जागरूक युवाओ ने की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग, कलेक्टर के व्यवहार पर युवाओं ने जताई नाराजगी, कलेक्टर के व्यवहार से आत्मसम्मान को पहुंची ठेस-तरूण नगपुरे

बालाघाट. बालाघाट मंे यातायात अव्यवस्था के कारण घट रही सड़क दुर्घटनाओं से चितिंत शहर के जागरूक युवाओं ने आज यातायात व्यवस्था को दुरूस्त कराये जाने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. घंटो इंतजार के बाद जब युवाओं का ज्ञापन देने का समय आया तो कलेक्टर ने ज्ञापन लेकर संबंधित विषय पर कोई चर्चा नहीं की. जिससे युवाओं ने कलेक्टर के व्यवहार को लेकर नाराजगी जाहिर की है. जागरूक युवाओं के साथ कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे युवा तरूण नगपुरे ने कलेक्टर दीपक आर्य के इस व्यवहार से जिले के युवाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है, जब जिले के कलेक्टर दीपक आर्य संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करने पहुंचे युवाओं से चर्चा नहीं करेंगे तो ऐसे में कौन प्रशासन के पास अपनी शिकायतें और चिंता लेकर आयेगा. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि प्रशासन शहर की समस्याओं को लेकर कितना गंभीर है. आज 16 दिसंबर की दोपहर शहर के जागरूक युवा तरूण नगपुरे, प्रतिक श्रीवास्तव, गजेन्द्र सौलखे, सन्नी कुमार गजभिये, अनिल नगपुरे, अजय ऐड़े, सोविंद सोनी सहित अन्य युवा साथी, कलेक्टर को शहर के अव्यवस्थित यातायात को दुरूस्त किये जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.  

यहां  ज्ञापन के माध्यम से, युवाओं ने शहर की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने को लेकर ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांगे रखी. जिसमें खासकर वाहन मालिको और व्यापारियो की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नो-इंट्री का समय निश्चित करने, नो-इंट्री के दौरान वाहन के शहर मंे प्रवेश करने पर संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी पर दंडात्मक कार्यवाही करने, शहर के स्कूलों के प्राचार्य को छात्रो के दो-पहिया वाहन लेकर स्कूल आने पर प्रतिबंध और वाहन लेकर आने पर परिजन पर जुर्माना लगाने का आदेश जारी करने, कार्य के दौरान यातायात कर्मियों के मोबाईल चलाने पर दंडात्मक कार्यवाही करने, स्कूल-हॉस्पिटल एवं व्यस्ततम जगह को चिन्हित कर स्पीड ब्रेकर बनाये जाने और तेज रफ्तार वाहनों पर कार्यवाही करने, शहर के अंदर बड़े एवं छोटे वाहनों की स्पीड निश्चित करने, शहर में शो-पीस लगे कैमरे को हटाकर नये और अच्छे कैमरे लगाने तथा शहर के सभी चौराहो में सिग्नल व्यवस्था प्रारंभ किये जाने की मांग रखी थी. जिस मांगपत्र को जागरूक युवा, कलेक्टर दीपक आर्य को सौंपकर संबंधित बिंदुओं पर चर्चा कर उनसे प्रशासनिक निराकरण का आश्वासन चाह रहे थे. लेकिन घंटो इंतजार के बाद जब कलेक्टर दीपक आर्य पहुंचे और युवाओं से ज्ञापन लेकर बिना युवाओं से चर्चा करते हुए चले गये. जिससे युवाओं में नाराजगी है, युवाओं का कहना है कि शहर के जागरूक युवा, शहर के संवेदनशील यातायात मुद्दे को लेकर प्रशासन से ज्ञापन के माध्यम से चर्चा करने पहुंचे थे, लेकिन जिले के कलेक्टर दीपक आर्य ने इस विषय पर युवाओं से बात करना भी गंवारा नहीं समझा. जिससे युवाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जनता के प्रति जिम्मेदार है, जिनकी जिम्मेदारी है कि वह जनता की भावनाओं को समझे और उनकी समस्याओं को सुने, किन्तु आज जिस तरह से समस्याओं को लेकर पहुंचे युवाओ से कलेक्टर दीपक आर्य ने बात करने तक का जेहमत नहीं उठाई, उससे उनकी शहर के युवाओं के प्रति सोच प्रगट होती है. सभी युवाओं ने तय किया है कि प्रशासनिक अधिकारी के इस रवैये के खिलाफ उचित समय पर अपनी बात लोगो के बीच रखी जायेगी.  

Web Title : CONSCIOUS YOUTH DEMAND TO STREAMLINE TRAFFIC SYSTEM, RESENTMENT BY YOUTH OVER COLLECTORS BEHAVIOUR, SELF ESTEEM FROM COLLECTORS BEHAVIOUR TARUN NAGPURE