सबके सहयोग और प्रयास से मिली जिले को एस्ट्रोटर्फ की सौगात-राजेश पाठक, सबके प्रयास को नजरअंदाज न कर मैदान को लेकर श्रेय की राजनीति न हो-अनिल धुवारे

बालाघाट. बालाघाट जिले की बहुप्रतिक्षित एस्ट्रोटर्फ की मांग पूरी होने के बाद जिले के खेलप्रेमी में उत्साह का माहौल हैं खासकर हॉकी खिलाड़ियों में हॉकी मैदान के एस्ट्रोटर्फ में परिवर्तित होने की खबर ने उनकी खेल उर्जा को बढ़ा दिया है, अब वह दिन दूर नहीं, जब जिले के हॉकी खिलाड़ी भी एस्ट्रोटर्फ मैदान में हॉकी का प्रशिक्षण लेंगे. जिससे भविष्य में उनकी खेल में नई गति और नई तेजी देखने को मिलेगी.

बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ में बदलने की मिली सौगात, सबके सहयोग और प्रयास का नतीजा है. हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए सालों से नेहरू स्पोर्टिंग प्रयासरत रहा. जिसके लिए उसने समय-समय पर जिले के जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी इस मांग को रखा. जिसका परिणाम है कि जिले के सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयास से बालाघाट जिले के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की सौगात मिली है. जिसके लिए पूर्व मंत्री गौरीशंकर, पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे और तत्कालीन नपाध्यक्ष अनिल धुवारे के प्रयासों को भुलाया नहीं जा सकता. हर सफलता की मंजिल तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का स्थान महत्वपूर्ण होता है, उसी प्रकार बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की मिली सफलता के पीछे सीढ़ियों के कड़ी दर कड़ी प्रयास है, जिसमें जिले के जनप्रतिनिधियों के अलावा तत्कालीन और वर्तमान कलेक्टर एव पुलिस अधीक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. यह बात नेहरू स्पोर्टिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक ने प्रेस से चर्चा करते हुए कही.

बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने की मिली प्रशासकीय स्वीकृति और राशि आबंटन के बाद नेहरू स्पोर्टिंग क्लब ने प्रेसवार्ता का आयोजन क्लब कार्यालय में किया था. जिसमे ंनेहरू स्पोर्टिंंग क्लब अध्य राजेश पाठक, पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नपाध्यक्ष अनिल धुवारे, महासचिव विशाल वर्मा और समाजसेवी एवं क्लब से जुड़े वरिष्ठ सदस्य किरणभाई त्रिवेदी उपस्थित थे.  

इस दौरान प्रेस से चर्चा करते हुए नेहरू स्पोर्टिंग क्लब अध्यक्ष राजेश पाठक ने कहा कि जहां तत्कालीन सरकार में मंत्री रहे गौरीशंकर बिसेन और तत्कालीन नपाध्यक्ष अनिल धुवारे के कार्यकाल के दौरान नपा के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए पूरी फाईल तैयार की गई. जिसके बाद खेल मैदान को खेल विभाग को सौंपे जाने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया. जब दस्तावेज प्रक्रिया पूरी हो गई, तब तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल मंे मंत्री रहे प्रदीप जायसवाल और विधानसभा उपाध्यक्ष रही सुश्री हिना कावरे को हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए बजट और प्रशासकीय स्वीकृति दिलवाने की मांग की गई. जिसे विधायकद्वय द्वारा गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समक्ष रखा. इन सबके संयुक्त प्रयास का परिणाम है कि आज बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए शासन स्तर पर संचालक खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा 726. 26 लाख रुपये की प्रशासकिय स्वीकृति जारी कर दी गई है. हमारा प्रयास होगा कि हर साल नये वर्ष मंे आयोजित किये जाने वाले स्व. नारायणसिंह मेमोरियल अखिल भारतीय स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन एस्ट्रोटर्फ मैदान में आयोजित किया जाये. बालाघाट जिले को हॉकी खेलप्रेमियों की भावना का ख्याल रखते हुए एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात देने वाले जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए प्रमुखता से खबर लगाकर सरकार का ध्यानाकर्षण करवाने वाले मीडियाकर्मियों, खिलाड़ियों, खेलप्रेमियों एवं जनता का नेहरू स्पोर्टिंग क्लब की ओर से हम सभी साथी कृतज्ञतापूर्वक आभार व्यक्त करते है.  

