ब्राम्हण समाज का देश की प्रगति और विकास में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, विप्रकुल शिरोमणी सम्मान सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष पं. राजेश पाठक सम्मानित

बालाघाट. 8 मई को सर्व ब्राम्हण समाज द्वारा आराध्य देव भगवान परशुराम जयंती पर नगर में निकाली गई परशुराम जयंती की शोभायात्रा में की सामाजिक एकता के उमड़े सैलाब ने एक इतिहास रच दिया. जिसमें जिले के बच्चे, युवा, महिलायेें, पुरूष और बुजुर्गो के साथ ही बाहर से आये बड़ी संख्या में सामाजिक लोगों की मौजूदगी देखते ही बनती थी.

प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी अक्षय तृतीय पर्व के प्रथम सप्ताह के प्रथम रविवार को आयोजित होने वाले सर्व ब्राम्हण समाज के तत्वाधान में परशुराम जयंती के अवसर पर जिला अध्यक्ष राजेश पाठक के नेतृत्व में शोभायात्रा रविवार का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया.

जिसमें बालाघाट जिले के बालाघाट, वारासिवनी, कंटगी, तिरोड़ी, बैहर, लांजी, किरनापुर, लालबर्रा, जिला सिवनी, छिंदवाड़ा एवं मंडला सहित अनेक स्थानों के ब्राम्हण समाज के स्वजातीय बन्धुओं ने भाग लिया. कार्यक्रमानुसार सायं 5 बजे नये राम मंदिर में विशेष पूजा अर्चना पश्चात शोभायात्रा प्रारंभ हुई. जिसमें बड़ी संख्या में पुरूष, महिला, युवा ब्राम्हण समाज के नागरिकों ने भाग लिया. नगर में प्रमुख मार्गो से होकर गुजरी शोभायात्रा के बाद सिंधु भवन में मंचीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

जहां सिंधु भवन में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गौ सवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेशानंदजी महाराज, धर्मसाम्राट अनंत विभूति ज्योतिपीठ गीता मनीषी पूज्य ब्रम्हचारी निर्विकल्प स्वरूप जी महाराज, मध्यप्रदेश शासन के आयुष विभाग के मंत्री रामकिशोर कावरे, पूर्व सांसद नीता पटेरिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, महासचिव अजय मिश्रा, श्रीमती संध्या दीक्षित, श्रीमती सपना तिवारी, श्रीमती डॉ. अर्चना शुक्ला सहित अन्य मंचासीन थी.  

मंचीय कार्यक्रम में अतिथियों ने एक स्वर में इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार का आयोजन हमेशा होते रहना चाहिये. जिससे हमारी सामाजिक एकता की नींव मजबूत होती है. साथ ही संपूर्ण समाज का एक छोर का व्यक्ति दूसरे छोर और दूसरे छोर का तीसरे छोर व तीसरे छोर का व्यक्ति चौथे छोर के व्यक्ति के परिचित होता है. ब्राम्हण समाज का अपना एक मजबूत आधार है, पहचान है समाज उत्थान देश की प्रगति व विकास में उसका जो योगदान है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. हमें अपने संगठन के माध्यम से समाज के गरीब तबके को आत्मनिर्भर बनाने के लिये भी योजनाबद्ध रूप से कार्य करने पर ध्यान देने की जरूरत है. हमें सरकारी सुविधाओं पर निर्भर न रहकर स्वयं ही एक दूसरे के सहयोग पर संगठन को मजबूत करते हुए जनहित एवं समाज हित में जो भी बेहतर योगदान हो सकता है उसे देने का प्रयास करना चाहिये. बालाघाट की पावन धरा पर आयोजित शोभायात्रा का संदेश सम्पूर्ण महाकौशल क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखेगा. अपेक्षा की जाती है कि इसी प्रकार की शोभायात्रा हर जिले में ब्राम्हण समाज निकाल कर अपनी एकता का परिचय दें.  

