महिलाओं ने किया आंवलानवमी का पूजन

बालाघाट. हिन्दु संस्कृति में त्यौहारों और पूजन का विशेष महत्व है. भारती संस्कृति और परंपरानुसार विभिन्न तिथियो में पूजन का विधन है. इसी के तहत कार्तिक शुक्ल मास की नवमी को अक्षय या आंवला नवमी भी कहा जाता है. इस दिन स्नान, पूजन, तर्पण तथा अन्न आदि के दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.  10 नवंबर रविवार को महिलाओ ने आंवलानवमी पर पूजन किया. महिलाओं ने आंवला नवमी पर आंवला वृक्ष की जड़ में शुद्ध जल अर्पित किया. फिर कच्चा दूध, पूजन सामग्रियों से वृक्ष की पूजा की और उसके तने पर कच्चा सूत या मौली को 8 बार परिक्रमा करके बांधा तथा परिवार और संतान के सुख-समृद्धि की कामना की.  

आंवलानवमी का पूजन करने पहंुंची श्रद्वा फुलसुंघे ने बताया कि आंवले के वृक्ष पर भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए पूजन करने वाली महिलायें भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए आंवले के वृक्ष की विधि विधान से पूजा अर्चना करती है. उन्होंने बताया कि आंवला नवमी के पूजन पर महिलायें कई तरह का भाव रखकर पूजन करती है. कहा जाता है कि आंवले की जड़ में भगवान विष्णु निवास करते है, इसी कारण आंवलानवमी को नारायण की पूजा की जाती है. जिसमें परिवार की सुख-समृद्धि और बाधाओं को दूर करने की मनोकामना की जाती है. खासकर संतान और सुख-समृद्धि की कामना से भी यह पूजन किया जाता है.  

प्राचीन कथा अनुसार एक बार मां लक्ष्मी पृथ्वी की परिक्रमा करने के लिए आईं तो उनकी इच्छा हुई कि भगवान शंकर व भगवान विष्णु की पूजा एक साथ की जाए. विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय हैं एवं शंकर जी को बेल पत्र. इन दोनों वृक्षों के सभी गुण आंवले के वृक्ष में मौजूद हैं. अतः देवी लक्ष्मी ने आंवले के वृक्ष की पूजा की, ताकि दोनों भगवान प्रसन्न हो जाएं. जिस दिन यह पूजा की गई, वह दिन कार्तिक की नवमी तिथि थी. तभी से हर वर्ष कार्तिक की नवमी को ये पर्व मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार कार्तिक की नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आंवले के पेड़ में विद्यमान रहते हैं. जिसके कारण आंवलानवमी पर आंवले के वृक्ष की पूजा की जाती है.  यह भी जाता है कि इस दिन से ही द्वापर युग की शुरुआत हुई थी. इस दिन दान-धर्म का अधिक महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन दान करने से उसका पुण्य वर्तमान के साथ अगले जन्म में भी मिलता है. कहते हैं कि ऐसा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.


Web Title : WOMEN PERFORM PUJA ON AMLA NAVAMI