कामबंद कर हड़ताल पर गये नपाकर्मी, कांग्रेस ने हड़ताली कर्मचारियों का किया समर्थन, नियमित कर्मियों पर होगी सख्त कार्यवाही-सीएमओ

बालाघाट. दैवेभो कर्मियों को विनियमित, विनियमित कर्मचारियों को नियमित और ठेका पद्धति से निकाले गये श्रमिकों को बहाल करने की मांग और अल्टीमेटम देने के बावजूद नगरपालिका प्रबंधन अध्यक्ष और सीएमओ द्वारा अनदेखी किये जाने से नाराज नपा कर्मियों ने 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. जिसका नपा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष ने समर्थन किया है तो सीएमओ ने बिना किसी मांग के हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में काम बंद कर हड़ताल पर जाने वाले नियमित कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है. चूंकि मुख्यालय में नपाध्यक्ष के नहीं होने से विधायक प्रतिनिधि सुरजीतसिंह ठाकुर ने हड़ताली कर्मचारियों से चर्चा की लेकिन हड़ताली कर्मचारी मानने को तैयार नही हैं.  

25 अगस्त से भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में नगरपालिका प्रबंधन की अनदेखी से नाराज नपाकर्मी,  अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है, जिससे नपा के समस्त विभागो में शुक्रवार को कार्यालयीन समय पर सन्नाटा पसरा रहा और सफाई व्यवस्था से लेकर सभी सुविधाओ पर ब्रेक लग गया है. नपाकर्मियों की मांगो को लेकर नपा प्रबंधन की निष्क्रियता का पता, इसी बात से चलता है कि विगत कुछ दिनों से नपा कर्मी लगातार 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर रहे थे लेकिन नपा प्रबंधन ने इस मामले में कर्मियो से चर्चा करना तक मुनासिब नहीं समझा. यही कारण है कि नपा के ठेका श्रमिक, दैवेभो, विनियमित और नियमित कर्मचारियों ने कामबंद कर 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये है. 25 अगस्त शुक्रवार की सुबह से ही नपाकर्मी, नपा के सामने एकत्रित होकर मांगो के समर्थन करने लगे.  

महिला कर्मी सोनु ठाकुर और कविता मलिक ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार दैवेभो कर्मियों को विनियमित, विनियमित कर्मियों को नियमित, ठेका श्रमिकों को बहाल करने तथा समय पर वेतन के भुगतान की प्रमुख मांगो को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कर्मियों को ठोस जवाब नहीं मिलता है.

उन्होंने कहा कि नपा कर्मियों से हमेशा से ही नगरपालिका का व्यवहार और आचरण सौतेलापूर्ण रहा है, फिर वह समय पर वेतन की भुगतान करने की बात हो या सालों से काम कर रहे नपाकर्मियों का विनियमित या नियमित करने का मामला हो. हर बार प्रबंधन केवल और केवल आश्वासन देता है. नगरपालिका में ना तो अध्यक्ष और ना ही सीएमओ, नपा कर्मियों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहे है. जिसके कारण मजबूरीवश उन्हें आंदोलन करना पड़ रहा है.  

दूसरी ओर भारतीय मजदूर संघ विभाग प्रमुख राजेश वर्मा का कहना है कि बालाघाट नगरपालिका के कर्मचारी 25 अगस्त से हड़ताल पर चले गये है और कल 26 अगस्त से लांजी, बैहर और कटंगी नगरपरिषद और वारासिवनी नगरपालिका के कर्मी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे है.

नेता प्रतिपक्ष कारो लिल्हारे ने हड़ताली कर्मचारियोें का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी मांगे जायज है. चिंतनीय यह है कि नपाध्यक्ष जिले से बाहर है, जिन्हें तत्काल इनसे चर्चा कर इसका हल निकालना था. जो शासनस्तर की मांग है, उनकी सरकार, उनके विधायक और मंत्री है, उनसे इसका हल निकलवाना था और परिषद से संबंधित समस्या है, उसका पक्ष-विपक्ष के पार्षद बैठकर हल निकालते. कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से नगर की सफाई व्यवस्था सहित नपा के विभागों के कार्य बंद हो गये है. यह आश्चर्य की बात है कि एक साल की अवधि में तीन बार कर्मचारी हड़ताल पर चले गये है, जबकि कर्मचारियों से कई बार की वार्ता हो गई है लेकिन लगता है कि नपाध्यक्ष, कर्मचारियों से चर्चा की केवल औपचारिकता निभा रही है, यदि उनमें सही में कर्मचारियों की मांगो को पूरा करने का संकल्प होता तो आज यह स्थिति नहीं होती.  


इनका कहना है

आज सभी कर्मचारी हड़ताल पर है. कर्मचारियों की मांगे शासन स्तर की है, जैसा शासन का आदेश होगा, वैसी पालन किया जायेगा. कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए सफाई के लिए 7 दिनों तक संविदा कर्मचारियों को बुलाया रखा जा रहा है और 26 अगस्त से कर्मचारी और वार्ड के पार्षद सफाई का जिम्मा देखेंगे. बिना मांगो के हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में जाने वाले नियमित कर्मचारियो पर सख्त कार्यवाही की जायेगी.

निशांत श्रीवास्तव, सीएमओ, नपा


Web Title : CONGRESS EXTENDS SUPPORT TO STRIKING EMPLOYEES, STRICT ACTION WILL BE TAKEN AGAINST REGULAR EMPLOYEES