8 वे दिन भी जारी रही बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी की कामबंद हड़ताल, टीकाकरण, प्रसूता की जांच सहित अन्य सेवाओं पर पड़ रहा असर

बालाघाट. मध्यप्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अब मध्यप्रदेश बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने अपनी 12 सूत्रीय मांगो को लेकर मोर्चा खोल दिया है. 8 मई से जिले के लगभग 400 कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर चले गये है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में टिकाकरण, प्रसव पूर्व महिला की जांच, टीबी, कुष्ठ रोग सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रम पर इसका सीधा असर पड़ रहा है और यह सेवाये प्रभावित हो रही है. भले ही स्वास्थ्य विभाग, इसे स्वीकार नहीं कर रहा है लेकिन जिले के सभी कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहे असर से इंकार नहीं किया जा सकता.  

जिलाध्यक्ष आनंद तुरकर और बहुउद्देशीय महिला कार्यकर्ता आरती शुक्ला की मानें तो वेतन विसंगति और पदनाम सहित 12 सूत्रीय मांगो को लेकर विगत 10 सालों से संगठन, सरकार से मांगे मनवाने के लिए संघर्ष कर रहा है. वर्ष 2021 में पांच मांगो को लेकर सरकार ने सहमति जताते हुए उन मांगो को लेकर आदेश भी जारी कर दिये थे लेकिन उन आदेशों का पालन नहीं हो सका. हम वेतन विसंगति और पदनाम परिवर्तन सहित अन्य मांगो के निराकरण की मांग कर रहे है लेकिन सरकार गंभीर नजर नहीं आती है. जिसके चलते गत 8 मई से जिले के सभी लगभग 400 कर्मचारी कामबंद हड़ताल पर है. जिससे बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवायें पर इसका सीधा असर पड़ रहा है.

Web Title : MULTIPURPOSE HEALTH WORKERS STRIKE CONTINUES FOR 8TH DAY, AFFECTING OTHER SERVICES INCLUDING VACCINATION, MATERNITY CHECK UP