बालाघाट. प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटित महाकाल लोक में स्थापित की गई सप्तऋषियों की प्रतिमाओं के विगत दिनो तेज हवा के चलते खंडित हो जाने के मामले में राजनीति गर्मा गई है और इस घटना को लेकर विपक्ष, सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है, जहां गत दिनांे कांग्रेस ने महाकाल लोक मामले को लेकर मुख्यमंत्री और नगरीय विकास मंत्री का स्तीफा मांगा तो वहीं पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मामले की जांच सीबीआई और ईडी से कराये जाने की मांग करते हुए भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला.
निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि भाजपा, भगवान के नाम पर भी भ्रष्टाचार कर रही हैं. इतनी भ्रष्ट सरकार कभी देखने को नहीं मिली. प्रदेश में कुशासन और मनमानी का राज चल रहा है. भाजपा सरकार की लाडली बहना योजना को भी पूर्व सांसद मुंजारे ने चुनावी योजना बताते हुए कहा कि कर्ज लेकर सरकार योजनायें और विकास का दावा कर रही है. प्रदेश कर्ज में डूब गया है.
पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने अपनी चिरपरिचित शैली में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन भी जुबानी हमला करते हुए कहा कि नगर में सफाई अभियान के दौरान वार्ड-वार्ड घूम रहे आयोग अध्यक्ष, विकास की बात करते है लेकिन 14 सालो में स्वीमिंग पुल नहीं बना सके. पं. धीरेन्द्र शास्त्री के गुजरात के राजकोट में दिये गये बयान के बाद आयोग अध्यक्ष बैकफुट में है. क्या बोलना है, कहां बोलना है यह समझ नहीं आ रहा है, दिमाग अस्थिर हो गया है वे अपना बड़बोलापन दिखा रहे है. बाबा ने जो भी, उससे साफ है कि पार्टी के लोग ही उनका अपमान करवा रहे है. जिस पर कुछ नहीं होना, बेशर्मी जैसा बयान है, जिस घटना को लाखों लोगों ने देखा, उसे झुठला रहे है.
उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर में न्याय के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे महिला पहलवानों के साथ 28 मई को घटित घटना को दुःखद बताते हुए कहा कि यह महिला पहलवानों का नहीं बल्कि नारी जगत का अपमान है. मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियों की ऐसी दुर्दशा, कभी देश में नहीं हुई. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं की बात करने वाली सरकार अपराधी बचाओ जैसा दिखाई दे रही है और प्रधानमंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे है.