आपदा टीम ने छात्र, छात्राओं को दी आपदा से बचाव की जानकारी, एमजीएम स्कूल में टीम ने उपकरणों, बनावटी संसाधनों और स्वयं एवं अन्य को सुरक्षित करने के बताये तरीके

बालाघाट. सिवनी में आये भूकंप के बाद इससे सटे जिलो में आपदा प्रबंधन को लेकर स्कूल-स्कूल आपदा टीम में शामिल एसडीईआरएफ और होमगार्ड की टीम छात्र, छात्राओं को प्राकृतिक और मानवीय आपदाओं से बचाव की जानकारी दे रही है. जहां गत दिनों एमजीएम स्कूल में छात्र, छात्राओ को एसडीईआरएफ और होमगार्ड की टीम ने छात्र, छात्राओं को प्राकृतिक और मानवीय आपदा में उपलब्ध संसाधनों की मदद, बनावटी संसाधन और स्वयं एवं अन्य लोगों को सुरक्षित बचाव के तरीके बताये गये.  

आपदा से सुरक्षा कार्यक्रम के तहत आपदा से बड़े पैमाने पर होने वाले जानमाल की क्षति से बचाव के उपाय को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित कर आकस्मिक परिस्थिति में उठाये जाने वाले कदम के बारे में जानकारी दी गई. एसडीईआरएफ और होमगार्ड के मास्टर ट्रेनरों ने बताया भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए समय की बेहद कमी होती है और चंद सेकेण्ड में ही हमें कोई निर्णय लेना होता है. कोई भी प्राकृतिक आपदा बताकर नहीं आती है. ऐसे में भूकंप के दौरान आप मकान या दफ्तर में हो तो वहां से बाहर निकल जाएं. भूकंप आने पर खुले मैदान की ओर भागें यह ज्यादा सेफ होता है. किसी बिलिं्डग के आसपास न खड़े हों. घर के दरवाजे खिड़की खुला रखें. घर से बाहर निकलना मुमकिन नहीं हो तो बेड, टेबल आदि के नीचे छुप जायें ताकि किसी भी परस्थिति में कम से कम नुकसान हो. दीवार के कोने या फिर दरवाजे के चौखट के पर खड़े होकर अपना बचाव कर सकते हैं. भूकंप के दौरान कोई व्यक्ति अंदर मलबे में फंस गया है तो उसे किसी किनारे से लेटकर निकालने की कोशिश की जा सकती है. इसके अलावा 

बच्चों को आगजनी, बाढ़ जैसी आपदा से बचने का तरीका रिहर्सल के माध्यम से बताया गया.

स्कूलो में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में प्लाटून कमांडर श्रीमती अर्चना भोरजार, सहा. उप. निरीक्षक महेश कुमार उइके, एवं आपदा प्रबंधन टीम के द्वारा आने वाली प्राकृतिक, मानवीय आपदाओ से निपटने और उससे बचाओ के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान आपदो को लेकर अधिकारियों ने जिज्ञासु विद्यार्थियों के सवालों का जवाब भी दिया और उन्हें आपदाओ को लेकर जानकारी भी प्रदान की.  

कार्यशाला के दौरान बताया गया कि किस प्रकार उपलब्ध उपकरणों की सहायता, बनावटी संसाधनों एवं स्वयं या अन्य किस तरह सुरक्षित किस तरह बचाया जा सकता हैं. कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य एवं अध्यापक गण एवं विद्यालय के छात्र छात्राये के समक्ष इसका डिमास्ट्रेशन भी दिया गया.  

खासकर आपदाओं में उपलब्ध संसाधनों की कमी के चलते बनावटी संसाधन में तेल की कुपियों से जैकेट, पानी की प्लास्टिक बोटलों से जैकेट और नात तैयार करना, बांस से नाव बनाना और किसी घायल या पीड़ित व्यक्ति को दूरदराज में संसाधनों के पास ले जाने के लिए किसी तरह दो बांस के साथ चादर का स्ट्रेचर तैयार करना की जानकारी प्रदान की गई. वहीं घायलों को ले जाने के बारे में प्रायोगिक तौर से बताया गया. इस दौरान उपलब्ध संसाधनों का प्रदर्शन कर छात्र, छात्राओं और स्कूल स्टॉफ के समक्ष किया गया.

इस कार्यशाला में एसडीईआरएफ और होमगार्ड टीम से लक्ष्मीचंद कटरे, मुलेन्द्र आड़े, देवेन्द्र गेडाम, कमलेश तेकाम, नरेंद्र मसराम, कुलदीप दुबे, घनश्याम सोनेकर, चंद्रेश धुर्वे, करणसिंह वलके सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.  


Web Title : DISASTER TEAM PROVIDES DISASTER PREVENTION INFORMATION TO STUDENTS, GIRL STUDENTS, TEAM AT MGM SCHOOL SUGGESTS TOOLS, ARTIFICIAL RESOURCES AND WAYS TO PROTECT THEMSELVES AND OTHERS