परसवाड़ा. आदिवासी बाहुल्य परसवाड़ा क्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमरा सी गई है, जहां विभागीय कर्मचारियों के द्वारा व्यवस्था के नाम पर न केवल लोगों को लूटने का कार्य किया जा रहा है बल्कि घटना ने साबित कर दिया है कि विभाग अब जान से खिलवाड़ करने लगा है. अब तक क्षेत्र में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते तीन लोगों की मौत हो गई है. जबकि दो लोग मरते-मरते बचे. किन्तु विभागीय उदासीनता के चलते आज तक पीड़ित परिवार इंसाफ के लिए भटक रहा है, लेकिन न प्रशासन उनकी मदद कर रहा है और न ही जनप्रतिनिधियों ने उनकी सुध ली.
एक बार फिर हुए घटनाक्रम ने बिजली विभाग की लापरवाही उजागर कर दी. पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड के विद्युत मंडल परसवाड़ा अंतर्गत चंदना फीडर में लाइनमेन मन्नूलाल खरे द्वारा ग्राम डोंगरिया निवासी 45 वर्षीय दिनेश पिता लुखीराम पटेल को बिजली सुधारवाने 11 केव्ही के लाईन के खंबे में चढ़ दिया. जब वह काम कर रहा था, इसील दौरान बिना सूचना लाइट होने से सहायक लाइनमेन दिनेश पटले, बिजली करंट से पोल पर ही चिपक गया और उसकी मौत हो गई. जिसका पता चलने पर गांव में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों ने परसवाड़ा थाना पुलिस को इसकी तत्काल सूचना दी. घटना की जानकारी आग की तरह क्षेत्र में फैल गई और देखते ही देखते भारी संख्या में लोगों का हुजूम घटनास्थल पर जमा हो गया. यहां लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर आक्रोश जाहिर किया. जानकारी लगते ही परसवाड़ा पुलिस तत्काल मौका स्थल पर पहुंची. शव को खंबे से उतारने के दौरान मृतक के परिजन एवं ग्रामीणो द्वारा विद्युत विभाग के संबंधित कर्मचारी मन्नूलाल खरे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को खंबे से नीचे उतारने नहीं दिया. इस दौरान भारी संख्या में लोगो का हुजूम पॉवर हाऊस पहंुचा, जहां पर जमकर हंगामा किया गया. जिसके बाद पुलिस द्वारा किसी तरह समझाकर भीड़ को नियंत्रित किया गया. जिसके बाद रात्री 3 बजे तक बिजली कार्यालय के घेराव के साथ टायर जलाकर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. लोगो के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया और अन्य जगहों से भी पुलिस बल लगा दिया गया. सुबह तक पूरा परसवाड़ा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया, सुरक्षा की दृष्टि के मद्देनजर जगह जगह पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
जिसके बाद प्रशासन द्वारा सुबह 7 बजे शव को उतारकर मरचुरी कक्ष परसवाड़ा लाया गया. इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने सुबह मृतक के ग्राम डोंगरिया में प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम कर दिया. वही इस पूरे घटनाक्रम के लिए लाइनमेन मन्नूलाल खरे को दोषी ठहराते हुए उसकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक के पोस्टमार्टम की सहमति देने की बात कही जा रही थी. हालांकि बैहर एसडीएम गुरुप्रसाद और परसवाड़ा तहसीलदार सुबह मृतक के परिजनों से मिलने आये लेकिन उन्हें भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. एसडीएम ने लोगो को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार ही नही थे. इस दौरान ग्रामीणों का कहना रहा कि इसके पहले भी ऐसी ही घटनाओ पर केवल आस्वाशन ही दिया गया और पीड़ित परिवार आज भी इंसाफ की गुहार लगा रहा है. परिजनों सहित ग्रामीणों का कहना रहा कि दोषी लाइनमेन की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी की मांग पर लिखित आश्वासन दिया जाये. यह पूरा घटनाक्रम के घंटो चलता रहा, जिसके बाद कलेक्टर दीपक आर्य एवं एसपी अभिषेक तिवारी मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे जिनके द्वारा परिजन एवं ग्रामीणों को समझाइश देते हुए मामले की जांचकर दोषी के ऊपर उचित कार्यवाही करने की बात कही गई. साथ ही मृतक के परिवार को 50 हजार का चेक एवं 8 लाख रुपए सहायता दिलाने और एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही गई. जिसके बाद शासन की बात मानते हुए परिजनों ने पोस्टमार्टम की सहमति दी. तब जाकर मृतक का पोस्टमार्टम कर लाश को परिजनों को सौंपा गया. वही गृहग्राम डोंगरिया में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.
