युद्ध की दहशत से एक और मेडिकल छात्रा रशिया के क्रीमिया से लौटी घर

बालाघाट. भले ही रूस और यूक्रेन के बीच विवाद चल रहा हो, लेकिन इससे लगे देशो में भी रह रहे छात्रो में दहशत का माहौल है, जो अब लौट रहे है, ऐसी ही जिले की एक मेडिकल की छात्रा है, प्रेमनगर गली नंबर 2 निवासी मनन पिता अनिल नामदेव, जो रशिया के क्रीमिया में मेडिकल के द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, जो 4 मार्च को दिल्ली लौट आई है. संक्षिप्त चर्चा में मेडिकल छात्रा मनन नामदेव ने बताया कि वह रशिया के बॉर्डर क्रीमिया में मेडिकल सेकंड इयर की छात्रा थी. चूंकि यूक्रेन और रूस के युद्ध के चलते, इससे लगे देशो में भी युद्ध की आहट और दशहत के चलते छात्र, मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़कर अपने-अपने घर लौट गये है. हालांकि मनन नामदेव का कहना है कि अगस्त-सितंबर तक वह ऑनलाईन पढ़ाई करेगी, जिसके बाद यदि दोनो देशो के बीच हो रहे युद्ध के बाद हालत बदलते है और सब कुछ अच्छा होता है तो वह लौट जायेगी. उन्होंने बताया कि युद्ध जैसे हालत तो वहां नहीं है लेकिन किसी आहट या आशंका के चलते वह घर लौट आई है. छात्रा मनन की मानें तो फ्लाईट बंद होने से वह ट्रेन के जरिये, क्रीमिया से मॉस्को पहुंची, जहां से वह दिल्ली से नागपुर और फिर बालाघाट पहुंची है. वहीं दो देशो के बीच युद्ध के बाद से यूक्रेन में रह रहे बच्चो के अभिभावको की चिंता के साथ ही इससे जुड़े देशो में अध्ययन करने गये बच्चो के अभिभावको में चिंता जायज थी, लेकिन बेटी के घर लौटने के बाद अब अभिभावक भी निश्चिंत हो गये है.


Web Title : ANOTHER MEDICAL STUDENT RETURNS HOME FROM CRIMEA, RUSSIA, AFTER THE PANIC OF WAR