जिला पंचायत सीईओ से हड़ताली सचिवो की चर्चा रही विफल, तीसरे दिन भी जारी रही सचिवों की हड़ताल, शासन के आदेशानुसार ही होगी निष्पक्ष कार्यवाही-सीईओ

बालाघाट. खैरलांजी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत भानपुर के सचिव मनीष हेड़ाऊ के बहाली आदेश में संशोधन की मांग को लेकर 25 दिसंबर को तीसरे दिन भी जनपद क्षेत्र के सचिवों की हड़ताल जारी रही. हालांकि भानपुर पंचायत सचिव के बहाली आदेश में संशोधन को लेकर 24 दिसंबर को जिला पंचायत सीईओ से ब्लॉक सचिव संगठन खैरलांजी के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा हुई, जिसमें कोई संतोषजनक हल नहीं निकलने से सचिवों ने अपने आंदोलन को जारी रखा है. सचिव संगठन खैरलांजी ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र चित्रिव ने कहा कि जब तक भानपुर पंचायत के बहाली आदेश पर संशोधन नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. दूसरी ओर इस मामले में जिला पंचायत सीईओ आर. उमा माहेश्वरी ने सचिवों को आश्वस्त किया है कि भानपुर पंचायत सचिव के खिलाफ शासन के आदेशानुसार निष्पक्ष कार्यवाही की जायेगी.  

ग्राम पंचायत भानपुर के सचिव के बहाली आदेश में संशोधन की मांग पर अड़े सचिवो की तीसरे दिन भी जारी रही हड़ताल को जनपद पंचायत खैरलांजी उपाध्यक्ष श्रीमती मधु शुक्ला ने भी अपना समर्थन दिया है. हड़ताली सचिवों के आंदोलन को समर्थन देते हुए जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती मधु शुक्ला ने जनपद सीईओ की कार्यवाही को द्वेषपूर्ण और बिना जांच के एकपक्षीय कार्यवाही बताया. उन्होंने कहा कि इस कार्यवाही से सीईओ की कार्यप्रणाली का पता चलता है कि सीईओ कितनी हठधर्मी है, जिनकी हठधर्मिता के कारण ही किसान सम्मान निधि का कार्यक्रम सचिवों की सक्रियता नहीं होने से विफल रहा.  

सचिवों की हड़ताल को पूर्व जिला पंचायत सदस्य अजय मेश्राम, बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष तेजलाल चौधरी और जिले के अन्ना हजारे कहे जाने वाले श्री पांडे ने भी अपना समर्थन दिया है. आंदोलन स्थल पर जनपद पंचायत खैरलांजी सीईओ ने हड़ताली सचिवों को आश्वस्त किया कि बहाली आदेश के संशोधन प्रस्ताव को मेरे द्वारा भिजवा दिया जायेगा. निलंबन एक कानूनी प्रक्रिया है जो काई सजा नहीं है, लेकिन हड़ताली सचिव इससे भी सहमत नहीं दिखे और उनका आंदोलन जारी रहा.

बहरहाल खैरलांजी जनपद पंचायत अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों के हड़ताल होने से किसान सम्मान निधि के कार्यकम में इसका खासा असर दिखाई दिया. हालांकि प्रशासन का कहना है कि सचिवों की हड़ताल से कार्यक्रम में कोई असर नजर नहीं आया, लेकिन जमीनी वास्तविकता बयां करती है कि सचिवों की हड़ताल के कारण कार्यक्रम में क्षेत्रीय कृषकों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रही. जबकि यदि सचिव काम पर होते तो निश्चित ही किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम में पंचायतों के कृषकों की भूमिका ज्यादा होती और सरकार की बात किसानों तक पहंुच पाती.  


इनका कहना है

सचिवों की हड़ताल से किसान सम्मान निधि वितरण कार्यक्रम में कोई खास असर नहीं पड़ा है. हमारी जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में कृषकों की संख्या काफी थी. ग्राम पंचायत भानपुर के पंचायत सचिव के निलंबन के बहाली आदेश में नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है, शासन के आदेश है जिसके खिलाफ विभागीय जांच होती है, उसे वित्तिय प्रभार नहीं दिया जाता है और इसी के तहत निलंबित पंचायत सचिव के बहाली आदेश उपरांत उसे वित्तिय प्रभार नहीं दिया गया है. भानपुर पंचायत सचिव की जांच निष्पक्ष की जायेगी, इसके लिए सचिव निश्चित रहे और हड़ताल का रास्ता छोड़कर अपने काम पर लौटे.

श्रीमती आर. उमा. माहेश्वरी, सीईओ, जिला पंचायत 


Web Title : DISTRICT PANCHAYAT CEO FAILS TO DISCUSS STRIKING SECRETARIES, SECRETARIES STRIKE CONTINUES FOR THIRD DAY, FAIR ACTION TO BE TAKEN AS PER GOVERNMENT ORDERS CEO