कलेक्टर और मंत्री के खिलाफ निगम अध्यक्ष ने किया आपत्तिजनक भाषा का उपयोग, गौरीशंकर बिसेन को कहा भस्मासुर, भाजपा के मुख्यमंत्री बनने का ऑफर ठुकराया-जायसवाल

बालाघाट. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में लगभग 5 माह से अधिक का समय बाकी है. ऐसे से सभी राजनीतिक पार्टी सक्रिय हो गई है. वही हर विधानसभा की सीटें जितने के लिए बड़े-बड़े नेताओं ने अब अपनी पूरी ताकत लगा दी है.  25 मई जिले के परसवाड़ा विधानसभा में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारवार्ता में पूछे गये सवाल पर स्पष्ट जवाब देते हुए कहा  कि वारासिवनी विधायक प्रदीप जायसवाल के लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद है. जिसका जवाब निगम अध्यक्ष जायसवाल ने, वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र के ग्राम घोटी से धापेवाडा पुल स्वीकृत होने पर आयोजित सभा से देते हुए कहा कि मुझे कोई भी राजनीतिक पार्टी की जरूरत नही है. मेरे साथ मेरे क्षेत्र की जनता है.

विधायक जयसवाल ने कहा कि मेरी टिकट कटने के बाद मुझे बोला गया कि संजय मसानी का काम करो. कांग्रेस पार्टी को जिताओ, लेकिन कांग्रेस और मैं भी संजय मसानी को जीताने में जुट जाता तो भाजपा जीत जाती और हम उनकी गुलामी करते रहते. मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा,  इसलिए गुड्डा जायसवाल के लिए कांग्रेस पार्टी का दरवाजा बंद हो गया है. मेरे चुनाव जीतने पर मुझे सबसे पहले 3 बजे रात में कमलनाथ जी का फोन आया. फिर भी मैंने बोला मैं आपके साथ रहूंगा.

उन्होंने कहा कि हम जनता जनार्दन के बीच मे जायेंगे आज भी मेरे साथ मेरे कार्यकर्ता साथ मे खड़े है. मेरे पास कई आप्शन है, जनता जैसा बोलेगी, मेरे क्षेत्र का सम्मान होगा. उसी प्रकार से हम निर्णय लेंगे. निर्दलीय विधायक में सबसे सीनियर विधायक होने के कारण भाजपा ने मुझे मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था.

वही उन्होंने बालाघाट विधायक गौरीशंकर का बिना नाम लेते हुए कहा कि घोटी से धापेवाडा पुल जिले का सबसे बड़ा पुल रहेगा. आज जो मेरे द्वारा वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र का विकास किया जा रहा है, उसकी बौखलाहट है जो आज दिखाई दे रही है. जिले के बड़े से बड़े भस्मासुर भी मेरा कुछ नही बिगाड़ पा रहे है. मेरे साथ पूरी जनता खड़ी है.

श्री जायसवाल ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय कोई भी सामने नही आया था. मगर मेरे द्वारा बहार फंसे मजदूरों को अपनी निजी वाहन से उनके घरों तक पहुंचाया गया. मेरे द्वारा गांव-गांव जाकर अनाज बांटा गया. वही मेरे द्वारा कलेक्टर मंत्री (आपत्तिजनक शब्द) कोविड सेंटर खुलवाया गया था. जिससे हजारों मरीज की जान बची थी.


Web Title : BJP LEADER JAISWAL TURNS DOWN BJPS OFFER TO BECOME CHIEF MINISTER OF BIHAR, SAYS BHASMASUR FOR USING OBJECTIONABLE LANGUAGE AGAINST COLLECTOR AND MINISTER