बालाघाट. शहर में विकास के वादों से, वर्षो से सत्ता की मलाई खा रहे नेता के शहर बालाघाट मंे करोड़ो रूपये के विकास कार्य, केवल फंड के अभाव में रूके है. वर्तमान समय में धनाढ्यांे की नगरी बालाघाट की नगरपालिका धन अभाव से जूझ रही है, जिसका सीधा असर नगरपालिका क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यो पर पड़ा है, जहां विकास कार्य ठप्प पड़ गये है, वहीं ठेकेदार भी पेमेंट नहीं तो काम नहीं की तर्ज पर काम को बंद किये बैठे है.
नगरीय क्षेत्र के राजस्व वसुली में बड़े बकायादारों को राहत दे रही नगरपालिका के पास अब इतनी राशि भी नहीं है कि वह शहर के स्वीकृत विकास कार्यो को करा सके. शहर के विकास को लेकर भरे मंचो से विकास का वादा करने वालो की खामोशी भी शहरवासियों को बैचेन किये है. एक जानकारी के अनुसार नपा के करोड़ो रूपये के विकास कार्य और शासन से विशेष अनुदान के तहत होने वाले कार्य फंडिंग के अभाव में या तो अधूरे पड़े या फिर काम ही शुरू नहीं हो सका है, सूत्रों के अनुसार नगरीय क्षेत्र में विकास कार्य विगत चार-महिनों से बंद पड़े है, ठेकेदारों का कहना है कि नपा से पुराने कार्याे का ही भुगतान नहीं मिल रहा है तो कैसे कार्य करें.
काम शुरू तो हुआ लेकिन पूरा नहीं हो सका
नगरपालिका की स्वनिधि से होने वाले करोड़ो रूपये के काम अवरूद्ध पड़े है. नगरपालिका से मिली जानकारी अनुसार आंबेडकर चौक से हनुमान चौक तक लगभग 92 लाख रूपये की लागत से बनने वाला 1100 मीटर लंबा नाला निर्माण कार्य, फंड के अभाव में रूका है, एक जानकारी के अनुसार अब तक मात्र 40 प्रतिशत ही काम हो सका है, जो विगत 4-5 माह से बंद है. इसी तरह नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 18 में डॉ. लिल्हारे के घर से चालक के मकान तक लगभग 11 लाख रूपये की लागत से 150 मीटर नाला निर्माण कार्य का लगभग 60 प्रतिशत ही काम ही हो सका है, जो वर्तमान में अधूरा है और काम बंद पड़ा है. इसी प्रकार नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 में पशीने के घर के आसपास, 30 लाख रूपये की लागत से 120 मीटर आरसीसी नाली निर्माण कार्य का 40 प्रतिशत कार्य हो सका है, शेष अधूरा पड़ा है.
वर्क ऑर्डर हो गया है पर काम चालु नहीं
नगरीय क्षेत्र में नगरपालिका निधि से वार्ड क्रमांक 4 मंे 11 लाख रूपये की लागत से बनने वाली 400 मीटर सीसी सड़क और वार्ड क्रमांक 27 में 8 लाख रूपये की लागत से बनने वाली 400 मीटर आरसीसी नाली निर्माण कार्य का वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है, लेकिन फंड के अभाव में यह भी काम शुरू नहीं हो सका है.
शासन से विशेष अनुदान के काम भी लगा ग्रहण
नगरपालिका क्षेेत्र में कराये जाने वाले विकास कार्य में शासन से विशेष अनुदान के तहत नगरपालिका क्षेत्र में कुछ काम किये जाने है, मिली जानकारी अनुसार इस कार्य की 20 प्रतिशत राशि शासन द्वारा सीधे तौर पर दी जाती है, जबकि 80 प्रतिशत राशि लोन के रूप में मिलती है. इसके तहत जिन कार्यो को किया जाना है, उसमें 20 प्रतिशत की राशि तो बालाघाट नगरपालिका को मिल गई है लेकिन लोन नहीं मिलने से काम शुरू नहीं हो सका है, जबकि यह भी महत्वपूर्ण कार्य है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इसके तहत होने वाले कार्याे के भी टेंडर हो चुके है और वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है लेकिन राशि नहीं होने से काम शुरू नहीं हो सके है. जिसमें एक करोड़ 82 लाख रूपये की लागत से कुल 1150 मीटर सड़क में हनुमान चौक से स्टेशन रोड और सेन चौक से मृत्युंजय घाट तक सड़क निर्माण शामिल है. जहां वर्तमान में लोगो को खराब सड़कों का सामना करते हुए आवागमन करने मजबूर होना पड़ रहा है. इसके अलावा नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 1 गौरीशंकर नगर में 46 लाख रूपये की लागत से 1100 मीटर सीसी रोड, वार्ड क्रमांक 24 में 12 लाख से सीसी रोड, प्रभुत्तम नगर में 8. 50 लाख से सीसी रोड, वार्ड क्रमांक 2 नरहरि नगर में 22 लाख से सीसी रोड, समता भवन के पास 20 लाख रूपये की लागत से सीसी रोड, वार्ड क्रमांक 33 में सेन चौक से गायखुरी आईटीआई तक 34 लाख रूपये की लागत से डामरीकरण कार्य, वार्ड क्रमांक 13 में 26 लाख रूपये की लागत से नाली निर्माण कार्य, फंड के अभाव में प्रारंभ नहीं हो सके है.
शहर में विकास के वादे खोखले
भरे मंच से शहर को ग्रीन, क्लिन और शहर में विकास के वादे करने वाले नेताओं और पार्टियो के सामने, शहरी क्षेत्र में काम की इस गति के बाद खोखले नजर आते है. वहीं इस निर्माण कार्यो को लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. काम के पूरा करने को लेकर फिर नये वादे किये जाते है लेकिन अधूरे पड़े कार्याे और फंड के अभाव में प्रारंभ हो सके कार्यो को शुरू करने को लेकर कोई समय-सीमा बताने तैयार नही है.
नगरपालिका चुनाव पर जनता को देना होगा जवाब
हालांकि अभी नगरपालिका चुनाव को समय है लेकिन नगरीय क्षेत्र में विकास के खोखले दावों को लेकर जनता के बीच जाने वाले पार्टी नेताओं से जब जनता जवाब मांगेगी तो उन्हें जवाब देना होगा. हालांकि विपक्षी कांग्रेस हमेशा से ही शहर के विकास में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं पर अनदेखी का आरोप लगाते रही है. शहर के विकास से किनारा कर शहर को विकास में पीछे धकेलने वालों को जनता समय आने पर सबक जरूर सीखायेगी.
भुगतान नहीं मिल रहा तो कैसे करें कार्य
नगरपालिका ठेकेदार गौरव दुबे आंबडकर चौक से लेकर हनुमान चौक तक 92 लाख रूपये की लागत से बन रहे नाला निर्माण का कार्य कर रहे है. नाला निर्माण को आधा बनाने के बाद काम रोक दिये जाने के सवाल पर उनका कहना है कि लगातार कार्य के भुगतान के लिए नपा से राशि की मांग की जा रही है, लेकिन नपा द्वारा राशि नहीं दिये जाने के कारण, आखिर कब तक वह काम कर सकते थे. लेबर और मटेरियल वालो को समय पर पैसा देना होता है, ऐसी स्थिति में नगरपालिका से काम का भुगतान नहीं मिलने के कारण, काम बंद कर दिया गया है, जब नगरपालिका भुगतान करेगी, तब काम पूरा किया जायेगा.