इस दौरान उपस्थित जनसमुदाय का आरोप था कि दिनेश पटले की मौत विद्युत विभाग के कर्मचारी मन्नूलाल खरे की लापरवाही के चलते हुई है, इस घटना के पूर्व भी विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते पांच बार हादसे हो चुके है, जिसमे तीन लोगों की जान जा चुकी है, और दो किसी तरह बच गये, जिन्हें शासन प्रशासन के द्वारा आश्वासन ही मिला आज तक किसी प्रकार की सहायता प्रदान नही की गई.
गौरतलब हो कि पूर्व में भी इसी लाइनमेन की लापरवाही के चलते एक और हादसा हो चुका है. जिस मामले में भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है, यही नहीं बल्कि लाईनमेन मन्नूलाल खरे का परसवाड़ा से पूर्व में 2 बार ट्रांसफर भी हो चुका है, किन्तु उसके बाद भी यह यही पर पदस्थ है. जिसके द्वारा भी बिजली के नाम पर अवैध वसूली का मामला भी कई बार सामने आया है, लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही के बजाय मुख्यालय पर इसकी मौजूदगी साबित करती है कि राजनेताओं की दयादृष्टि या उच्चाधिकारियो के संरक्षण से परसवाड़ा में लाईनमेन अब तक नहीं हट सका है.
विद्युत विभाग की लापरवाही से विद्युत सहकर्मी ग्राम डोंगरिया निवासी दिनेश पटेल की 11 केवी विद्युत लाइन की चपेट में आने से हुई दर्दनाक मौत के चलते 28 मार्च को शाम से परसवाड़ा क्षेत्र में विद्युत सप्लाई बंद कर दी गई थी. जिससे आमजन को होली पर्व पर परेशानियों का सामना करते हुए 24 घंटे बगैर बिजली के रहना पड़ा. जिसके बाद 29 मार्च को शाम 5 बजे मृतक के पोस्टमार्टम के पश्चात किसी तरह विद्युत सप्लाई बहाल की गई.
विद्युत विभाग की लापरवाही से विद्युत सहकर्मी की 11 केवी विद्युत लाइन के चपेट में आने से हुई दर्दनाक मौत के चलते क्षेत्र के आमजन मानस में भारी आक्रोश देखने को मिला वही परिजनों के इस दुख की घड़ी में जिला कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी, एसडीएम गुरु प्रसाद, सीईओ जयदेव शर्मा, तहसीलदार नितिन चौधरी, एसडीओपी अपूर्व भलावी, पूर्व विधायक मधु भगत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक मंडलेकर, समाजसेवी रामेश्वर कटरे, योगेश शरणागत, जितेन्द्र पटले, रम्मू धानेश्वर, शिवानी तिल्लासी, अशोक कटरे, कांति रहांगडाले, तामेश्वर पटले, पीतम बोपचे, टीकम रहांगडाले, सरपंच रीता नरेन्द्र उईके सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
प्रशासन ने दी 50 हजार रुपये की सहायता, लाईनमेन निलंबित
28 मार्च की रात्रि में परसवाड़ा तहसील के ग्राम डोंगरिया के लच्छी टोला में लाईन सुधारने के लिए बिजली के खंबे पर चढ़े युवक दिनेश पटले की करेंट लगने से मृत्यु हो गई है. इस घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, बैहर एसडीएम गुरूप्रसाद, एसडीओपी अपूर्व भलावी एवं तहसीलदार कुमार चौधरी मौके पर पहुंचे एवं मृतक के परिजनों को समझाकर मृतक का पोस्ट मार्टम करवाया गया.
कलेक्टर आर्य ने मृतक के परिवार को तत्काल 50 हजार रुपये की राशि रेडक्रास से प्रदान की और संबल योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत द्वारा 05 हजार रुपये की अंत्येष्टि सहायता के लिए प्रदान किये गये. कलेक्टर आर्य ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि संबल योजना के अंतर्गत मृतक के परिवार को सभी लाभ दिलाये जायेंगें. इस दुघर्टना के होने में लाईनमेन मन्नूलाल खरे की घोर लापरवाही पायी गई. इस पर मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड बैहर के कार्यपालन अभियंता ने लाईनमेन मन्नूलाल खरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उसका मुख्यालय वितरण केन्द्र बैहर निर्धारित किया गया है.
27 मार्च की रात्री में जिस समय बिजली चली गई थी उस समय युवक दिनेश पटले बिजली के खंबे पर लाईन सुधारने के लिए चढ़ा था, तभी अचानक बिजली आ गई और जिसके कारण करेंट लगने से दिनेश पटले की मौके पर ही मृत्यु हो गई. इस पूरे घटनाक्रम में लाईनमेन मन्नूलाल खरे की घोर लापरवाही पायी गई है.