बरसात के पानी में डूबा में शहर, नपा की खुली पोल,आनन-फानन में नपा ने कराई पानी निकासी की व्यवस्था, पूरा जिला प्रभावित

बालाघाट. जिले में विगत कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदला है, रूक-रूककर बारिश हो रही है लेकिन मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह तक हुई बारिश ने आम जनजीवन को खासा प्रभावित किया है, वहीं शहर के निचले क्षेत्रो में जलभराव की समस्या ने लोगों को खासा परेशान किया. हालत यह रहे कि घर में पानी भरने से परिवार के बीमार और बुजुर्ग लोगों को परिजनों द्वारा खाट में घर कर सुखे स्थान वाले घर में स्थानांतरित करना पड़ा. वही मंगलवार को तेज बारिश के चलते नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 स्थित राजेश नागमारे का कच्चा मकान गिर गया. हालांकि यह अच्छा रहा कि बारिश में मकान गिरने की आशंका के चलते पूर्व ही परिवार के लोग स्वयं और सामान के साथ अन्यत्र शिफ्ट हो गये थे, लेकिन मकान गिरने से परिवार को आर्थिक नुकसान पहुंचा है.

मंगलवार की रात से तेज बारिश के चलते रात सो ही शहरी क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों में लोगों के घरो में पानी घुसना शुरू हो गया था और सुबह तक घरों और गलियो में घुटनो तक पानी देखा गया. हालांकि बारिश थमने के बाद जलस्तर घटता गया और लोगों ने राहत की सांस ली. नगरीय क्षेत्र में जलभराव को लेकर कोई नई बात नहीं है, लेकिन हर बार की तरह बारिश से पूर्व नपा के सफाई अभियान की पोल खुल गई. जिसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और नपा की व्यवस्था पर सवाल खड़े किये. हालांकि आमजनता के घरो में भरे पानी के बाद नपा अमले की नींद टूटी और उन्होंने आनन-फानन में शहर की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर, जलभराव वाले क्षेत्र में पानी निकासी बनाने के नालों को तोड़कर पानी निकासी बनाने का प्रयास किया.

अलसुबह से ही नगर के नर्मदा नगर, निर्मल नगर, चित्रगुप्त नगर, गढ्ढा मोहल्ला का निचला क्षेत्र सहित समीवर्ती गर्रा सहित अन्य स्थानो में लोगों ने बरसात का पानी घुसने की शिकायत की. घरो में एक से दो फीट घुसे पानी ने नपा की सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. बनिस्मत मंगलवार की रात बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया. जिससे न केवल रहवासी क्षेत्र अपितु शहर के प्रमुख चौराहा हनुमान चौक भी तालाब के रूप में नजर आया.  

शहर में बारिश के कारण लोगों के घरो में घुसे पानी की सबसे बड़ी समस्या नपा द्वारा नालों और नालियों की सफाई नहीं होना था. जिसकी शिकायत घरो में पानी के घुसने से परेशान लोगों ने भी की. प्रतिवर्ष नपा द्वारा बरसात के पूर्व सफाई अभियान चलाया जाता है लेकिन इस वर्ष यह अभियान केवल चुनिंदा स्थानों के अलावा बाकी शहर में कागजो में ही नजर आया. यह स्थिति और भी चिंताजनक तब की है, जब नपा की बागडोर किसी जनप्रतिनिधि के हाथो में न होकर प्रशासक के रूप में प्रशासन के पास है.  

घरों में पानी की घुसने से प्रभावित लोगांे ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासन पर अपना आक्रोश जाहिर करते हुए उन पर निष्क्रियता का आरोप तक लगा डाला. सोमवार को जब शहर के हर ओर से लोगों के घरो में पानी घुसने को लेकर जिम्मेदार नपा प्रशासन के अधिकारियों के मोबाईल की घंटी घनघनाई तो उनकी नींद टूटी. जिसके बाद आनन-फानन में जेसीबी और मजदूरो के माध्यम से पानी की निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर पानी को बाहर निकालने का प्रयास किया. जिसके बाद जाकर लोगों ने राहत की सांस ली.  

