शहरी सड़को में बने जानलेवा गढ्ढो को भरने में सूरदास बने जिम्मेदार,शहर के जागरूक युवा राशि एकत्रित कर सड़को के भरेंगे गढ्ढे, युवा जुटा रहे सहयोग राशि

वारासिवनी. शहर की मुख्य सड़कों पर उभर आये बड़े-बड़े गढ्ढों और उसकी मरम्मत करवाने में नाकाम जिम्मेदारों के कारण अब शहर युवा दुर्घटना का कारण बन रहे गढ्ढो को जनभागीदारी से भरने का काम करेंगे. जिसके लिए शहर के युवाओं ने वाट्सग्रुप के माध्यम से हुए इस सकारात्मक कार्य के लिए राशि को एकत्रित करना भी प्रारंभ कर दिया है. जिसके तहत शहर में मुख्य मार्गों पर उभर आये गढ्ढों को भरने का कार्य किया जायेगा.

विदित हो कि शहर के सभी मुख्यमार्गों पर जगह-जगह, बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. खासतौर पर सेठी भवन, फव्वारा चौक एवं पारस ट्रेडर्स के पास की सड़क गड्डों की वजह से खराब हो गई हैं. बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश से ये गड्ढे और बड़े हो गये हैं. जिससे आये दिन दुर्घटनाये घटित तो हो ही रही हैं, लेकिन यह आशंका भी बनी है कि कभी भी इन गड्ढो की वजह से गंभीर दुर्घटना घटित हो सकती हैं.

सड़क पर गड्ढे अभी बने हो ऐसा नही हैं. सड़क पर उभर आये ये गड्ढे पुराने हो चुके हैं, लेकिन मजाल हैं कि ये गड्ढे किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी को दिखे. जबकि इसी मार्ग से प्रतिदिन नपा सीएमओ राधेश्याम चौधरी, एसडीएम एवं नपा प्रशासक संदीप सिंह, नपा उपयंत्री सुमित मोटवानी सहित तमाम जिम्मेदार इस मार्ग से गुजरते हैं और गुजरने के दौरान इन गड्ढो की वजह से शायद ये जिम्मेदार भी दुर्घटनाग्रस्त होने से बचे होंगे, लेकिन मजाल की उसके बाद भी जिम्मदारों ने सड़क के गड्ढे भरवाने को लेकर कुछ सोचा हो.

जिम्मेदारों की निष्क्रिय कार्यप्रणाली से व्यथित और सामाजिक सरोकारों से जुड़े शहर के युवाओं ने एक सकारात्मक पहल कर जहां जिम्मेदारों के गाल पर तमाचे जड़ने का काम किया है, वहीं एक मिशाल भी पेश की है. शहर के जागरूक युवाओं ने जनसहयोग के माध्यम से राशि जमा कर सड़क के गड्डों को भरने का जिम्मा अपने कंधों पर लिया हैं. अब देखना हैं कि जिम्मेदार युवाओ की इस मुहिम से पानी-पानी होकर अपनी जिम्मेदारी समझते हैं या वही सूरदास बने रहते हैं.


Web Title : SURDAS RESPONSIBLE FOR FILLING UP DEADLY FORTS IN URBAN ROADS, CITYS CONSCIOUS YOUTH TO COLLECT MONEY AND FILL ROADS: FORTS, YOUTH MOBILIZING SUPPORT