बालाघाट. कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और सावधानी को लेकर पूरे जिले में आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन है, यही नहीं बल्कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा जिले की समस्त सीमाओं को सील कर दिया गया है और यही पर बाहर से आने वाले जिले के लोगांे को क्वेंरटाईन सेंटर में रखा जा रहा है. इसी के चलते जिले के लालबर्रा थाना अंतर्गत कंजई में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को क्वेरटाईन सेंटर बनाया गया है. जहां विगत 7 अप्रैल से लगभग 17 लोगों को क्वेंरटाईन सेंटर में रखा गया था. जहां से 8 अप्रैल की रात दो लोग शाला की पीछे की दिवार फांदकर भाग गये.
जिसकी जानकारी मिलने के बाद क्वेंरटाईन सेंटर की जिम्मेदारी संभाल रहे सहायक नोडल जनपद पंचायत लालबर्रा के सब इंजीनियर भानुप्रताप धार्मिक ने क्वेरटाईन सेंटर से भागे रामपायली थाना अंतर्गत नवेगांव के ग्राम बिटोड़ी निवासी महेश पिता धनलाल उपवंशी और निलेश पिता सावनलाल नगपुरे के खिलाफ लालबर्रा थाने मंे शिकायत दर्ज की. कोरोना संक्रमण की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए आश्रय स्थल में रखे गये 17 लोगों में दो लोगों के भाग जाने से अन्य व्यक्तियों को संक्रमण बढ़ने का खतरा पैदा हो गया था. जिसके चलते मध्यप्रदेश महामारी एक्ट के अंतर्गत इनके विरूद्ध की गई शिकायत पर लालबर्रा पुलिस ने धारा 188, 269, 271 एवं 34 भादंसं. के तहत अपराध कायम कर जांच में लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए लालबर्रा थाना प्रभारी मंशाराम रोमड़े ने भागे गये व्यक्तियों के बारे में रामपायली थाने को सूचित किया और उनकी खोजबीन शुरू की. इस दौरान ही पुलिस को पता चला कि क्वेंरटाईन सेंटर से भागे दोनो लोग अपने गांव पहुंचे है. जहां से पुलिस ने पकड़कर कंजई क्वेरंटाईन सेंटर में भिजवा दिया है.
इनका कहना है
कंजई में बाहर से आये लोगों के 14 दिनों तक रखने के लिए आश्रय स्थल बनाया गया था. जिसमें 17 लोगों थे. जिसमें से दो व्यक्तियों के स्थल से भाग जाने की शिकायत मिलने के बाद उनके खिलाफ मध्यप्रदेश महामारी नियंत्रण एक्ट के तहत अपराध कायम किया गया था. जिसके बाद उनकी पतासाजी की गई. पुलिस को पता चला कि दोनो ही आश्रय स्थल से भागकर अपने गांव आ गये है. जिसके बाद रामपायली थाने की मदद से भागे गये दोनो व्यक्तियों को लाकर पुनः आश्रय स्थल भिजवा दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
मंशाराम रोमड़े, थाना प्रभारी, लालबर्रा थाना