शहर में जब सुबह लोगों ने अपने घरों के सामने देखा तो जलभराव से मंजर तालाब के रूप में नजर आ रहा थ्ज्ञा. गलियों और घरो में पानी भरा था. जिससे जरूरत और घर का सामान पानी में भीगने से खराब हो गया था. जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा. पूरे शहर में मंगलवार की पूरी रात और बुधवार सुबह तक हुई बारिश ने लोगों को हलाकान कर दिया. बारिश के पानी घरों में घुसने से लोग खासे परेशान दिखाई दिये और मदद की पुकार करते रहे, लेकिन जिम्मेदारों की नींद काफी देर बाद खुली. जब तक वार्ड का क्षेत्र और घर तालाब जैसी स्थिति में तब्दील हो गया था. जहां कुछ स्थानो में तो नागरिकों ने स्वयं बरसते पानी में घर से बाहर निकालकर घरो में घुसे पानी को निकलने की जदोजहद की.  

मकानों और दीवारों को पहुंचा नुकसान

बताया जाता है कि तेज बारिश के कारण लोगों के घरो में घुसे पानी से मकानों और दीवारो को नुकसान पहुंचा है. अत्यधिक बारिश के कारण मकान और दीवारें कमजोर हो गई है. वहीं वार्ड क्रमांक 11 में एक कच्चा मकान गिर गया है. मंगलवार की रात से शुरू होकर बुधवार सुबह तक हुई तेज बारिश के कारण आम जनजीवन पूरी तरह से प्र्रभावित रहा. वहीं लोगो को काफी आर्थिक नुकसान भी पहुंचा है.  

डूबे पहुंच मार्ग

जिले में रविवार को हुई 24 घंटे की बारिश ने पूरे जिले को प्रभावित किया है. जहां शहरी और ग्रामीण रहवासी क्षेत्रो में लोगों के घरो में पानी घुस गया. वहीं गांवो को जोड़ने वाले मार्ग के बीच पुलो के ऊपर से पानी बहने से आवागमन पूरी तरह प्रभावित रहा. बताया जाता है कि जिले के नक्सल प्रभावित लाफरा से लेकर चिलोरा मार्ग के बीच के मार्ग में बने पुल से सटकर पानी बह रहा था, जिसके ऊपर पानी से बहकर आई लकड़ियों को लाने ग्रामीणों की भीड़ जमा थी. वहीं लांजी क्षेत्र के भी सालेटेकरी मार्ग में घोटी के पास कटंगनाला के उफान पर होने से घोटी, नंदोरा, देवरबेली, बेलगांव, सर्रा, कसोली, पौसेरा सहित अन्य गांवों से संपर्क टूट जाने की खबरें मिली है. बहरहाल जिला प्रशासन तेज बारिश के चलते नदी, नालों में पानी की स्थितियों पर नजर बनाये हुए है.

वार्ड क्रमांक 11 में गिरा मकान

मंगलवार को अतिवर्षा के चलते नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 में निवासरत राजेश नागमारे के घर की दिवाल गिर गई. जिससे उसे आर्थिक नुकसान पहुंचा है. हालांकि परिवार द्वारा घर गिरने की आशंका के चलते पूर्व ही घर के सभी सामानों को अनियंत्रित शिफ्ट कर दिया गया था. जिससे किसी प्रकार की जन और धन की हानि नहीं हुई है लेकिन घर की दिवार गिरने से नुकसान पहुंचा है. बताया जाता है कि पीड़ित परिवार द्वारा 6 महिने पूर्व प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी नाम नहीं आया है, पीड़ित ने अतिवर्षा से गिर मकान का मुआवजा और योजना का लाभ दिलाये जाने की मांग प्रशासन से की है.


Web Title : CITY SUBMERGED IN RAINWATER, NAPPA OPEN POLE, NAPPA ARRANGES DRAINAGE IN ANAN PHANAN, ENTIRE DISTRICT AFFECTED