लोन के नाम पर सुनियोचित तरीके से ऑनलाईन धोखाधड़ी कर रहे थे आरोपी, ऑनलाईन धोखाधड़ी में दिल्ली से एक और आरोपी को लेकर बालाघाट पहुंची पुलिस

बालाघाट. लोन के नाम पर ऑनलाईन धोधाधड़ी का पूरा काम सुनियोचित तरीके से आरोपियों द्वारा किया जा रहा था, लेकिन कहते है ना कानून के हाथ बहुत लंबे होते है, जिसमें आरोपी धरा गये, जिसके बाद पुलिस इस राज तक पहुंची है कि आरोपी गौरव कोठारी और राहुल रजक, योजनाबद्व तरीके से ऑनलाईन धोखाधड़ी से आये पैसे को झांसे में लेकर खोले गये फर्जी खाते में राशि ट्रांसफर करवाते थे और उसे निकाल लेते थे. लोन के नाम पर की गई ऑनलाईन धोखाधड़ी की पीड़ित देवेन्द्र कापसे की शिकायत पर पुलिस ने पूर्व में दो आरोपी नई दिल्ली वेस्ट अंतर्गत नवीन नगर निवासी अनुज कुमार यादव और गौरव कोठारी को गिरफ्तार किया था. जिन्हें रिमांड पर लेकर की गई पूछताछ में पुलिस को ऑनलाईन धोखाधड़ी से जुड़ी और भी कड़ियों का पता चलने पर विगत दिनों दोनो ही आरोपियों को लेकर पुलिस टीम दिल्ली गई थी. जहां से टीम में शामिल उपनिरीक्षक लक्ष्मी पटले, सहायक उपनिरीक्षक रमेश राउत, प्रधान आरक्षक राहुल गौतम, आर दीनदयाल और महिला आर सुषमा ने दिल्ली से आरोपी गौरव कोठारी के साथी आईसीआईसी बैंक में खाता खुलवाने वाले कमीशन एजेंट राहुल कुमार रजक को गिरफ्तार कर पुलिस बालाघाट लेकर पहुंची. जिसके बाद पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार किये गये आरोपी अनुज कुमार यादव और गौरव कोठारी और दिल्ली से लेकर आये इनके साथी राहुल कुमार रजक को बालाघाट न्यायालय के माननीय न्यायाधीश की अदालत में सौंपा. जहां से पुलिस ने मामले में फिर पूछताछ के लिए आरोपियो को रिमांड पर लिया है. जिसमें माननीय न्यायालय ने पूर्व से रिमांड पर चल रहे आरोपी अनुज कुमार यादव और गौरव कोठारी को 25 जनवरी तक जबकि मामले में दिल्ली से गिरफ्तार कर लाये गये आरोपी राहुल कुमार रजक की 8 दिनों की रिमांड को मंजूर कर पुलिस को रिमांड पर सौंपा है. पुलिस को उम्मीद है कि तीनों ही आरोपियों से आमने-सामने पूछताछ में अन्य साथियों और ऑनलाईन फ्राड का पता चल सकता है.  

साथ में बैंक में किया काम, फिर ऑनलाईन धोखाधड़ी की रची साजिश

कोतवाली पुलिस की मानंे तो लोन के नाम पर ऑनलाईन धोखाधड़ी में पकड़ाये गये आरोपी गौरव कोठारी और राहुल कुमार रजक बैंक में वर्ष 2020 तक साथ काम करते थे. जिसके बाद गौरव कोठारी ने काम छोड़ दिया और राहुल कुमार रजक आईसीआईसी बैंक में खाता खोलने के काम में कमीशन ऐजेंट के रूप में काम करता रहा. इस बीच दोनो ने मिलकर ऑनलाईन धोखाधड़ी का प्लान तैयार किया. जिसमें ऑनलाईन फ्राड से आने वाली राशि को फर्जी खाते में ट्रांसफर करने के लिए उन्होंने लोगो को झांसा देकर उनका बैंक एकाउंट खुलवाया. जिसमें दिल्ली निवासी अनुज कुमार यादव और हरियाणा पलवल निवासी सनी के नाम से खाता खुलवाया. जिसमें पीड़ित देवेन्द्र कापसे से हुई 2 लाख 9 हजार 547 रूपये के मामले में आरोपियों ने अनुज कुमार के खाते में एक लाख 80 हजार 467 रूपये डलवाये थे, जबकि हरियाणा पलवल निवासी सनी के एचडीएफसी खाते में 22 हजार 940 रूपये की राशि डलवाई गई थी.  


इनका कहना है

नगर के पीड़ित देवेन्द्र कापसे से लोन के नाम पर ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली गई कोतवाली पुलिस की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लाया है. जो पूर्व में गिरफ्तार किये गये आरोपी गौरव के साथ कभी बैंक में काम करता था. दोनो मिलकर ऑनलाईन धोखाधड़ी की राशि को झांसा देकर बनाये गये लोगों के फर्जी खाते में ट्रांसफर करते थे. जिसमें एक और हरियाणा के पलवल के खाते के बारे में जानकारी मिली है. पुलिस ने तीनो ही आरोपियों को और रिमांड पर लिया है. जिससे आमने-सामने बैठकर पूछताछ की जायेगी. जिनसे ऑनलाईन धोखाधड़ी को लेकर और जानकारी मिल सकती है. पुलिस उनके स्थानीय थानो से भी इनके अपराध की जानकारी बुला रही है, ताकि पता चल सके कि इनका कोई अपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है.

रवि कौशल उपनिरीक्षक, प्रभारी, कोतवाली थाना


Web Title : POLICE REACH BALAGHAT WITH ANOTHER ACCUSED FROM DELHI IN ONLINE FRAUD