आखिर कब होगा ऑक्सीजन संयंत्र प्रारंभ?,15 अगस्त तक जताई जा रही आशंका

बालाघाट. जिले में ऑक्सीजन संयंत्र के प्रारंभ होने को लेकर सबकी निगाहे है, पहले शेड तैयार करने के बाद ऑक्सीजन संयंत्र का लंबा इंतजार करना पड़ा और अब ऑक्सीजन संयंत्र के पहुंचने के बाद इसके इंस्टालेशन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. बताया जाता है कि इंस्टालेशन के लिए इंजीनियर्स आ चुके है और उन्होंने काम प्रारंभ कर दिया है लेकिन यह कब प्रारंभ होगा, इसको लेकर अभी कोई तिथि तय नहीं है, संभावना जताई जा रही है कि 15 अगस्त तक यह प्रारंभ कर दिया जायेगा, बहरहाल अभी केवल दावे किये जा रहे है.  

बताया जाता है कि जिले में कोरोना दूसरी लहर के दौरान कोरोना पीड़ित मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी का जो दंश झेला है, उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. कोरोना के दौरान परिजन को ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए लोग को भागना और भटकना पड़ा, हालत इस कदर खराब हो गये थे कि ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की चोरी कर मरीज को लगाना पड़ा. भले ही सरकार और प्रशासन ऑक्सीजन की कमी से जिले में मरीजों की मौत को स्वीकार नहीं कर रहा है, लेकिन शासन, प्रशासन के दावों के उलट ऐसे कई मंजर देखे गये है, जब ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीज को असमय मौत का सामना करना पड़ा, यह हम नहीं बल्कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अपने परिवार के सदस्य को खो चुके परिजनों का कहना था. जिस प्रकार सरकार ने ऑक्सीजन से मौत को अस्वीकार किया है, वहीं कोरोना महामारी से मरने वाले लोगों के आंकड़ो को लेकर भी शासन, प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे है, हालांकि इसको लेेकर कांग्रेस हमलावर है, वहीं आंकड़ो के एकाएक बढ़ने से भी कांग्रेस के आंकड़ो को कम बताये जाने के आरोप को बल मिलता है. बहरहाल कोरोना कॉल की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिले में वारासिवनी, लांजी, मलाजखंड और बालाघाट में ऑक्सीजन संयंत्र लगाया जाना था. जहां बालाघाट में लंबे विलंब के बाद ऑक्सीजन संयंत्र तो आया लेकिन ऑक्सीजन संयंत्र के इंस्टालेशन करने इंजीनियर्स के नहीं पहुंचने से ऑक्सीजन संयंत्र, अब तक शोभा की सुपारी बना था. हालांकि अब भी वारासिवनी में ऑक्सीजन संयंत्र नहीं आ सका है, जबकि लांजी में व्यक्तिगत तौर से लगाया गया संयंत्र ही प्रारंभ हो चुका है.

बालाघाट में दो ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित होना है, जिसमें एक 570 क्षमता का है, जबकि दूसरा 1000 क्षमता का है, जिसमें 570 क्षमता का ऑक्सीजन संयंत्र आ चुका है, जबकि 1000 क्षमता वाले ऑक्सीजन संयंत्र के लिए शेड निर्माण का कार्य जारी है. 570 क्षमता वाले ऑक्सीजन संयंत्र के इंस्टालेशन को लेकर लगातार अखबारो में खबरों के प्रकाशन के बाद प्रशासन की नींद जागी और अब संयंत्र के इंस्टालेशन की बात कही जा रही है.  

बताया जाता है कि रायपुर से इंजीनियर पहुंचे है, जो ऑक्सीजन संयंत्र को प्रारंभ करने में लगे है जिसमें अस्पताल में डाली गई ऑक्सीजन लाईन को ऑक्सीजन संयंत्र से कनेक्ट करने और उसकी टेस्टिंग करने का काम किया जा रहा है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 15 अगस्त तक संयंत्र को प्रारंभ कर दिया जायेगा.


Web Title : WHEN WILL THE OXYGEN PLANT FINALLY START?, FEARS BEING RAISED BY AUGUST 15