बालाघाट. इस्लाम धर्म के पांच प्रमुख फर्ज है जिसमें से एक रोजा है. जो माहे रमजान की आमद के साथ पूरा एक माह रखा जाता है, यही इबादत का महिना रमजान आज 14 अप्रैल से शुरू हो रहा है. इस पवित्र माह में पांचो वक्त की नमाज के अलावा तराबी की विशेष नमाज भी पढ़ी जाती है.
इस्लाम धर्म के अनुसार रमजान महिने के पूरे रोजे रखना हर मुसलमान पर फर्ज है, रोजे का अर्थ होता है रूकना, परहेज करना और दूर रहना, क्योंकि रोजदार सुबह सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने तक खाने-पीने और दूसरी तमाम बुराईयों से परहेज करता है. अगर कोई रोजदार इस समय के दौरान कुछ खा, पी, ले या दूसरी ख्वाहिश पूरी कर ले तो उसका रोजा टूट जाता है. ज्ञात हो कि इसी मुकद्स माह में अल्लाह की पवित्र किताब ‘‘कुरान’’ पैगंबर हजरत मोहम्मद पर उतारी गई थी. जिसमें पूरी दुनिया के लोगों की भलाई और बेहतरी तथा अमन, शांति का संदेश दिया गया. साथ ही माहे रमजान के पहले रोजे को गौसे आजम की यौमे पैदाईश भी है, इसी के साथ 17 वें रोजे, 21 वें रोजे एवं 27 वे रोजे का रमजान के महिने में विशेष महत्व है.
वर्तमान समय मंे पूरी दुनिया कोविड-19 की वैश्विक महामारी से जूझ रही है. जहां पिछले वर्ष इसी समय पूरे भारत में लॉकडाउन था, वहीं कोरोना के नये स्ट्रेन से पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष स्थिति और भयावह हो गई है. जिसके चलते प्रदेश के ऐसे हिस्से, जहां मरीजों की तादाद ज्यादा है वहां लॉकडाउन लगाया गया और लोगों से कोरोना से बचाव के लिए मॉस्क लगाने और फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करवाने शासन, प्रशासन और धर्मगुरू अपील कर रहे है. जिससे बालाघाट भी अछूता नहीं है. यहां भी विगत दिनों से लगातार सौ से ज्यादा मरीज सामने आ रहे है. जिससे बालाघाट में भी कोरोना महामारी को लेकर शासन और प्रशासन द्वारा बचाव को लेकर निर्देश जारी किये गये है. जिसका पालन करते हुए ईमान तंजीम के प्रदेश संगठन मंत्री हाजी शोएब खान ने जिले के मुस्लिम धर्मावलंबियों से माहे रमजान की इबादत घरों में ही रहकर करने की अपील की है. क्योंकि अहले सुन्नत के केन्द्र दरगाह आला हजरत बरेली शरीफ तथा काजी-ए-भारत असजद रजा खान कादरी, रजा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अदनान रजा कादरी सहित पूरे मुल्क के सज्जादा नशीनों, मुफ्तियों, आलिमों ने यही कहा है.
ईमान तंजीम के प्रदेश संगठन मंत्री हाजी शोएब खान ने बताया कि इस वर्ष माहे रमजान का पर्व रोजदारों का इम्तेहान लेगा. चूंकि वर्तमान मंे भीषण गर्मी है और रोजा लगभग 15 घंटे का होगा. उन्होंने कहा कि जिसे देखते हुए रोजदार पूरे इत्मीनान, सुकुन और सब्र के साथ अपने-अपने घरो में अपनी इबादत करें और घर में ही सेहरी एवं इफ्तारी का इंतजाम करें और शासन, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.