इन्वेस्‍टर्स मीट में प्राप्त निवेश के प्रस्तावों को गति प्रदान करने आयुष मंत्री ने बैठक

बालाघाट. जिले में उपलब्ध खनिज, वन एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित उद्यमों की स्थापना एवं जिले में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए 18 अगस्त को इन्वेस्‍टर्स मीट का आयोजन किया गया था. इस मीट में फैरो मैंगनीज ईकाई, बायो फ्यूल एथेनाल, राईस इंडस्ट्री एवं अन्य उद्यमों में निवेश के लिए उद्यमियों की ओर से लगभग 4500 करोड़ रुपये के प्रस्ताव दिये गये है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 अगस्त को बालाघाट प्रवास के दौरान बालाघाट जिले में निवेश के लिए तैयार उद्यमियों को हर संभव मदद करने का आवश्वासन दिया है.

18 अगसत की बालाघाट इन्वेस्‍टर्स मीट में प्राप्त निवेश के प्रस्ताओं को गति प्रदान करने एवं अब तक इस दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा के लिए आज 12 सितम्बर को आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे की अध्यक्षता में जिले के अधिकारियों एवं उद्यमियों की बैठक का आयोजन किया गया था. कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, पूर्व एवं वर्तमान सागर कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, पूर्व विधायक रमेश भटेरे, श्रीमती मौसम हरिनखेड़े, एमआईडीसी के कार्यकारी निदेशक सी. एस. धुर्वे, एमपीईबी के अधीक्षण यंत्री एम. ए. कुरैशी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री राजीव श्रीवास्तव, बालाघाट चेंबर्स आफ कॉमर्स के अध्यक्ष अभय सेठिया, उद्यमी आशीष त्रिवेदी, हर्ष त्रिवेदी, अतुल वैद्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

आयुष मंत्री कावरे ने बैठक में अधिकारियों एवं उद्यमियों से कहा कि इन्वेस्टर्स मीट में जिले में निवेश संबंधी जो भी प्रस्ताव उद्यमियों की ओर से प्राप्त हुए हैं, वह धरातल पर भी नजर आना चाहिए. यह केवल इन्वेस्टर्स मीट बनकर न रह जाये, बल्कि उसके परिणाम भी सामने आने चाहिए. निवेश के इच्छुक उद्यमियों को जमीन आबंटन से लेकर अन्य अनुमतियां एवं अधोसंरचना उपलब्ध कराने में कितनी प्रगति हुई इसकी नियमित रूप से समीक्षा होना चाहिए. इसके लिए उद्यमियों एवं अधिकारियों की एक समिति बनाकर हर 15 दिनों में बैठक आयोजित की जाये और इस दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की जाये. शासन स्तर पर संबंधित विभाग के मंत्री स्तर पर जो कुछ भी समस्यायें आयेंगी उनके निराकरण के लिए मैं स्वयं भोपाल में प्रयास करूंगा.

मंत्री कावरे ने कहा कि उद्यमियों को आबंटन के लिए जो जमीन चिन्हित की गई है वहां पर सड़क बनाने का काम किया जायेगा. प्रथम चरण में बोड़ुन्दाकला एवं खापा में सड़क निर्माण के लिए प्रयास किया जायेगा. उन्होंने लघु उद्योगों के अंतर्गत राईस मिलर्स के लिए कनकी में में क्लस्टर्स बनाने कहा.

कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने बैठक में बताया कि उद्यमियों को जिला स्तर से जो सुविधायें दी जा सकती हैं, उन पर तत्परता से कार्य किया जायेगा और जिले में निवेश को प्रोत्साहित किया जायेगा. उद्योगों के लिए चिन्हित जमीन तक पहुंचे के लिए सड़क एवं अन्य अधोसंरचना निर्माण के लिए भी सार्थक प्रयास किये जायेंगें. बैठक में बताया गया कि बालाघाट जिले में उद्योग स्थापना के लिए लैंड बैंक भी बनाया गया है. इसमें जिले के 39 ग्रामों की लगभग 1216 हेक्टेयर जमीन को चिन्हित किया गया है. यह चिन्हित जमीन उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए शासन की नीति के अनुरूप आबंटित की जायेगी.


Web Title : AYUSH MINISTER MEETS TO SPEED UP INVESTMENT PROPOSALS RECEIVED AT INVESTORS MEET