हारी हुई विधानसभा में भाजपा लगा रही जोर, हारी और कम मार्जिन से जीती सीट पर आ रहे मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री मोदी के नाम में गुम भाजपा प्रत्याशी का नाम

बालाघाट. पूरे देश में भाजपा मोदी की लहर बता रही है लेकिन बालाघाट संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के बाद भी मुख्यमंत्री लगातार चुनावी कमान संभाले हुए है, वह लगातार प्रचार कर रहे है. व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री ने 12 अप्रैल को उकवा और 14 अप्रैल को लांजी में सभा की. जबकि 17 अप्रैल को उनका रामपायली में आगमन संभावित है. जिससे साफ है कि संसदीय क्षेत्र में भाजपा, मोदी के नाम के बावजूद कमजोर नजर आ रही है. जिसका फायदा कांग्रेस और बसपा प्रत्याशी उठा सकते है. यही कारण है कि जिले में भाजपा प्रत्याशी के लिए नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों की फौज को संगठन ने मैदान में उतार दिया है. आलम यह है कि स्टारक प्रचारक भी नुक्कड़ सभाएं लेकर जनता को विधानसभा की गलती सुधारने की बात कह रहे है.  

सूत्रों की मानें तो जिले में भाजपा ने जिन विधानसभा सीटो को गंवाया है और जहां कम मार्जिन से भाजपा ने जीत दर्ज की है, नेतृत्व ने उन्हीं स्थानों पर प्रचार के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को उतारा है. जिसमें बैहर के उकवा में विगत 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभा की. वहीं 14 अप्रैल को कम मार्जिन से जीती विधानसभा सीट लांजी में मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी के लिए आशीर्वाद मांगा, अब 17 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, वारासिवनी विधानसभा के रामपायली आ रहे है, जहां भी भाजपा को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है.  

जिले में भाजपा प्रत्याशी का प्रचार तो रहा है लेकिन इस प्रचार में प्रधानमंत्री मोदी के नाम में कही प्रत्याशी का नाम गुम हो गया है. जो जिले के उकवा और लांजी मंे मुख्यमंत्री की हुई सभा में साफ दिखाई दिया, जहां दोनो ही सभाओ में मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी का नाम नहीं लिया. फिलहाल जीत के प्रति भाजपा अति उत्साहित दिखाई दे रही है, यही कारण है कि वह जनता तो दूर जनता के प्रतिनिधि माने जाने वाले लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ मीडिया को भी नजरअंदाज कर रही है. यह इससे समझा जा सकता है कि नामांकन से लेकर प्रचार के अंतिम दौर तक भाजपा प्रत्याशी ने अधिकृत रूप से जिले के मीडिया के सामने अपनी बात रखना तक मुनासिब नहीं समझा. हालांकि विधानसभा में जिन सीटो पर भाजपा को हार मिली है, वहां भी विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशी, ऐसे ही अति आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे थे, जिसका खामियाजा उन्हें चुनाव परिणाम के रूप में भुगतना पड़ा. अति आत्मविश्वास में विधानसभा की तरह संसदीय चुनाव मंे भाजपा को यह अनदेखी ले ना डूबे, इससे इंकार नहीं किया जा सकता.


Web Title : BJP IS PUSHING HARD IN THE DEFEATED ASSEMBLY, CHIEF MINISTER COMING TO THE SEAT WON BY A LOW MARGIN, THE NAME OF THE BJP CANDIDATE MISSING IN THE NAME OF PRIME MINISTER MODI