षडयंत्रपूर्वक बिसेन भाईयो और मोनु भगत के खिलाफ की गई एफआईआर, कांग्रेस ने एसपी से की निष्पक्ष जांच की मांग, गलत रिपोर्ट दर्ज कराने वालों पर हो कार्यवाही

बालाघाट. राईस मिल एशोसिएशन जिलाध्यक्ष जितेन्द्र मोनु भगत के साथ गर्रा चौक में की गई मारपीट के दूसरे ही दिन गर्रा निवासी एक युवती द्वारा कांग्रेस प्रवक्ता विशाल बिसेन, जनपद सदस्य वैभव बिसेन और राईस मिल एशोसिएशन जिलाध्यक्ष जितेन्द्र मोनु भगत के खिलाफ की गई छेड़छाड़, लूट और जातिगत रूप से अपमानित करने के मामले में पुलिस द्वारा दर्ज किये गये मामले से नाराज कांग्रेस ने षडयंत्रपूर्वक बिसेन भाईयों और मोनु भगत के खिलाफ एफआईआर किये जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच किये जाने और झूठी एफआईआर दर्ज कराने वाले पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है.

इस दौरान कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत, एआईसीसी पूर्व सदस्य श्रीमती पुष्पा बिसेन, विधायक संजयसिंह उईके, पूर्व विधायक मधु भगत, रहीम खान, शेषराम राहंगडाले, जुगल शर्मा, श्याम पंजवानी, विजय अग्रवाल, आशीष शुक्ला सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद थे.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत ने कहा कि इससे पूर्व भी राजनीतिक रूप से राजनीतिक दलों पर पुलिस अपराध दर्ज करते रही है लेकिन जो अपराध घटित ही नहीं हुआ है, उसकी रिपोर्ट बिसेन बंधु और मोनु भगत के खिलाफ की गई है. जो पूर्णत झूठी और गलत है. यह राजनीतिक षडयंत्रपूर्वक की गई रिपोर्ट है, यदि ऐसा ही सिलसिला चलता रहा तो कोई भी राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने इस तरह की रिपोर्ट करते रहेंगे. जिसे रोका जाना जरूरी है. युवती द्वारा की गई झूठी और बेबुनियाद रिपोर्ट पर निष्पक्ष कार्यवाही किये जाने की मांग कांग्रेस कमेटी ने की है, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया है कि मामले की पूरी निष्पक्ष जांच की जायेगी.

पूर्व विधायक मधु भगत ने कहा कि निम्न स्तर पर जाकर राजनीतिक षडयंत्र के तहत कांग्रेस प्रवक्ता विशाल बिसेन, जनपद सदस्य वैभव बिसेन और जितेन्द्र मोनु भगत के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. कांग्रेस महिलाओं का सम्मान करती है लेकिन जो प्रथा राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के रूप में चलाई जा रही है वह गलत है. जिसकी निष्पक्ष जांच पुलिस प्रशासन करें.

वरिष्ठ नेता रहीम खान ने घायल व्यक्ति के महिला से छेड़छाड़, लूट और जातिगत रूप से अपमानित किये जाने पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो व्यक्ति घायल होकर ईलाज करवा रहा है, उसके खिलाफ शिकायत की गई है, वहीं जो घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं है, उन्हें भी आरोपी बना दिया गया. जबकि जिस युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसके पड़ोसी स्वयं स्वीकार कर रहे है, ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. यह पूरा मामला झूठी शिकायत कर पुलिस को गुमराह करने का है, जिस पर झूठी शिकायत पर मामला दर्ज होना चाहिये. उन्होंने नाम न लेकर कथित रूप से भाजपा मीडिया प्रभारी के घर के आसपास संदिग्ध रूप से घूमते लोगों को लेकर की गई कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी का तबादला कर दिया जाता है तो दूसरे पुलिसकर्मी पर कार्यवाही हो जाती है, पूरा व्यापारी समाज और पार्टी सड़क पर आ जाती है और दबाव बनाती है.  

उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने कहा कि मारपीट करने वाले कार्यवाही से बचने के लिए युवती का सहारा लेकर झूठा प्रकरण दर्ज करा रहे है. जो पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद है, युवती के वायरल विडियो को देखने और सुनने के बाद ही मामले की सच्चाई का पता चल जाता है कि आखिर पुलिस कार्यवाही से बचने किस तरह से युवती का सहारा लिया गया है.  

शहर अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यदि कोई विपक्षी सरकार और उसके नेताओं पर सवाल खड़े करे तो भाजपा राजनीतिक शत्रुता निभाते हुए उनके खिलाफ बोलने वाले पर कार्यवाही करना शुरू कर देती है. अब तक देश में अन्य जांच एजेंसियों के माध्यम से विरोधियों को दबाते देखा गया था लेकिन अब यह परिपाटी बालाघाट में भी चालु हो गई है. निर्दोषो के खिलाफ पुलिस पर दबाव बनाकर झूठा प्रकरण बना तो दिया गया और आज नहीं तो कल यह प्रकरण भी खत्म हो जायेगा लेकिन यदि पुलिस ने निष्पक्ष जांच नहीं की तो इसके खिलाफ सड़क पर उतरकर कांग्रेस आंदोलन करेगी.


Web Title : FIR LODGED AGAINST BISSEN BHAIYO AND MONU BHAGAT, CONGRESS DEMANDS IMPARTIAL PROBE FROM SP, ACTION TAKEN AGAINST WRONG REPORT FILERS