बालाघाट में भगवान परशुराम जी की शोभायात्रा की अगुवाही और कार्यक्रम आयोजक सर्व ब्राम्हण समाज जिला अध्यक्ष राजेश पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज का यह आयोजन निश्चित रूप से हम समस्त ब्राम्हण समाज के नागरिकों के लिये गर्व का विषय है. जिन्होंने अपना बहुमूल्य समय इस आयोजन में देकर इसे सफलता के शिखर तक ले जाने में अपना योगदान दिया. निश्चित रूप से इसके लिये हमारे समाज के पुरूष, महिला एवं युवा संगठन के वह समस्त सदस्यगण बधाई के पात्र है जिन्होंने लगातार परिश्रम और मेहनत करके स्वजातियं बन्धु को इस आयोजन में लाने के लिये प्रेरित किया. उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है हमारे अतिथिगण जिन्होंने संगठन के छोटे से निवेदन पर एक लंबा सफर तय करके बालाघाट की पावनधरा पर अपने शुभचरण को रखकर हमारे कार्यक्रम में उपस्थिति होकर हमें आशीर्वाद दिया, स्नेह दिया और हमारा उत्साह वर्धन किया साथ ही वह सभी सामाजिक संगठनों का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हॅू जिन्होंने शोभायात्रा के स्वागत में जगह जगह स्टाल लगाकर इसका स्वागत किया. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेने वाले किसी भी पक्ष का यदि हम लेना भूल गये तो उसके लिये क्षमा प्रार्थी है और अपेक्षा करते है कि वर्ष 2022 की शोभायात्रा में जो उत्साह हमें देखने मिला है भविष्य के आने वाले वर्षो में भी यह उत्साह दुगने स्तर पर हम देख सकेगें इसी अपेक्षा के साथ मैं सर्व ब्राम्हण समाज की तरफ से उन सभी पक्षों के योगदान का स्मरण करते हुए आभार व्यक्त करता हॅू जिन्होंने दो वर्ष के अंतराल के पश्चात आयोजित इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में अपना योगदान दिया.

सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष पं. राजेश पाठक, विप्रकुल शिरोमणी सम्मान से सम्मानित

जिले में ब्राम्हण समाज के आराध्य भगवान परशुराम जी की जयंती पर विगत कई वर्षो से भगवान परशुराम जयंती पर शोभायात्रा के माध्यम से जिले में सामाजिक लोगों को विपरित परिस्थिति में भी एकजुट करने और समाज के उत्थान के निरंतर प्रयासरत रहने पर मध्यप्रदेश गौ सवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेशानंदजी महाराज और धर्मसम्राट अनंत विभूति ज्योतिपीठ गीता मनीषी पूज्य ब्रम्हचारी निर्विकल्प स्वरूप जी महाराज ने सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष राजेश पाठक को विप्रकुल शिरोमणी सम्मान से सम्मानित किया. इस दौरान अतिथिद्धय द्वारा पं. राजेश पाठक को शॉल, श्रीफल एवं भगवान परशुराम जी के अस्त्र के प्रति परशु को भेंट किया.

महत्वपूर्ण बात यह भी रही कि कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि के रूप में पधारे दोनों ही महाराज ने राजेश पाठक को विप्रकुल शिरोमणि उपाधि देकर उनका सम्मान बढ़ाया.   

