मुश्किल दौर से गुजर रही कांग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत-स्वप्निल,वारासिवनी में मनाया गया कांग्रेस का 136 वां स्थापना दिवस

वारासिवनी. ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय मे कांग्रेस का 131 वां स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर पार्टी नेताओं और क ार्यकर्ताओं ने आतिषबाजी कर एकदूसरे का मुंह मीठा किया और केक काटकर एकदूसरे को पार्टी के स्थापना दिवस की बधाई दी. , कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसियों ने कांग्रेस के इतिहास एवं देष के लिए बलिदान एवं त्याग पर प्रकाष डाला. इस दौरान अधिवक्ता स्वप्निल डोंगरे, अधिवक्ता षहीद खान, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भोजेश पटले, नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष विवेक पटेल, जेषराज पारधी, लोमहर्ष बिसेन, जितेन्द्र राजपूत, षैलेन्द्र पटेल, छोटू ठाकरे, रिजवान अली, सुदेष सोनी, ठानसिंग पटले, टेकचंद कलाईत, तिलक चंद कटरे, डॉ. रमेष टेंभरे, विजय बिसेन, श्रीमती निधी माडल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे. कार्यक्रम का कुषल संचालन अनिल पिपरेवार एवं आभार प्रदर्षन छोटू ठाकरे द्वारा किया गया.  

इस दौरान पूर्व नपाध्यक्ष विवेक पटेल ने कहा कि सबको साथ लेकर चलना और देश का विकास करना सिर्फ कांग्रेस ने ही सिखाया है. आज हम अपने आपको कांग्रेस का हिस्सा बन कर गौरान्वित महसूस कर रहे है. कांग्रेस का बहुत लंबा चौडा और गौरवषाली इतिहास रहा है. इन दौरान कांग्रेस ने अच्छे बुरे सभी दिन देखे है. विपरित परिस्थितियों मंे कैसे निकला जाता है यह कांग्रेस एवं कांग्रेसियों का आता है. कांग्रेस का सिपाही किसी भी हाल मंे हिलने वाला नही है. आने वाले समय मे कांग्रेस फिर सत्ता में आयेगी.  

कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष अधिवक्ता षाहिद खान ने कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है. ग्रामीणों किसानों एवं गरीबों का मरना हो गया है. केन्द्र की मोदी सरकार को गरीबों एवं किसानों की नही सिर्फ पूंजीपतियों की चिंता है. आज प्रधानमंत्री मोदी ने जो कृषि बिल लाया है उसका लाभ सिर्फ और सिर्फ अदानी और अंबानी जैसे पूंजीपतियों के हितों को देखते हुए लाया गया है. जिस प्रकार जीएसटी और नोटबंदी का लाभ कुछ उद्योगपतियों को ही हुआ बाकी देष के गरीब और किसान तो परेषान ही हुए है. इसी प्रकार यह कृषि कानून भी कुछ उद्योगपतियों को ही लाभ पहुंचाने वाला है. आज लाखों की संख्या में किसान कड़कड़ाती ठंड में बैठे है बिल को वापस लेने की मांग को लेकर बैठे है.

कांग्रेस जिला उपाघ्यक्ष अधिवक्ता स्वप्निल डोंगरे ने कहा कि आज कांग्रेस मुष्किल दौर से गुजर रही है. यह सच है कि कांग्रेस के षुरूआती दौर मे जिस केडर को तवज्जो दी जाती थी. आज उन केडर को उतनी तवज्जों नही दी जाती. परिवारवाद सहित अन्य आरोपों को गंभीरता से लेते हुए चिंतन मनन करना चाहिये. कांग्रेस में बडे़ नेता और छोटे नेता की कोई परिपाटी नही है छोटे से छोटे कार्यकर्ता को अपनी बात षिखर तक पहुंचाना चाहिये. अच्छे बुरे दिन आते जाते है. यह बुरा समय भी निकल जायेगा बस हमें एकजुट और पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता बनकर रहना है.  

ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष भोजेष्वर पटले ने कहा कि आज देष जहां खड़ा है. उसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के त्याग, बलिदान और दूरदर्षिता को जाता है. जब अंग्रेजों ने देष को आजाद करने से पहले देष की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह तबाह कर दिया था और देष का बंटवारा कर देष मंे अस्थिरता ला दी थी. देष के सामने अनेक चुनौतियां थी, देष मे न तो कोई उद्योग थे और न ही कृषि पर्याप्त होती थी. जहां सुई भी ब्रिटेन से आती थी. अनेक राज्यों में बटे देष को एक करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने अनेक कल-कारखाने लगाये. बाध, प्लांट बनाकर देष को आत्मनिर्भर बनाने की दिषा में मजबूती से कदम रखा. ऐसे ही हम सभी कांग्रेसियों को एकजुट होकर जो मत और मनभेद को भुलकर संगठित होकर आने वाली चुनौतियां नगरीय निकाय एवं त्रिपंचायत चुनाव में डटकर मुकाबला करना है. श्री पटले ने कहा कि क्षेत्र की जनता कांग्रेस के साथ है. इसी तरह जितेन्द्र राजपूत, रिजवान राजा अली, संदीप बाधमारे, लोमहर्ष बिसेन, निधिमाडल ने भी कांग्रेस के इतिहास के बारे मे अपने अपने विचार व्यक्त किया.  

Web Title : CONGRESS UNDERGOING DIFFICULT TIMES NEEDS INTROSPECTION 136TH FOUNDATION DAY OF CONGRESS CELEBRATED IN SWAPNIL, WARANGAL