शराब के नाम पर आबकारी अमले ने आदिवासी ग्रामीणो से की मारपीट, ग्रामीणों ने की लालबर्रा पुलिस में शिकायत, जांच कर रही पुलिस

लालबर्रा. नगर मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत टेकाड़ी के कटंगटोला के एक सैकड़ा ग्रामीणजन गुरुवार को थाना पहुंचे और आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा महिला एवं पुरुषों से मारपीट किए जाने की लिखित शिकायत दर्ज की है.

शिकायत पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि कटंगटोला के कटंगा तालाब के ऊपर वन अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत महिला-पुरुष एवं बच्चे लकड़ी के लिए जंगल गये थे. इसी बीच आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा शराब कौन निकालता है कहकर मारपीट करने लगे. तब समीप में स्थित महिलाएं दौड़ी तो आबकारी अमले ने महिलाओ को भी मारपीट कर खदेड़ने लगे, जिसके बाद महिलाओं के बुलावे पर पुरुष लोग दौड़े और दोनों के बीच हाथापाई हुई.  

जिसमें अब ग्रामीणों ने गांव आये आबकारी अमले पर कार्यवाही की मांग की है.  

कटंगटोला निवासी धनेंद्र इनवाती ने प्रेस चर्चा में बताया कि हम जंगल जलाऊ लकड़ी के लिए जा रहे थे, तभी कटंगा तालाब के पास आबकारी विभाग का अमला गाड़ियांे से आया और हमें रोककर पूछने लगा कि शराब कहां निकलती है मैंने कहा कि हम तो जंगल जा रहे हैं मुझे नहीं मालूम कि शराब कहां निकलती है फिर उन्होंने जोर जबरदस्ती करते हुए मुझे दो-तीन थप्पड़ मार दिया तभी बीच- बचाओ में महिलाएं भी आई जिनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई.

एक सवाल के जवाब मंे कहा कि ग्रामीणांे को फंसाने ही विभाग के अमले ने अपनी गाड़ी में तोड़फोड़ की है.  

जनपद सदस्य प्रतिनिधि झनकार सिंह उईके ने प्रेस चर्चा में कहा की 18 जनवरी की दोपहर 12 बजें आबकारी विभाग की टीम शराब पकड़ने के लिए कटंगा तालाब की ओर गई थी. कटंगटोला की 3-4 महिलाएं लड़को के साथ जंगल जा रहीं थी तभी आबकारी की टीम द्वारा लड़को से शराब कौन निकालता है कहकर पूछताछ करने लगे और हाथपाई करने लगे, तब महिलायें  बीच-बचाव करने गई तो अमले ने महिलाओ से भी धक्का-मुक्की की.   आबकारी विभाग शराब पकड़ने की कार्रवाई करें अच्छी बात हैं लेकिन मारपीट और अभद्र व्यवहार नहीं करना चाहिए. बीते दिवस आबकारी विभाग द्वारा अभद्र व्यवहार कर मारपीट की गई है और एफआईआर की गई है ऐसी जानकारी मिली है. हमारी कहना है कि निर्दोष ग्रामीणों पर कोई कार्यवाही ना हो और दोबारा इस तरह की घटना हमारे क्षेत्र में घटित ना हो.

आदिवासी विकास परिषद ब्लॉक सचिव अनिल उइके ने कहा कि यह बहुत दुःखद घटना हैं मैं आबकारी विभाग और शासन प्रसासन से यह अनुरोध करता हूं की आबकारी विभाग जो भी कार्यवाही करता है वह करें लेकिन हमारे आदिवासी बेकसूर  भाइयों, बहनो के साथ इस तरह की घटना कारित न करें. जबकि वे लोग जंगल जा रहे थे उनसे पूछताछ कर रहे थे कि शराब कौन कौन निकालता है. उन्हें क्या मालूम कौन निकालता है हमारे आदिवासी लड़कों को आबकारी विभाग द्वारा मारा गया है यह क्षमा योग्य नहीं है. इस प्रकार की घटना आबकारी विभाग दोबारा करता ह. ै तो वह स्वयं जवाबदार है. हमें पता चला है कि उन्होंने एफआईआर दर्ज की है. जंगल में रहने वाले बेकसूर आदिवासियों को आज परेशान कर फंसाया जा रहा है. इस मामले में उचित कार्रवाई होनी चाहिए यदि एक पक्षीयकार्रवाई हुई तो आंदोलन का रूप अख्तियार करेंगे. हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि दोनो पक्षों की शिकायत पर जांच की जा रही हैं.  

Web Title : TRIBAL VILLAGERS ASSAULTED BY EXCISE STAFF IN THE NAME OF LIQUOR, VILLAGERS COMPLAIN TO LALBARRA POLICE, POLICE INVESTIGATING