येे रहे उपस्थित

भगवान परशुराम जी की शोभायात्रा और सिंधु भवन में आयोजित मंचीय कार्यक्रम में अतिथियो के साथ ही सर्व ब्राम्हण समाज सचिव आदित्य पंडित, कोषाध्यक्ष मुकेश तिवारी, प्रवक्ता अनुराग झा, नगर सचिव निशांत मिश्रा, जिला परशुराम सेना अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा, अभिषेक शुक्ला नगर कोषाध्यक्ष, सचिव राजा उत्कर्ष शुक्ला, अजय मिश्रा, रीकाब मिश्रा, अन्नपूर्णा तिवारी, अमोल मिश्रा, मोहित दुबे, पं. राजेश दुबे, मंयक दुबे, महिला मंडल में श्रीमती संध्या दीक्षित अध्यक्ष, श्रीमती आरती शर्मा सचिव, श्रीमती सपना सुधीर तिवारी, श्रीमती किरण शुक्ला, श्रीमती जयश्री त्रिवेदी, किरण तिवारी, श्रीमती निर्मल तिवारी, सुषमा दीक्षित, मंजु भोंडले उपाध्यक्ष, श्रीमती कविता शुक्ला संयुक्त सचिव, आरती मिश्रा कोषाध्यक्ष, श्वेता शर्मा मीडिया प्रभारी, बबली मिश्रा प्रवक्ता, मंजु तिवारी सहकोषाध्यक्ष एवं श्रीमती संध्या पंडित, सरिता दुबे, वर्षा तिवारी, संध्या हजारी, कौशल्या पाठक, रीना त्रिवेदी, गोल्डी मिश्रा, कविता शुक्ला, नेहा भारद्वाज, सहित कार्यकारिणी के समस्त महिला सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे.

शोभायात्रा में गूंजे जयघोष और नारे

नगर में 8 मई रविवार को निकाली गई शोभायात्रा में ध्वनि यंत्रों पर ब्राम्हण बन्धु जब-जब ब्राम्हण बोला है-राज सिंहासन डोला है’’ गगनचुंबी नारे लगाते रहे. वहीं दूसरी ओर भगवान परशुराम के स्वरूप को साक्षात करते हुए झांकी के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण, भगवान शिव की झांकी के साथ ही अश्व पर सवार भगवान परशुराम और महारानी लक्ष्मीबाई का जीवंत स्वरूप शोभा यात्रा में आकर्षण का केन्द्र था. शोभायात्रा की हनुमान चौक, महावीर चौक, सुभाष चौक, राजघाट चौक, कालीपुतली चौक सहित समापन स्थल सिन्धु स्थल तक आते-आते अलग-अलग समाज के संगठनों ने इस शोभायात्रा का अभिनंदन करते हुए शरबत एवं अन्य पेय पदार्थो का वितरण किया. जिससे शहर में एक नई सामाजिक एकता लोगों को देखने मिली.  

दिवंगत श्रीमती कृष्णा मिश्रा का किया गया स्मरण

शोभायात्रा में ब्राम्हण समाज की मजबूत आधार स्तंभ एवं प्रख्यात समाजसेवी स्व. श्रीमती कृष्णा मिश्रा के योगदान को स्मरण करते हुए प्रथम वाहन पर उनका छायाचित्र भी विशेष आकर्षण का केन्द्र था.   कोरोना काल के कारण वर्ष 2020 व 2021 में शोभायात्रा का आयोजन नहीं हो पाया था इस कारण इस बार आयोजित शोभायात्रा में स्वजातिय नागरिकों को उत्साह चरमसीमा पर था. जय-जय परशुराम के जयघोष और साउंड सिस्टम पर बजते धार्मिक गीतों ने संपूर्ण वातावरण को धर्ममय बना दिया. सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष राजेश पाठक ने इस आयोजन में महिला संगठन की समस्त पदाधिकारी एवं उनके सदस्यगण ने शोभायात्रा को सफलतापूर्वक आयोजित किये जाने के लिये अपना जो अमूल्य समय दिया है उसके आभार के लिये शब्दों का अभाव है.


Web Title : THE CONTRIBUTION OF THE BRAHMIN COMMUNITY TO THE PROGRESS AND DEVELOPMENT OF THE COUNTRY CAN NEVER BE FORGOTTEN, THE VIPRAKUL SHIROMANI SAMMAN SARVA BRAHMIN SAMAJ PRESIDENT PT. RAJESH PATHAK HONOURED