सर्व आदिवासी समाज को गुमराह रहे निर्दलीय प्रत्याशी कोर्राम,प्रेसवार्ता लेकर सामाजिक जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी

बालाघाट. लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत बालाघाट-सिवनी संसदीय सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होना है, इसके पूर्व आदिवासी समाज निर्दलीय प्रत्याशी के उस बात से आहत है जिसमें वे सर्व आदिवासी समाज का प्रत्याशी होने का जिक्र कर रहे है, इसी को लेकर आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों ने बैहर में 16 अप्रैल को प्रेसवार्ता ली और कोर्राम को सर्व आदिवासी समाज का समर्थन होने से इंकार किया. साथ ही कांग्रेस के पक्ष में उन्होंने आदिवासी वर्ग का झुकाव होने की बात कही. बीते दिनों निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम ने इनमें से कुछ जनप्रतिनिधियों का नाम लिया था और कहा था कि वे भी उनके समर्थक है. जिससे उनके इस बयान पर आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों की नाराजगी है.   उन्होंने प्रत्याशी पर सर्व आदिवासी समाज को गुमराह करने का आरोप लगाया. प्रेसवार्ता के दौरान लोकसभा समन्वयक द्रोपकिशोर मेरावी, सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष दिनेश धुर्वे, संदेश सैयाम जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष, सविता धुर्वे बिरसा जनपद अध्यक्ष, सुशीला सरोते पूर्व जनपद अध्यक्ष, नेहासिंह जनपद सदस्य बैहर, दलसिंह पन्द्रे जिला पंचायत सदस्य, महेश मरकाम जिला पंचायत सदस्य, श्री ताराम, धरमसिंह मरकाम सहित अन्य उपस्थित थे.  

कांग्रेस के वोट बैंक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश-द्रोपकिशोर

वार्ता के दौरान आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता एवं कांग्रेस लोकसभा जिला प्रभारी द्रोपकिशोर मेरावी ने कहा कि  निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम को सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी के तौर पर चिन्हित किया जा रहा है यह गलत है, आदिवासी समाज सभी राजनीतिक दल एवं सामाजिक संगठनों में है कोर्राम के प्रत्याशी बनाने को लेकर जब आदिवासी समाज की बैठक हुई तो सभी को नहीं बुलाया गया था. उनके चहेते या समर्थकों को बुलाया गया और उन्होंने अपना नाम प्रस्तावित किया. जिससे वे सर्व आदिवासी समाज को गुमराह कर रहे है कि मुझे सर्व आदिवासी समाज का समर्थन है. जो भुवनसिंह के साथ नहीं हे वे समाज के साथ नहीं है, ऐसा कहा जा रहा है तो ऐसा करना गलत है. उन्होंने कहा कि सभी वर्ग विशेष के मतदाताओं के सहयोग से प्रत्याशी की जीत होती है. समाज को गुमराह करके कांग्रेस के वोट बैंक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.  

समाज को बांटने का कर रहे काम-सविता

बिरसा जनपद अध्यक्ष सविता धुर्वे ने कहा कि आदिवासी सर्व समाज के भुवनसिंह प्रत्याशी होने की बात कही जा रही है, यह सही नहीं है कुछ लोगों के बीच बैठक हुई और प्रत्याशी बन गये है, वे अपने आप को गोंडवाना और सर्व आदिवासी समाज का समर्थन बताकर समाज के बीच दुष्प्रचार कर है, हम भी समाज के है हमारा समाज पहले है, राजनीतिक दल बाद में है, समाज की बैठक में हमें नहीं बुलाया गया था और भ्रम फैलाया जा रहा है. कि वे समाज का प्रत्याशी है. इस प्रकार समाज को बांटने का काम किया जा रहा है.  

कांग्रेस की रीति-नीति पर हमारा समर्थन-दलसिंह पंद्रे

जिला पंचायत सदस्य दलसिंह पन्द्रे ने बताया कि व्यक्ति विशेष समाज के नाम से राजनीति नहीं होती है, लोकतांत्रिक देश है अपनी इच्छा से चुनाव लड़ा जाता है, समाज ही चिंतन करता है और किसी को आगे करते हुए चुनाव लड़ाता है. सभी पार्टी में आदिवासी वर्ग के लोग है साजिश करते हुए समाजिक जनप्रतिनिधियों की छवि को धूमिल किया जा रहा है, कांग्रेस को निशाना बनाते हुए अपना मतलब साधा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सामाजिक बैठक बुलाकर हमारा नाम खराब करने का प्रयास किया गया. इसकी निंदा करता हूं एवं सामाजिक जनों से भी कहता हूं कि आगे ऐसा नहीं होना चाहिए. निर्दलीय प्रत्याशी कोर्राम समाज के नाम से राजनीति कर रहे है किंतु सर्व आदिवासी समाज का समर्थन उन्हें नहीं है.   

कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट के लिये एकजुट है हम-दिनेश धुर्वे

मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद एवं कांग्रेस जिला महामंत्री दिनेश धुर्वे ने बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी कोर्राम सर्व आदिवासी समाज का समर्थन होने की बात करते है, किंतु वास्तविकता है कि समाज में विभिन्न संगठन है उसमें से कई संगठन उनके समर्थन में नहीं है, गोंगपा का प्रत्याशी भी है. जिससे समाज दो भागों में बंट जाता है और मतों का धुव्रीकरण होकर भाजपा को फायदा होता है. वर्तमान समय में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है, सम्राट सरस्वार और उनका परिवार लंबे समय से जनसेवा में जुटा है. ऐसे प्रत्याशी को हमारा समर्थन है जिससे की जीतकर वे लोकसभा में पहुंचे. समाज के विभिन्न संगठनों को एकत्रित करके उन्हें अपनी दावेदारी प्रस्तुत करना था समाज के माध्यम से प्रत्याशी घोषित किया जाता तो उन्हें सभी का सहयोग मिलता, किंतु उन्होंने ऐसा ना करते हुए स्वयं ही अपनी उम्मीदवारी सामने रखी है. वार्ता के दौरान अन्य आदिवासी समाजजनों ने भी अपनी बात रखी और कांग्रेसी विचारधारा से जुड़ाव रखते हुए आदिवासियों के हित के लिये कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सरस्वार के पक्ष में होने का जिक्र किया.


Web Title : INDEPENDENT CANDIDATE KORRAM IS MISLEADING THE ENTIRE TRIBAL SOCIETY, SOCIAL PUBLIC REPRESENTATIVES EXPRESSED DISPLEASURE WITH THE PRESS CONFERENCE