न्यूनतम वेतनमान दे या फिर आत्महत्या की अनुमति दे, ग्राम पंचायत कर्मियों ने उठाई मांग, युवा नेता संयोग कोचर ने की मुलाकात

बालाघाट. इस बढ़ती महंगाई में आज भी पंचायत में कार्यरत कर्मी महज कहीं एक हजार, कहीं दो हजार तो कहीं तीन हजार रूपए में काम करने मजबूर है, ऐसे में परिवार का भरण-पोषण से अन्य खर्चो वह कैसे पूरा करें, यह चिंता खाए जा रही है. ग्राम पंचायत कर्मी जिलाध्यक्ष बद्रीप्रसाद सहारे ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने अपने हक की आवाज नहीं उठाई लेकिन कोई सुनने तैयार नहीं है, इसलिए हम चाहते है कि या तो शासन, प्रशासन हमें सम्मानजनक जीवन के लिए न्यूनतम वेतन दे या फिर आत्महत्या करने की अनुमति दे, हम सभी मरने तैयार है.  

ग्राम पंचायत कर्मियों ने आज बैठक की. इस बैठक में भाजपा युवा नेता संयोग कोचर भी पंचायत कर्मियों से मिलने पहुंचे और उनकी समस्या जानकार उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी लड़ाई में वह उनके साथ है. साथ ही प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और श्रम मंत्री से पंचायतकर्मियों की इस व्यथा को लेकर चर्चा कर उनका हक और अधिकार दिलवाए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य है कि इतनी कम राशि में यह कर्मी काम करने मजबूर है. जिनकी व्यथा को वह समझ सकते है. उन्होंने आश्वस्त किया कि निश्चित ही मंत्रीजी उनकी समस्या का निराकरण करेंगे.


Web Title : GRAM PANCHAYAT WORKERS RAISE DEMAND FOR MINIMUM WAGE OR ALLOW SUICIDE, YOUTH LEADER SANYOG KOCHHAR MEETS