मुस्लिम महिलाओं ने छठ पूजा कर अनूठी मिसाल पेश की

लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है, इस महापर्व की लोकप्रियता और पवित्रता का एक अलग महत्व माना जाता है. ये पर्व तो खासकर हिंदुओं का महापर्व माना जाता है लेकिन इस पर्व को लेकर कुछ ऐसी तस्वीर सामने आई है जो मजहब के गिले-शिकवे दूर कर इसे आस्था का महापर्व बना देती है. बिहार के कुछ मुस्लिम समुदाय के द्वारा जहां हिंदुओं का महापर्व छठ घाट की साफ सफाई की जा रही है तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी मुस्लिम परिवार हैं जो पिछले कई वर्षों से श्रद्धा और विश्वास के साथ इस छठ पर्व को मना रहे हैं. आइए अब हम आपको बताते हैं वैसे मुस्लिम परिवारों के बारे में जिसकी छठ पर्व के प्रति आस्था सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल देखने को मिली है. हम बात करेंगे बिहार के वैशाली जिले के राजापकर प्रखंड के तकिया टोला की कई मुस्लिम महिलाएँ कर रही है लोक आस्था के महा पर्व छठ तकिया टोला निवासी मो०कुर्बान की 55 वर्षीय पत्नी शकीना खातून जो इसी वर्ष से छठ कर रही है ने पूछे जाने पर बताई की बेटी को पुत्र नहीँ हो रहा था तो मैने छठी मैया से मन्नत माँगी तो बेटी को पुत्र प्राप्त हुआ इसलिये मुझे और मेरे परिवार को इस महान पर्व छठ मे आस्था है. इस तरह छठ व्रत में हिस्सा ले रहे कुछ मुसलमान समुदाय के लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है.

Web Title : MUSLIM WOMAN CELEBRATE CHHATH PUJA.