नेहरू स्पोर्टिंग महासचिव विजय वर्मा ने कहा कि विगत 15 वर्षो से नेहरू स्पोर्टिंग क्लब बालाघाट के हॉकी मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने के लिए सतत प्रयासरत था. समय-समय पर क्लब के अध्यक्षों के माध्यम से जिले के जनप्रतिनिधियों की ओर से सरकार तक इस बात को पहुंचाने का प्रयास किया गया. आज वह प्रयास साकार होता दिखाई दे रहा है. जिसके लिए क्लब अपनी ओर से जिले के जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए प्रयासरत रहने वालो का आभार व्यक्त करता है.

नेहरू स्पोर्टिंग पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नपाध्यक्ष अनिल धुवारे ने कहा कि बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान में बदलने की मिली स्वीकृति के बाद राजनीतिक दल के नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मच गई है. जबकि इसके लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराजसिंह चौहान, तत्कालीन पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और नपा परिषद ने इसके लिए काफी अथक प्रयास किये. नपा ने मैदान, खेल विभाग को हस्तांतरित किया और तत्कालीन मंत्री गौरीशंकर बिसेन के साथ क्लब के पदाधिकारियों ने भोपाल मंे तत्कालीन भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की. उनके प्रयास से आज स्वीकृति मिली है, बावजूद हमारा मानना है कि बालाघाट के हॉकी खेल मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में सभी के संयुक्त प्रयास से मिली सौगात है. उन्होने कहा कि एस्ट्रोटर्फ मैदान को लेकर श्रेय लेने की होड़ से कहीं जिले के खिलाड़ियों का नुकसान न हो जायें, श्रेय के चक्कर में इसका काम न रूक जायें. हमारा प्रयास होगा कि जल्द से जल्द मैदान को एस्ट्रोटर्फ मैदान के रूप में बदलने का काम वर्तमान अध्यक्ष राजेश पाठक के नेतृत्व में जल्द से जल्द हो, ताकि जिले के हॉकी खिलाड़ियों को खेल मैदान में खेलने का अवसर मिल सकें.

नेहरू स्पोर्टिंग क्लब ने एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात दिलाने में भूमिका निभाने वालो के प्रति जताया आभार

जिले को एस्ट्रोटर्फ मैदान की सौगात दिलाने में भूमिका निभाने वाले शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधि, मीडियाकर्मियों सहित खेलप्रेमियों, खिलाड़ियों एवं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी लोगों के प्रति नेहरू स्पोटिग क्लब अध्य राजेश पाठक, पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नपाध्यक्ष अनिल धुवारे, महासचिव विजय वर्मा, समाजसेवी एवं क्लब से जुड़े वरिष्ठ सदस्य किरणभाई त्रिवेदी, ज्ञानचंद बाफना, ऋषभदास वैद्य, प्रकाश चतुरमोहता, मोती कोचर, सुशील वर्मा, अजय वर्मा, अरविंद जायसवाल, मकरंध अंधारे, तुषार मानकर, सुब्रत रॉय, रमेश उईके, हीरालाल नागोसे, विनोद साव, ब्रजेश मिश्रा, वामन उईके, सुधांशु तिवारी, जतिन्दरसिंघ परमार सहित अन्य पदाधिकारी और सदस्यों ने खुशी जाहिर करते हुए सहयोगकर्ताओं का आभार व्यक्त किया है.


Web Title : WITH ALL THE COOPERATION AND EFFORT, THE GIFT OF ASTROTURF TO THE DISTRICT RAJESH PATHAK, DO NOT OVERLOOK ALL THE EFFORTS AND NOT THE POLITICS OF CREDIT FOR THE FIELD ANIL DHUWARE