सिद्धपीठ मां अन्नपूर्णा मंदिर में विधिविधान से की गई मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा, धूमधाम से हुई भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह

बालाघाट. नगर के प्राचीन सिद्धपीठ मां अन्नपूर्णा मंदिर मंे भक्तिभाव और विधिविधान के साथ ही मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा की गई. जिस पल का सालों से भक्तगणों को इंतजार था, वह मां अन्नपूर्णा की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरा हो गया है. इसके अलावा मंदिर में भगवान शिव के रूप में भगवान अन्नपूर्णेश्वर, भगवान लक्ष्मीनारायण, भगवान गणेश, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, भगवान हनुमान, भैरव बाबा की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई. वहीं सायंकाल भगवान शिव और माता पार्वती की विवाह धूमधाम से उल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया.

गौरतलब होे कि तीन साल पहले मां अन्नपूर्णा के प्राचीन मंदिर के जीर्णशीर्ण हो जाने से मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर की कल्पना कर मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट ने सालों की मेहनत के बाद मां अन्नपूर्णा का भव्य मंदिर बनवाया. जहां मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 1 मई से विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. जिसका आज 7 मई को समापन हवन, पूजन एवं महाप्रसाद वितरण के साथ किया जायेगा.

सात दिनोें तक चले धार्मिक अनुष्ठान

मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन एक मई से सात मई तक किया गया. जिसके तहत जहां एक एवं दो मई को श्री गणेश, अंबिका पूजन, मंगल स्नान एवं जलयात्रा, मंडप, मंडल पूजन तथा विग्रह का जलाधिवास के धार्मि अनुष्ठान कराये गये. वहीं 3 मई को श्री विग्रह का धान्य, घृत, गंध, पुष्प, धूप, फल, मिष्ठान औषध्याधिवास के साथ सायंकाल 6 बजे बजे मां अन्नपूर्णा प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. जबकि 4 मई को प्रसाद, वास्तुपूजन, शिखरकलश एवं ध्वजापूजन, 5 मई को प्रधानपूजन, ध्वज एवं बलिदानादिक, 6 मई को माता अन्नपूर्णा एवं समस्त श्री विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा पूजन किया गया. जबकि आज 7 मई को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समापन अवसर पर पूर्णाहुति, महाआरती और महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा.  

पंडित विजयशंकर शर्मा द्वारा संपन्न कराये जा रहे धार्मिक कार्यक्रम 

मां अन्नपूर्णा मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के एक सप्ताह तक चलने वाले वाले सभी धार्मिक कार्यक्रम कटंगी निवासी विजय शंकर शर्मा के मार्गदर्शन में नासिक और बैंगलोर से आये पंडिताचार्य द्वारा करवाये जा रहे है.

मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा के साथ भगवान अन्नपूर्णेश्वर और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित

मां अन्नपूर्णा मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के 6 मई को प्रातः से ही धार्मिक कार्यक्रम प्रारंभ हो गये थे. शुभ मुहर्त में मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भगवान अन्नपूर्णेश्वर, भगवान लक्ष्मीनारायण, भगवान गणेश, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, भगवान हनुमान और भैरव बाबा की प्रतिमा स्थापित की गई.

शिवजी बिहाने चले पालकी सजाय के भभूति लगाए के

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट द्वारा मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर निर्माण में मां अन्नपूर्णा सहित देवी-देवताओें की प्राण प्रतिष्ठा उपरांत सायंकाल 5 बजे भगवान शिव की बारात धूमधाम से निकाली गई. जो कुछ दूरी पर स्थित विवाह स्थल पहुंची. जहां माता पार्वती की ओर से वधु पक्ष वालोें ने भगवान शिव की बारात लेकर पहुंचे वधु पक्ष का स्नेहिल स्वागत किया. जिसके उपरांत मंगलाष्टक से भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह कराया गया. जहां विवाह उपरांत माता पार्वती की ओर से वधु पक्ष वालोें ने वर पक्ष वालों को भोजन कराकर माता को भगवान शिव के साथ बिदा किया.


विधिविधान से की गई मां अन्नपूर्णा और देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा

मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के तहत आयोजित विविध धार्मिक अनुष्ठान करा रहे पंडित विजयशंकर शर्मा ने बताया कि प्रातः शुभ मुहुर्त मंे सिद्धपीठ मां अन्नपूर्णा मंदिर मेें मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई. जिसके बाद हवन, पूजन के कार्यक्रम कराये गये.


भगवान अन्नपूर्णेश्वर केे साथ देवी-देवताओं को मंदिर मेें किया गया स्थापित

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट सचिव सुशील वर्मा ने बताया कि पंडित जी के मार्गदर्शन में प्रातः विधिविधान से मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भगवान अन्नपूर्णेश्वर, भगवान लक्ष्मीनारायण, भगवान गणेश, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, भगवान हनुमान जी और भैरव बाबा सहित अन्य भगवान की प्रतिमायेें स्थापित की गई है.

धूमधाम से की गई भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह

मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारी ओम सोनी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा मंदिर मंे मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सायंकाल धूमधाम से भगवान शिव की बारात निकाली गई और विवाह मंडप में भगवान शिव और माता  पार्वती का विवाह धूमधाम से आयोजित किया गया.


भक्तों से महाप्रसाद लेकर पुण्यलाभ अर्जित करने की अपील

मां अन्नपूर्णा के भव्य मंदिर निर्माण में मां अन्नपूर्णा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा उपरांत सप्ताह भर से चले आ रहे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का समापन 7 मई को किया जायेगा. 7 मई को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समापन अवसर पर पूर्णाहुति, महाआरती और महाप्रसाद का वितरण कार्यक्रम में जिलेे के भक्तजनों से समापन कार्यक्रम और महाप्रसाद वितरण कार्यक्रम में उपस्थित होकर पुण्यलाभ अर्जित करने की अपील मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, सचिव सुशील वर्मा, कोषाध्यक्ष संदीप नेमा, संयोेजक हरिओम अग्रवाल, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सोनी, दिलीप चौरसिया, उमेश जायसवाल, सहसचिव नितेश नेमा, सन्नी वर्मा, महेश डोेहरे, विशेष सहयोगी मानकचंद सोनी, विनोद कारडा, मार्गदर्शक अभय सेठिया, योगेश बाफना ने की है.


Web Title : THE LIFE OF MOTHER ANNAPURNA WAS PERFORMED BY LAW AT THE SIDHPEETH MAA ANNAPURNA TEMPLE, THE MARRIAGE OF LORD SHIVA AND MOTHER PARVATI TOOK PLACE WITH POMP AND SHOW.