बालाघाट से अपह्रत बालक को मुंबई से पुलिस ने किया दस्तयाब

बालाघाट. बालाघाट से अपह्रत बालक को कोतवाली पुलिस ने तलाश के बाद मुंबई से दस्तयाब कर बालाघाट लाकर परिजनों को सौंप दिया है. जिसके बाद परिजनों के चेहरे पर खुशी का माहौल है. गौरतलब हो कि विगत 18 नवंबर को नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 32 नर्मदा नगर से साढ़े 9 वर्षीय बालक  एकाएक लापता हो गया था. जब उसका कोई पता नहीं चला तो किसी अनहोनी आशंका से परिजनों ने सार्थक की सूचना कोतवाली पुलिस में दी थी. जिस पर पुलिस ने अपहरण का मामला कायम किया था.  

जिसके अपहरण की शिकायत दर्ज करने के बाद कोतवाली पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी, इस दौरान ही पुलिस के उसके मुंबई में बाल आश्रम में होने की जानकारी कोतवाली पुलिस को मिली. जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना में पदस्थ कार्यवाहक उपनिरीक्षक देवकंठ सोनी परिजनों के साथ मुंबई पहुंचे, जहां बालक आश्रम में जीआरपी पुलिस द्वारा रखे गये बालक को पुलिस कार्यवाही के बाद बालाघाट लेकर आये और यहां बालक को परिजनों को सौंप दिया.   

कार्यवाहक उपनिरीक्षक देवकंठ सोनी ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि मुंबई रेलवे स्टेशन में जीआरपी पुलिस ने बालक को अकेला घूमते हुए देखा. जिसके बाद जीआरपी पुलिस ने उसे बालक आश्रम में रखवा दिया था. जिसके बाद परिजनों को लेकर मुंबई गये. जहां से बालक आश्रम में रह रहे बालक को लेकर वे यहां पहुंचे है.   

बालक ने अपने बयान में बताया कि बुआ का लड़के को गिरने से सिर पर चोट आने पर बुआ ने उसे कहा था कि तेरे कारण लड़के को चोट लगी है, जिस टेंशन में बालक बालाघाट ट्रेन से गोंदिया और गोंदिया से ट्रेन से मुंबई चला गया था. जहां स्टेशन में उसे भटकते पाये जाने पर जीआरपी पुलिस ने उसे बालक आश्रम में रखवा दिया था.  

चाची सुनीता नेवारे ने बताया कि बालक भतीजा है, जब वह घर से कहीं चले गया था तो पूरे परिजन परेशान थे. उसके एकाएक गायब होने के बाद उसे बहुत खोजा गया लेकिन उसके नहीं मिलने पर इसकी जानकारी पुलिस को दी गई थी. जिसके बाद पुलिस को भतीजे  के बारे में सूचना मिलने पर वह कोतवाली में पदस्थ देवकंठ सोनी के साथ मुंबई गये. जहां बालक आश्रम से भतीजे को लेकर बालाघाट पहुंचे है. भतीजे सार्थक को ढूंढकर उसे सकुशल लाने में पुलिस का वह आभार व्यक्त करते है.


Web Title : POLICE ARREST CHILD ABDUCTED FROM BALAGHAT FROM MUMBAI