प्रार्थना, दुआ और टोटको से बारिश की कामना,बारिश से मौसम में घुली ठंडकता, खेती को मिली राहत, 24 घंटों में जिले में 21 मि.मी. वर्षा रिकार्ड

बालाघाट. जिले में एक पखवाड़े से ज्यादा समय से बारिश नहीं होने से जहां उमस भरी गर्मी का माहौल था. वहीं खेत बेजान हो गये थे. खेत में परहा लगाने जैसी स्थिति नहीं होने से किसान परेशान था. खेतो में पानी नहीं आने से दरारे नजर आने लगी थी. जिससे आम जनजीवन के साथ ही खेती को लेकर किसान हताश और परेशान था. जिसके चलते बारिश के लिए जहां मंदिरो में प्रार्थना की गई, वही मस्जिदो में दुआयें मांगी गई. जबकि जिले के गांव-गांव में बरसात के लिए टोटके कर बारिश की कामना की गई. जिसका असर भी देखने को मिला. 19 जुलाई की रात की हल्की बारिश के बाद मंगलवार 20 जुलाई को दोपहर तेज बारिश ने जहां मौसम में ठंडकता घोल दी, वहीं बारिश नहीं होने से सूख रहे खेतों को राहत मिली है. किसानों का कहना है कि बस ऐसे ही पानी और आ जायें तो फिर खेत में परहा लगाना युद्धस्तर पर प्रारंभ हो जायेगा. चूंकि खार आ चुकी है लेकिन बरसात नहीं होने से असिचिंत क्षेत्र में फसल नहीं लग पा रही थी.  

वहीं अच्छी बारिश के लिए जिले के भरवेली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पायली में बच्चे और बुजुर्ग पुजारी ने अच्छी बारिश के लिए नंदी की सवारी का टोटका किया गया. बारिश न होने से किसान मायूस है. धान की नर्सरी तैयार है, लेकिन सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से धान की रोपाई नहीं हो पा रही है. जहां रोपाई हो गई है वहां सिंचाई के बिना फसल सूख रही है. अब बारिश के लिए दुआ के साथ लोग टोटका भी कर रहे है. मंगलवार को बालाघाट जिले के पायली गांव में कुछ ऐसा ही नजारा देखने मिला. लोगों ने गांव में मंदिर में पूजा अर्चना के बाद एक बच्चे और पुजारी को नंदी की सवारी कराकर बारिश के लिए प्रार्थना की.  

जुलाई माह में मानसून की पकड़ कमजोर होने से बारिश के आसार दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहे है. जिलेभर में बारिश न होने से सूखे की स्थिति दिखाई दे रही है. अब बारिश के लिए पूजा पाठ के अलावा टोटके भी करने शुरू हो गए है. बालाघाट जिले के ग्रामीण क्षेत्र पायली गांव में  मंगलवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने मिला. जहां ग्रामीणजनों ने पहले गांव के ही दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना की और इसके बाद एक बच्चे और बुजुर्ग पुजारी को नंदी की सवारी करायी. इसके पीछे ग्रामीणजनों का मानना है कि जब भी जिले में बारिश नहीं होती है वे इसी तरह का प्रयास करते है. गांव में पूजा अर्चना के बाद जतरा निकालकर समीपस्थ ज्वालादेवी मंदिर में पूजा अर्चना करते है. जिसके बाद बारिश शुरू हो जाती है.

विज्ञान के इस दौर में भले ही लोग टोने-टोटके को तरजीह नहीं देते हो पर ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी विपत्ति आने पर लोग टोटकों का ही सहारा लेते है. ग्राम पायली में अच्छी बारिश के लिए जिस तरह के टोटके का इजाद किया गया. यह आधुनिकता के इस युग में बहुतों के लिए स्थायी समाधान न हो, पर ग्रामीण भूरू पटेल बताते है कि ऐसा करने से लोग अंधविश्वासी नहीं होंगे बल्कि लोगों की आस्था जुड़ी होने से भला ही होगा.

जिले में 285. 5 मि. मी. औसत वर्षा रिकार्ड

01 जून से प्रारंभ हुए चालू वर्षा सत्र में 20 जुलाई तक बालाघाट जिले में 289 मि. मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गई है. जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 345 मि. मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी. 20 जुलाई 2021 को प्रातः 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान बालाघाट जिले में 21 मि. मी. वर्षा रिकार्ड की गई है. जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि. मी. है. माह जुलाई में सामान्य रूप से 558 मि. मी. वर्षा हो जाना चाहिए और उसमें से 20 जुलाई तक 570 मि. मी. वर्षा होना चाहिये.        कार्यालय अधीक्षक भू-अभिलेख बालाघाट से प्राप्त जानकारी के अनुसार चालू वर्षा सत्र के दौरान 01 जून से 16 जुलाई 2021 तक बालाघाट तहसील में 443. 6 मि. मी., वारासिवनी तहसील में 416. 6 मि. मी., बैहर तहसील में 302 मि. मी., लांजी तहसील में 143 मि. मी., कटंगी तहसील में 280. 7 मि. मी., किरनापुर तहसील में 281 मि. मी., खैरलांजी तहसील में 128 मि. मी., लालबर्रा तहसील में 260 मि. मी., बिरसा तहसील में 302 मि. मी., परसवाड़ा तहसील में 302 मि. मी. एवं तिरोड़ी तहसील में 323 मि. मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई है. इस प्रकार बालाघाट जिले में चालू वर्षा सत्र में अब तक कुल 289 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई है.

गत वर्ष 2020 में इसी अवधि में बालाघाट तहसील में 380. 4 मि. मी., वारासिवनी तहसील में 312. 6 मि. मी., बैहर तहसील में 490 मि. मी., लांजी तहसील में 315. 4 मि. मी., कटंगी तहसील में 293. 3 मि. मी., किरनापुर तहसील में 321. 8 मि. मी., खैरलांजी तहसील में 132. 2 मि. मी., लालबर्रा तहसील में 290 मि. मी., बिरसा तहसील में 411 मि. मी., परसवाड़ा तहसील में 500 मि. मी. एवं तिरोड़ी तहसील में 347 मि. मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई थी.


Web Title : PRAYERS, PRAYERS AND RAIN FROM TOTKO, COOLNESS IN THE WEATHER DUE TO RAIN, RELIEF TO FARMING, 21 MM IN 24 HOURS IN THE DISTRICT. RAIN RECORD