अस्तित्व की जंग लड़ रही सूर्य नमस्कार की प्रतिमाएं, दिपावली में फोड़ी गई प्रतिमाओ की अब तक नहीं हो सकी मरम्मत, कलेक्टर ने कहा नपा को दिए है निर्देश

बालाघाट. नगरीय क्षेत्र में आम्बेडकर चौक से जयस्तंभ चौक के मार्ग में बने डिवाईडर में सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राओं की प्रतिमा, वर्तमान में अपने अस्तित्व को तलाश रही है, जिसे 8 नवंबर 2019 में तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य के कार्यकाल में लगाया गया था. नगरपालिका ने इन प्रतिमाओं के लिए 9 लाख 24 हजार रूपए की राशि खर्च की थी. उस दौरान, इन्हें गनमेंटल की बताया गया था. हालांकि बाद में 31 अक्टूबर दीपावली की रात पांच युवाओं ने दो प्रतिमाओं पर बम रखकर फोड़ा था, जिसमें प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिसके बाद यह मामला उछला था तो नगरपालिका ने प्रतिमाओं को फाइबर रेशित पॉलिमर होने की बात कही थी लेकिन अक्टूबर के बाद से जहां दो प्रतिमाएं अब क्षतिग्रस्त है, वहीं जो अन्य प्रतिमाएं है, वह धूल खा रही है, इन प्रतिमाओं के स्टैंड से लेकर, इन पर रोशनी डालने वाली लाईट भी खराब हो गई है, इसके तार अस्तव्यस्त है.

दरअसल, इन प्रतिमाओ को लेकर, सवाल, इसलिए खड़े हो रहे है कि आगामी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर जिला प्रशासन, योग आयोग और अन्य स्वयंसेवी, सामाजिक और स्कूली संस्थाओं के साथ मिलकर सूर्य नमस्कार के बड़े आयोजन की तैयारी कर रहा है. प्रशासनिक अधिकारी बताते है कि आयोजन में सूर्य नमस्कार की सभी मुद्राओं को कराया जाएगा लेकिन दूसरी ओर शहर में लगी सूर्य नमस्कार की यह प्रतिमाएं,  देखरेख के आभाव में धीरे-धीरे खराब हो रही है, जिसकी ओर किसी का ध्यान नहीं है.  नगर के डिवाईडर में लगी सूर्य नमस्कार की विभिन्न मुद्राओ में लगी प्रतिमाओं के खराब होने और क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं के सुधार कार्य को लेकर किए गए सवाल पर कलेक्टर मृणाल मीणा का कहना है कि इसके लिए नगरपालिका को निर्देशित किया गया है. बहरहाल अब देखना होगा कि नगरपालिका क्षतिग्रस्त सूर्य नमस्कार की प्रतिमाओं के सुधार और धूल खा रही अन्य प्रतिमाओं के रख-रखाव को लेकर कितनी गंभीरता दिखाती है.


Web Title : SURYA NAMASKAR STATUE FIGHTING FOR SURVIVAL, IDOLS BURST IN DIWALI COULD NOT BE REPAIRED YET, COLLECTOR SAID INSTRUCTIONS HAVE BEEN GIVEN TO NAPA