बजरंग घाट में डूबे युवक की मौत, थाना प्रभारी की तत्परता भी नहीं बचा सकी जान, रेत खत्म होने से घाट गहरा

बालाघाट. गर्मी में नदी में नहाने का आनंद ही अलग है, जिसके चलते अक्सर लोग नदी के घाटो में नहाने पहुंच जाते है, मुख्यालय का बजरंग घाट तैराको की पसंदीदा जगह है. लेकिन विगत काफी समय से रेत निकासी के कारण घाट के किनारे गहराई बढ़ गई है. जिसके चलते घाट के किनारे से ही नदी गहरी हो गई है. बीते कुछ दिनो में प्रातः के दौरान यहां नहाने आने वाले लोगों को डूबते-डूबते होमगार्ड और तैराकी संघ के तैराको ने बचाया. घाट के किनारे से ही रेत नहीं होने से बनी गहराई को लेकर तैराकी संघ ने ना केवल घाट में नहाने आने वालो को जागरूक करने जगह-जगह फ्लेक्स लगाये है बल्कि यहां किनारों की सुरक्षा के लिए प्रशासन से लेकर पुलिस तक संघ ने पत्र व्यवहार कर यहां सुरक्षा के उपाय के लिए बांस की बेरिकेटिंग करने का अनुरोध किया है लेकिन अनदेखी, यहां नहाने आने वाले लोगों के लिए जान का जोखिम बन गई है और इसी अनदेखी के चलते पहली मौत की घटना 26 मई की शाम घटित हो गई है. जहां नहाने गये युवक की डूबने से मौत हो गई. घटना की जानकारी के बाद तत्काल घाट पहुंचे कोतवाली थाना प्रभारी कमलसिंह गेहलोत ने युवक को एम्बुलेंस ना आने पर अपनी कार मंे लेकर अस्पताल लाया, ताकि युवक की जान बच जाये लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. चिकित्सक ने युवक को अस्पताल लाने पर चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया.

बताया जाता है कि मलाजखंड थाना अंतर्गत बाहकल निवासी युवक महेन्द्र पिता धन्नालाल पंचेश्वर, मुख्यालय के भटेरा चौकी में रहकर, प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था. जो 26 मई की शाम साथियों के साथ बजरंग घाट गया था. जहां नहाते समय किनारे से नदी की गहराई शुरू हो जाने से जैसे ही वह नदी के किनारे से अंदर गया, वह डूबने लगा और देखते ही देखते गहरे पानी में समा गया. जिसे किसी तरह उसके साथियों ने बाहर निकाला. जिसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी कमलसिंह गेहलोत उसे लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. युवक के शव को सुरक्षित रूप से अस्पताल के मर्चुरी में रखवा दिया गया है. घटना के बाद परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है. युवक के शव का आज 27 मई को पीएम कराया जायेगा.


Web Title : YOUTH DROWNED IN BAJRANG GHAT, POLICE STATION IN CHARGES PROMPTNESS COULD NOT SAVE HIS LIFE, THE GHAT DEEPENED DUE TO LACK OF SAND