मतदान सामग्री लेकर मतदान केन्द्रो की ओर दल रवाना, कलेक्टर और एसपी ने देखी व्यवस्था, मतदान कार्य में लगे 20 से 22 हजार कर्मी

बालाघाट. आम लोकसभा निर्वाचन के तहत 18 अप्रैल गुरुवार सुबह 7 बजे से मतदान दलों को सामग्री वितरण का कार्य प्रारंभ किया गया.  पॉलीटेक्निक कॉलेज से मतदान सामग्री प्राप्त करने में मतदान दलों को कोई समस्या न हो इसके लिए हर विधानसभा का कलर कोडिंग की गई है. साथ ही यातायात द्वारा मतदान दलो के मतदान सामग्री को लेकर रवाना होने के मद्देनजर, यातायात को लेकर जारी किए गए निर्देशों के तहत मतदान दलों के वाहनों को रवाना किया गया.  19 अप्रैल को मतदान के लिए मतदान सामग्री का वितरण और दलों के सामग्री लेकर रवाना होने की सारी व्यवस्थाओं का जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने जायजा लिया. इस दौरान पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ भी साथ थे.

सामग्री वितरण में कोई असुविधा नही हो इसके लिए हर विधान सभा का अलग-अलग रंग निर्धारित किया गया था. बैहर विधानसभा को हल्का हरा, लांजी को लाल, परसवाड़ा का नीला, बालाघाट का सफेद, कटंगी का पीला और वारासिवनी का पिंक कलर कोड किया गया है.  वहीं विधानसभा अनुसार बसों को लगाया गया था. पॉलीटेक्निक कॉलेज से मतदान दलों द्वारा मतदान सामग्री लिए जाने के बाद रूटो पर खड़ी बसों से मतदान दलों को रवाना किसा गया.   

राजनीति और नक्सली क्षेत्र से प्रभावित बूथो पर माइक्रो आर्ब्जरवर नियुक्त

जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने बताया कि पूरी चुनावी प्रक्रिया में पुलिस और प्रशासनिक कर्मी मिलाकर लगभग 20 से 22 हजार कर्मी अलग-अलग दायित्वो में लगे है. जिले के 1675 बूथो में 510 राजनीति और नक्सल प्रभावित बूथो पर माइक्रो आर्ब्जवर नियुक्त किए गए है. 75 प्रतिशत मतदान केन्द्रो पर सीसीटीव्ही और वेब कास्टिंग से नजर रखी जा रही है. 12 सौ से अधिक मतदान केन्द्रो में एडीशनल पी-टू दिया गया है. जहां देरी तक मतदान होता है, वहां के लिए रिजर्व टीम भेजी गई है. अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मतदान को लेकर हमने नीति चेंज की है. यहां सेक्टर मोबाईल के अलावा मेडिकल टीम और इन क्षेत्रो के ग्रामीण शासकीय अमले को मेडिकल की बेसिक ट्रेर्निंग दी गई है. हम मतदान को लेकर पूरी तरह से तैयार है. स्वीप गतिविधियों से संसदीय क्षेत्र के लगभग साढ़े 18 लाख मतदाताओ में नए मतदाता और ग्रामीण मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया है. हमारा पूरा विश्वास है कि इस बार लगभग 80 प्रतिशत मतदान होगा.

सुरक्षित मतदान कराने बालाघाट पुलिस तैयार

पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि जिले के 1675 मतदान केन्द्रो में 319 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित है, जिसमें 58 मतदान केन्द्र अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में है. जहां चुनाव के लिए मिली सीएपीएफ की कंपनी के जवानों को पर्याप्त रूप से तैनात किया गया है. जिले के तीन विधानसभा बैहर, परसवाड़ा और लांजी में अपरान्ह 04 बजे वोटिंग समाप्त होने के बाद, यहां से मतदान दल सुरिक्षत माहौल में वापस आ सके, इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए है. मतदान के पहले से हमारी बीडीडीएस की टीम ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रास्तो में पड़ने वाले पुल-पुलिया की बारिकी से जांच पड़ताल की है. जिले की सीमा से लगने वाले महाराष्ट्र के गोंदिया और छत्तीसगढ़ के कवर्धा और खैरागढ़ बॉर्डर में सिलिंग की है. जिले में नक्सली उन्मूलन में तैनात हॉकफोर्स की 30 टीम एरिया डॉमिनेशन में लगी है. बाहर से मिले सुरक्षा जवानों को लेकर नक्सली क्षेत्र की संवेदनशीलता, एसओपी और मुश्तैदी से कार्य करने के लिए पूर्व में की गई बैठक में निर्देश दिए गए है. किसी भी नक्सली चुनौती को लेकर हम अलर्ट है. हमे पूरा विश्वास है कि जिले के सभी मतदान केन्द्रा में सुरक्षित माहौल में हम मतदान करने तैयार है.


Web Title : TEAMS LEAVE FOR POLLING STATIONS WITH VOTING MATERIALS, COLLECTOR AND SP SEE ARRANGEMENTS, 20 TO 22 THOUSAND PERSONNEL ENGAGED IN POLLING WORK