जिले में हर्षाेल्लास से मनाया गया ईदुज्जुआ

बालाघाट. आज पूरे देश सहित प्रदेश एवं जिले में ईदुज्जुआ का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया. ज्ञात हो कि ईदुज्जुआ का पर्व हजरते इब्राहिम और हजरते इस्माईल की याद में मनाया जाता है.  

धर्मग्रंथ के अनुसार खुदा के फरमान पर हजरत इब्राहिम ने परीक्षा देने के लिए अपने बेटे हजरत इस्माईल की कुर्बानी को उन्होंने हंसते-हंसते कबूल कर लिया और अपने बेटे को कुर्बान करने तैयार हो गये. जिसके बाद जैसे ही वह बेटे की गर्दन पर छुरी चलाने लगे, वैसे ही वहां उनके बेटे के स्थान मंे दुंबा (बकरा) को पाया. अल्लाह को हजरत इब्राहिम की कुर्बानी का जज्बा बहुत पसंद आया. इसलिए धर्मग्रंथ मंे सभी, ऐसे मुस्लिम धर्मावलंबी जो कुर्बानी करने की ताकत रखते है, उनके लिए यह फर्ज किया गया है. कुर्बानी से पूर्व ईदुज्जुआ की विशेष नमाज अदा की जाती है और उसके फौरन बाद दुंबा के रूप में अपनी कुर्बानी पेश करते है.  

इसी कड़ी में पूरे जिले में ईदुज्जुआ की नमाज अदा की गई और घरो में हजरत इब्राहिम और हजरत इस्माईल की याद मंे कुर्बानी पेश की गई. चूंकि मौसम बारिश का होने से इस बार ईदुज्जुआ की नमाज, ईदगाह में ना होकर पूरे जिले मंे सभी मस्जिदो मंे अदा की गई. जहां स्थानीय ईमाम द्वारा ईदुज्जुआ की नमाज अदा करवाई गई.   अंजुमन इस्लामिया कमेटी सदर मुन्ना मंसुरी ने बताया कि बारिश के कारण ईदुज्जुआ की नमाज, ईदगाह की जगह मस्जिदो में मुकर्रर वक्त पर अदा की गई. साथ ही देश के अमनो चैन की दुआयें मांगी गई और जो देश में हालत है, उन हालातो से बचाये रखने और मिल-जुलकर भाईचारे के साथ रहने की दुआ की गई.


Web Title : IDUZZUA CELEBRATED WITH HARSHALES IN THE DISTRICT