मुख्यमंत्री आवास योजना का ऋण माफ करने कलेक्टर से मिले हितग्राही, बैंक के नोटिस से परेशान हितग्राहियों ने की मांग

बालाघाट. लॉकडाउन में काम धंधे बंद होने से आर्थिक रूप से टूट चुके गरीब लोगों पर पड़ी मार का असर दिखाई देने लगा है. कोरोना में लॉकडाउन के कारण आर्थिक मार से टूटे गरीब परिवार के समक्ष जहां अभी भी दो जून की रोजी के लाले पड़े है, वहीं बिजली की भारी-भरकम राशि और बैंक का ऋण पटाने के लिए उनके पास राशि नहीं है, ऐसे में गरीबों पर बिजली विभाग और बैंक नोटिसों को भेजकर दबाव बना रहा है.

मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत ऋण लेकर आवास बनाने वाले गरीब, जो लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से टूट चुके है, ऐसे गरीब परिवारों द्वारा ऋण की राशि बैंक में नहीं पटाने पर अब बैंक उन्हें नोटिस भेज रहा है. जिससे गरीब परिवार ने जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पहुंचकर ऋण माफ किये जाने की मांग की.

कटंगी के बोनकट्टा एवं हरदोली से कलेक्ट्रेट पहुंचे लक्ष्मण, महिला लतिका ने बताया कि वर्ष 2015 में हमारे द्वारा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बैंक से ऋण लिया गया था. जिसमें कुछ लोगों ने ऋण का आधा पैसा पटा दिया है तो ऐसे लोग जिनके परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाने के कारण राशि नहीं पटा सके है. बीते कोरोना के कारण लॉकडाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति और कमजोर हो गई. जिससे वह बैंक का ऋण नहीं पटा पा रहे है और बैंक लगातार ऋण पटाने को लेकर नोटिस भेज रहा है और न्यायालय में पेश होने की बात कह रहा है. जिससे वह मानसिक रूप से परेशान है. अभी उनकी ऐसी स्थिति नहीं है कि वह लोन पटा सकें. इसलिए हमारी मांग है कि शासन, प्रशासन ऋण माफ करें, ताकि हमें राहत मिल सके.

इस दौरान तिलकचंद गौरे, प्रकाश, तेजरात गहाते, रामचंद मात्रे, राजकुमार, अंकुश नेवारे, शांताबाई देशमुख, रंजनाबाई देशमुख, कविताबाई पुष्पतोड़े, लतिकाबाई कन्नौजे सहित अन्य लोग ऋण माफी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.


Web Title : BENEFICIARIES MEET COLLECTOR TO WAIVE OFF CMS AWAS YOJANA LOAN, BANK NOTICE SCARES BENEFICIARIES