तेंदुये की जांच के नाम पर मासुमो की बेरहमी से पिटाई-पूर्व सांसद मुंजारे, वनविभाग के कर्मियों पर कार्यवाही की मांग

बालाघाट. विगत दिनों उत्तर वन मंडल सामान्य के वन परिक्षेत्र पश्चिम बैहर के बघोली वृत अंतर्गत ग्राम खुर्सीटोला में संदेहास्पद अवस्था में एक तेंदुये का शव वनविभाग की टीम ने बरामद किया था. जिसकी जांच में आदिवासी ग्रामीणों के साथ बेरहमी से वनविभाग के अधिकारी और कर्मचारियो पर पिटाई का आरोप लग रहा है. जिसको लेकर पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने शासन प्रशासन से रेंजर शशांक वर्मा सहित उसकी पूरी टीम पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किये जाने की मांग की है.

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि जब कर्मी कम थे, तब जंगल ज्यादा थे, लेकिन आज कर्मी ज्यादा है और जंगल खत्म हो रहे है. वनविभाग की निष्क्रियता और लापरवाही के कारण जहां जिले में वन संपदा को नुकसान पहुंच रहा है, वहीं वन्यप्राणी भी सुरक्षित नहीं है. पूर्व सांसद मुंजारे ने कहा कि लगातार संरक्षित वन्यप्राणियों की मौतो से घिरे वनविभाग ने विगत दिनों वन परिक्षेत्र पश्चिम बैहर के बघोली वृत अंतर्गत ग्राम खुर्सीटोला में संदेहास्पद अवस्था में मिले तेंदुये का शव को लेकर की गई जांच को लेकर वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर निर्दोष ग्रामीणों को घर से सोते हुए उठाकर बेरहमी से उनकी मारपीट की और तेंदुये की मौत पर अपनी लापरवाही को एक निर्दोष को आरोपी बना दिया.  

पूर्व सांसद ने बताया कि वह स्वयं खुर्सीटोला गांव गये थे, जहां उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की. इस दौरान उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि किस कदर बेरहमी से वनविभाग के रेंजर शशांक वर्मा और उसकी पूरी टीम ने पुलिस को पीछे छोड़ते हुए ग्रामीणों के साथ मारपीट की. जिससे कई ग्रामीणों की कमर पर चोटें है. जिससे यह गरीब आदिवासी ग्रामीण, आज रोजी-रोटी को मोहताज हो गये है.

एक ओर आदिवासियों के लिए आयोजन कर लाखों रूपये बर्बाद किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मूलभूत सुविधाओं और पुलिस एवं वनविभाग की बर्बरता का शिकार, आदिवासी हो रहे है. जिन्हें न्याय और अधिकार देने की जरूरत है, जो प्रदेश की भाजपा सरकार अब तक आदिवासियों को नहीं दे सकी है बल्कि भाजपा शासनकाल में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़े है. आदिवासियों पर अत्याचार और उन्हें कथित नक्सली के नाम पर मारने वाले अधिकारियों को सरकार पुरस्कृत कर रही है.  

पूर्व सांसद मुंजारे ने कहा कि खुर्सीटोला के ग्रामीणों को वन्यप्राणी तेंदुये की मौत मामले में जिस तरह से वनविभाग ने बेरहमी से मारपीट कर प्रताड़ित किया है, वहीं एक निर्दोष को आरोपी बनाकर जेल भिजवा दिया गया है. उसकी वरिष्ठ स्तर पर जांच की जायें और बेगुनाह को आरोपी बनाकर जेल में डाला गया है, उसे बाहर किया जायें.

 वही इस मामले में आरोपी बनाये गये देवेन्द्र कुमार रामानंदी की पत्नी अनिताबाई रामानंदी ने तेंदुये की हत्या मामले में आरोपी बनाये गये पति को निर्दोष बताते हुए कहा कि रेंजर शशांक वर्मा और उसकी पूरी टीम ने घर में बिना वारंट के जबरदस्ती घुसकर पति और मुझसे मारपीट की. बल्कि पति और उसके साथ लेकर गये सरवन भैसवार एवं भीम सोनवाने के साथ क्रुरतापूर्वक मारपीट की गई, बाद में केवल पति को आरोपी बनाकर दोनो को छोड़ दिया गया. जबकि उसके पति निर्दोष है. जिसकी तत्परता से जांच की जायें.  


Web Title : MASUMO BRUTALLY BEATEN UP IN THE NAME OF LEOPARD INVESTIGATION FORMER MP MUNJARE, FOREST DEPARTMENT PERSONNEL DEMAND ACTION