कि नगरपालिका में मजदूरों की संख्या कहीं ज्यादा है, जिनके पेमेंट भुगतान में ही राशि खर्च हो जाती है, जबकि नगरपालिका मेें जितने मजदूर है, वह नगरीय क्षेत्र में कम नेताओं और अधिकारियों के घर में काम कर रहे है, जिनका वहन नगरपालिका कर रही है. उन्होंने कहा कि नपा अतिरिक्त आय बढ़ाये और टेक्स की वसुली करें, ताकि नगरीय विकास के कार्य अवरूद्ध न हो.


Web Title : NAPPA TO SELL HIS PROPERTY TO REPAY RS 4 CRORE CONTRACTORS LOANS EXCEPT RECOVERY OF RS 10 CRORE, NPA CONTRACTORS SHUT DOWN WORK DUE TO NON PAYMENT, WASTEFUL EXPENDITURE ON LABOURERS MANISH VERMA