और 13 जून तक जेल में रहेंगे डबल मनी मामले में आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम,न्यायालय ने बढ़ाई रिमांड, तीन फरार सहित एक निरूद्ध आरोपी की जमानत निरस्त

बालाघाट. जिले के बहुचर्चित डबल मनी मामले में जेेल में बंद आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम को और 13 जून तक जेल में रहना पड़ेगा. 30 जून को उनकी पिछली रिमांड अवधि समाप्त होने केे बाद मामले में माननीय न्यायालय ने आरोपियोें की न्यायिक रिमांड को 13 जून तक बढ़ा दिया है. वहीं लांजी एवं किरनापुर थाना में दर्ज इन मामले में फरार तीन आरोपी धनराज आमाडारे, महेश तिड़के और कुंदन यादव सहित जेल में पूर्व से निरूद्ध मनोज सोनकर की याचिका निरस्त कर दी है.

विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो इस मामले मंे पुलिस द्वारा विवेचना के दौरान बरामद कियेे गये रजिस्टर और कागजी दस्तावेज, जिसमें कथित तौर पर बताया जाता है कि निवेशकों के लेनदेन का जिक्र है, इसकी पूछताछ के लिए पुलिस ने न्यायालय से अनुमति चाही थी. जिसमें माननीय न्यायालय ने कंडीशन के आधार पर जेल में ही आरोपियों से पूछताछ करने की अनुमति पुलिस को प्रदान की है, जिसके बाद और भी कई रहस्य और बड़े निवेशकों को लेकर पूछताछ हो सकती है.

गौरतलब हो कि जिले के बहुचर्चित मनी डबल मामले की सुर्खियों के बाद बालाघाट पुलिस ने हिम्मत और जज्बा दिखाकर इसके मुख्य आरोपी सोेमेन्द्र कंकरायने एंड टीम को अनिमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर इनके पास से 10 करोड़ रूपये की भारी-भरकम राशि बरामद की थी. जिसमें पुलिस ने 11 आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने, तामेश मंसुरे, राकेश मंसुरे, प्रदीप कंकरायने,  हेमराज आमाडारे, ललित वैष्णव, राहुल बापुरे, रामचंद्र कालबेले, अजय तिड़के, शिवजित चिले और मनोज सोनकर को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया था. जहां उनकी लगाई गई जमानत याचिका को रद्ध कर सभी आरोपियों को पुलिस ने 30 मई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया था. जिनकी रिमांड अवधि 30 को खत्म हो गई थी.

सबकी निगाहे थी न्यायालय पर

डबल मनी मामले में 30 जून को आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद न्यायालय के आदेश पर सबकी निगाहे टिकी थी. खासकर सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम के समर्थकों और निवेशकों की. हालांकि यह संभावित था कि अर्थ से जुड़े इस सनसनीखेज मामले को लेकर न्यायालय पुनः आरोपियोें की न्यायिक रिमांड की अवधि बढ़ायेगा और जिस तरह से संभावना नजर आ रही थी, ठीक ऐसा ही परिणाम सामने आया, और न्यायालय ने आरोपियोें को 13 जून तक न्यायिक रिमांड पर भिजवा दिया.  

वीसी से न्यायालय ने बढ़ाई रिमांड, पुलिस की रही तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था

बताया जाता है कि इस मामले में न्यायालय में वीसी के माध्यम से आरोपियोें को पेश किया गया. जहां न्यायालय ने वीसी के माध्यम आरोपियों की न्यायिक रिमांड बढ़ाये जाने की जानकारी दी. इससे पूर्व आरोपियोे की आज रिमांड अवधि समाप्त होने पर किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था बिगड़े से आशंकित पुलिस ने न्यायालय के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी. न्यायालय के मार्ग को प्रतिबंधित कर न्यायालय से संबंधित मामले में ही लोगों को न्यायालय में जाने दिया जा रहा था. न्यायालय गेट पर पुलिस का सख्त पहरा था. पुलिस ने काली पुतली चौक मार्ग एवं जयस्तंभ मार्ग को बैरीकेटस से बंद कर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं जिला न्यायालय के सामने भी बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और बल तैनात है, ताकि लोग किसी प्रकार का व्यवधान न उत्पन्न करें. चूंकि 27 मई को आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम की  रिहाई की मांग को लेकर लांजी एवं किरनापुर समेत अन्य क्षेत्रों के ग्रामीणों ने आंदोलन किया था और इस दौरान पुलिस को भीड़ को तितर बीतर करने के लिए आंसू गैस के साथ ही बल का प्रयोग भी करना पड़ा था. जिसके चलते ही ऐसी कोई स्थिति निर्मित न हो इसके लिए पुलिस ने कड़े बंदोबस्त किये थे.  

