सहकारिता कर्मचारी ने मुंडन कराकर किया भाजपा सरकार का अंतिम संस्कार-आशुतोष बिसेन, सहकारी कर्मचारियों ने मुंडाया सिर, असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस ने दिया समर्थन

बालाघाट. 6 मई से पैक्स सहकरी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को ग्रामीण स्तर पर कार्यरत शासकीय कर्मचारियों के अनुसार समतुल्य वेतनमान और प्रायवेट उपभोक्ता भंडार, स्वसहायता समूह और वन समितियांे को खाद्यान्न वितरण कमीशन देने की मांग दो सूत्रीय मांगो को लेकर सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल 9 वें भी भी जारी रही. 15 मई को सहकारी समिति कर्मचारियों ने सरकार द्वारा अब तक मांगो को नहीं मानने पर मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज किया.  15 मई को प्रांतीय आव्हान पर मुंडन संस्कार कराकर सरकार का विरोध दर्ज कर रहे सहकारी समिति के कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देने असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन एवं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती केशर बिसेन ने भी समर्थन दिया.  

मध्यप्रदेश असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन ने सहकारी कर्मचारियों की मांगे जायज है, जिसे सरकार ना मानकर सहकारी कर्मचारी विरोधी नजर आ रही है, जिसके खिलाफ सहकारी कर्मचारियों ने मुंडन संस्कार कर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है. अब प्रदेश से भी भाजपा का सुपड़ा साफ होने में भी समय नहीं है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही सहकारी कर्मचारियों की जायज मांगो को कमलनाथ सरकार पूरा कर कर्मचारियों को उनका हक और अधिकार दिलवायेगी.

मध्यप्रदेश सहकारी सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के बैनर तले काम बंद हड़ताल पर गये सहकारी समिति कर्मचारियों ने जहां विगत दिनों सरकार को सद्बुद्धि देने सुंदकांड का पाठ किया था. वहीं 15 मई को विरोध स्वरूप अपना मुंडन कराया. जबकि 17 मई हड़ताली सहकारी कर्मचारी, मुख्यालय में रैली निकालंेगे और 18 को भोपाल में पूरे प्रदेश के सहकारी कर्मचारियों के होने वाले आंदोलन में शामिल होंगे और 19 मई को सामूहिक रूप से अपना स्तीफा सौंपेंगे.  सरकार द्वारा मांगे ना माने पर महासंघ जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान, महासंघ उपाध्यक्ष एल. पी. सोनगढ़े संस्था प्रभारी विष्णुप्रसाद बिसन, भृत्य महेश वरकड़े, आर. सी. हनवत, पी. डी. बिसेन, विक्रेता मनोहरलाल दादरे, श्री गोंदुड़े, राजेन्द्र कटरे और दिलबख्स मानेश्वर ने मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज किया.  


Web Title : COOPERATIVE WORKERS SHAVE THEIR HEADS AND SUPPORT UNORGANISED WORKERS AND EMPLOYEES