बालाघाट. जिला थोक सब्जी विक्रेता संघ अध्यक्ष एवं युवा सामाजिक नेता राकेश सेवईवार ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान आम लोगों को घर में रहकर सब्जी पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई है. जिसकी शुरूआत आज 13 मई को उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और योग गुरू श्री श्री रविशंकर जी के जन्मदिन से की. इस अनूठी पहल के शुभारंभ पर ही लगभग एक दर्जन से ज्यादा गरीब परिवारों की थाली तक सब्जियों की 10 किलोग्राम की किट निःशुल्क पहुंचाई गई. साथ ही उन्होंने गरीब जरूतरमंदों को सब्जी के लिए अपना मोबाईल नंबर 9406768001 भी जारी किया है, ताकि गरीब परिवार कोरोना कर्फ्यू का पालन करते हुए घर पहुंच सब्जी सेवा का लाभ उठा सकें. इसमंे सब्जियों के अलावा सब्जी बनाने उपयोग की जाने वाली सभी सामग्री की एक किट तैयार की गई है. जिसका अनुमानित वजन लगभग 10 किलो है. जिसके लिए उन्होंने कुछ बेरोजगार युवाओं को इस काम पर लगाकर रोजगार भी प्रदान किया है.
कोरोना संक्रमण के कारण लगाये गये कर्फ्यू से रोजगार और काम धंधे बन होने से आम गरीब वर्ग और मध्यम वर्ग की आर्थिक हालत खराब है, सक्षम लोग तो सब्जियों का स्वाद ले पा रहे है लेकिन आज भी गरीब परिवारों की थाली से सब्जियां गायब हो गई है. जिसे देखते हुए थोक एवं चिल्लर सब्जी विक्रेता संघ जिलाध्यक्ष राकेश सेवईवार ने गरीब परिवारों की थाली तक सब्जियों का स्वाद पहुंचाने सेवा भाव से निःशुल्क सब्जी सेवा की शुरूआत की है. ताकि आम गरीब को निःशुल्क सब्जियां मिल से, जिससे उसकी थाली से उसे सब्जी का स्वाद मिल सकें.
जिलाध्यक्ष राकेश सेवईवार ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के कारण हमारे गरीब परिवारों का काम धंधे बंद है, ऐसे में जहां सरकार उन्हें राशन प्रदाय कर उनकी मदद कर रही है तो हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम सरकार के साथ्ज्ञ सहयोग कर गरीबों की मदद के लिए आगे आये. गरीबों तक सब्जी प्रदाय करने की सोच को लेकर ही उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और योग गुरू श्री श्री रविशंकर जी के जन्मदिन से इस सेवा को प्रारंभ किया है ताकि गरीब परिवारों को सब्जी का स्वाद मिल सके. जिसके लिए वह गरीब परिवारों के घर तक निःशुल्क सब्जी पहुंच सेवा दे रहे है. उन्होंने बताया कि इसके लिए एक मोबाईल नंबर जारी कियाव गया है. जिस नंबर पर कोई भी जरूरतमंद गरीब परिवार प्रातः 8 से 10 बजे के बीच फोन कर सब्जी सेवा का लाभ ले सकता है. 13 मई को गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी के जन्मदिन से प्रारंभ किये गये निःशुल्क सब्जी वितरण कार्यक्रम का अच्छा प्रतिसाद भी उन्हें मिला और लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने इस सेवा का लाभ दिया. उन्होंने बताया कि इस प्रयास का मकसद धन कमाना नहीं बल्कि सेवाभाव है. जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोग घर पर रहे और कोरोना कर्फ्यू का पालन करें. उन्होंने बताया कि इस सेवा के माध्यम से कुछ युवाओं को घर पहुंच सब्जी सेवा के लिए नियुक्त कर उन्हें रोजगार दिया गया है.