बांस काटने चंद्रपुर गया बैगा परिवार लॉकडाउन में फंसे रहा,चंद्रपुर से पैदल आ रहे बैगा परिवार को आयुष मंत्री कावरे ने उपलब्ध कराई सहायता

बालाघाट. लाकडाऊन के कारण चंद्रपुर महाराष्ट्र से पैदल चलकर अपने गांव छीतलपानी मलाजखण्ड जा रहे बैगा परिवार की सूचना मिलने पर आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने सहृदयता दिखाते हुए उनके लिए भोजन-पानी का इंतजाम कर उन्हें उनके गांव तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था उपलब्ध कराई है. जिससे छीतलपानी के बैगा परिवार को बड़ी राहत मिल गई है.

3 जून को सुबह 11 बजे के आसपास बैगा परिवार जिसमें एक वृद्ध, एक महिला, एक पुरूष एवं 06 छोटे बच्चे जो पैदल चलकर बुरी तरह थक चुके थे, बालाघाट से बैहर की ओर जा रहे थे. आंवलाझरी में आयुष मंत्री कावरे के कार्यालय के सामने ने जब यह परिवार गुजर रहा था तो मंत्री के निज सहायक डॉ. निलेश की उन पर नजर पड़ी और वे देखते ही समझ गये कि यह लोग दूर से आ रहे है. इस परिवार के छोटे छोटे मासूम बच्चे भी कड़क धूप में सिर पर गठरी लिए पैदल चल रहे थे. मंत्री के निज सहायक डॉ. निलेश ने इस परिवार को रोका और आयुष मंत्री के आंवलाझरी स्थित कार्यालय बुलाकर उनसे चर्चा की और उनके लिए कार्यालय में नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था की. साथ ही आयुष मंत्री कावरे को दूरभाष पर इस परिवार की व्यथा से अवगत कराया. इस पर मंत्री श्री कावरे ने सहृदयता दिखाते हुए बैगा जनजाति के समल सिंह मेरावी के परिवार को मदद करने एवं उनके गंतव्य तक परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिये.

आयुष मंत्री कावरे के निर्देश पर बालाघाट एस. डी. एम. के. सी. बोपचे एवं यातायात थाना प्रभारी धीरेन्द्र मिश्रा तत्काल आयुष मंत्री के कार्यालय पहुंचे और तत्काल उनके गांव छीतलपानी तक पहुंचने के लिए वाहन एवं रास्ते में खाने के लिए फल उपलब्ध कराये.

परिवार के मुखिया समल सिंह मेरावी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनका परिवार चंद्रपुर (महाराष्ट्र) में बांस कटाई का कार्य करने दो माह पूर्व गया था. लाकडाऊन लग जाने के कारण बांस कटाई का कार्य बंद हो गया और वे वहां फंस गये. धीरे-धीरे राशन खत्म होने लगा. इस बीच उनका मोबाईल भी चोरी हो गया. इसके बाद उन्होंने अपने गृह ग्राम वापस आने का फैसला किया. लाकडाऊन के कारण बस एवं गाड़ी बंद होने के कारण वे पैदल ही बालाघाट जिले के ग्राम छीतलपानी के लिए चल पड़े. इस दौरान तीन राते रास्ते में ही गुजारनी पड़ी. रास्ते में कुछ लोगों ने नाश्ता आदि देकर सहयोग किया. गोंदिया अर्जुनी के पास आटो वाले से सहायता मांगने पर उसने रजेंगांव बार्डर छोड दिया. फिर आगे का सफर पैदल तय करते हुए वे बालाघाट पहुंचे.

आयुष मंत्री कावरे के कार्यालय में मिली मदद एवं सहायता से समय सिंह के परिवार को बड़ी राहत मिली और आगे का सफर उन्हें पैदल नहीं करना पड़ा. इस बैगा परिवार ने जाते-जाते आयुष मंत्री कावरे, उनके निज सहायक डॉ. निलेश, एस. डी. एम. के. सी. बोपचे, यातायात थाना प्रभारी धीरेन्द्र मिश्रा को उनकी मदद के लिए धन्यवाद दिया.


Web Title : AYUSH MINISTER KAVRE PROVIDES ASSISTANCE TO BAIGA FAMILY COMING ON FOOT FROM CHANDRAPUR AS BAIGA FAMILY STUCK IN LOCKDOWN AFTER CUTTING BAMBOO