तीन रजिस्टर मिलने की बात कह रहे सूत्र

सूत्रोें की मानें तो आरोपी सोेमेन्द्र कंकरायने एंड टीम के डबल मनी मामले में कार्यवाही के बाद विवेचना कर रही पुलिस को तीन रजिस्टर मिले है. जिसमें निवेशकों के नाम होने की बात कही जा रही है. सूत्रोें का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए माननीय न्यायालय से सहयोग मांगा है, जिसमें माननीय न्यायालय ने कंडीशन के आधार पर जेल में ही आरोपियों से पूछताछ की अनुमति दी है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.

अब फैसला उच्च न्यायालय पर टिका

आरोपियों की जमानत याचिका खारिज होने और दूसरी बार आरोपियोें को न्यायिक रिमांड पर जेल में रखे जाने के आदेश के बाद यह साफ हो गया है कि अब आरोपियोें की जमानत याचिका पर फैसला केवल और केवल उच्च न्यायालय लेगा. वहीं आरोपियोें के अधिवक्ताओं द्वारा पूर्व में ही माननीय उच्च न्यायालय में जमानत के लिए जमानत याचिका पेश कर दी है, लेकिन उसमें भी अभी जल्द सुनवाई की संभावना कम ही है. सूत्रोें की मानें तो माननीय उच्च न्यायालय में लगी आरोपियोे की जमानत याचिका पर सुनवाई में अभी विलंब है, चूंकि कागजी कार्यवाही और माननीय न्यायालय द्वारा नियत तिथि दिये जाने के बाद ही सुनवाई हो सकती है, जो अभी प्रक्रिया में है, जिसमें कितना समय लगेगा, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी. फिर भी संभावित एक पखवाड़े के बाद ही इस पर कोई फैसला आनेे की बात सूत्र बता रहे है.  

प्रशासन और पुलिस की अपील, निवेशक दे जानकारी

एक जानकारी के अनुसार लगभग 10 निवेशकों द्वारा डबल मनी मामले में आरेापी सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम के पास किये गये निवेश से संबंधित जानकारी प्रशासन और पुलिस से साझा की है और लगातार प्रशासन और पुलिस, निवेशकों से निवेशक की जानकारी साझा करने की अपील करते हुए यह विश्वास दिलानेे का प्रयास कर रहा है कि निवेशकों को उनकी राशि लौटाई जायेगी. जो पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर होगी. जिसके लिए निवेश लांजी एवं किरनापुर एसडीएम और थाना एवं मुख्यालय में बनाये हेल्प डेस्क सेंटर पर अपनी निवेश से संबंधित जानकारी आवेदन के साझा कर सकते है. जिसके बाद निवेशकों को उसका की गई निवेश की राशि लौटाई जायेगी.


इनका कहना है

अनियमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम 2019 के तहत थाना लांजी और किरनापुर में उनके आरोपियों की रिमांड था. जिसमें न्यायालय ने 13 जून तक रिमांड अवधि बढ़ाई गई है. साथ ही सभी चार आरोपियोें की अग्रिम जमानत याचिका निरस्त कर दी है.

कुलदीप डेहरिया, जिला अभियोजन अधिकारी


Web Title : SOMENDRA KANKARAYANE AND TEAM, ACCUSED IN DOUBLE MONEY CASE, TO REMAIN IN JAIL TILL JUNE 13, COURT EXTENDS REMAND, CANCELLATION OF BAIL OF ONE OF THE DETAINED ACCUSED, INCLUDING THREE ABSCONDERS