बालाघाट. जीएसटी से बचने करोड़ो रूपये के पटाखे को कच्चे बिल में बिकवा दिया, लेकिन स्टॉक और विक्रय में जीएसटी की टीम से वह बच नहीं सके. बालाघाट में विगत 26 अक्टूबर को स्टेट जबलपुर की जीएसटी टीम ने जिले के प्रसिद्ध फटाखा एंड फटाखा वालों की लीगल फर्म बालाघाट की शैफी सेवा आश्रम एंड बारूदवाला एंड कटंगी में कमर अली, युसुफ अली फर्म पर जीएसटी जबलपुर की दो अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापामार कार्यवाही की थी. जिसमें छापामार कार्यवाही के बाद से लगातार बालाघाट और कटंगी में स्टेट जीएसटी की बालाघाट में असिस्टेंट कमिश्नर मनीष जैन और कटंगी में रविन्द्र सनोडिया के नेतृत्व में लगभग 8-8 सदस्यीय टीम ने स्टॉक वेल्युवेशन, दस्तावेज सहित संपूर्ण जांच की. जिसमें शैफी सेवा आश्रम एंड बारूदवाला (फटाखा एंड फटाखा) फर्म की जांच पूर्ण हो गई है. जिसमंे जीएसटी की बड़ी चोरी पकड़ी गई है. जिसके ऐवज में जीएसटी डिपार्टमेंट ने फर्म संचालक से साढ़े 18 लाख रूपये की राशि जीएसटी टेक्स और पेनाल्टी के रूप में जमा कराई है.
जबलपुर जीएसटी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट कमिश्नर मनीष जैन ने बताया कि विगत दिनों बालाघाट के शैफी सेवा आश्रम एंड बारूदवाला के यहां दबिश देकर जीएसटी की जांच की गई. जिसमें फर्म से साढ़े 18 लाख रूपये जीएसटी टैक्स एवं पेनाल्टी के रूप में जमा कराए है. बालाघाट में की गई इस कार्यवाही में असिस्टेंट कमिश्नर ब्रजेन्द्रसिंह मरावी, निरीक्षक प्रदीप घनघोरिया, ज्ञानचंद गुप्ता, कराधान सहायक श्री भारद्वाज सहित अन्य सदस्य शामिल थे.
जबकि कटंगी के शैफी सेवा आश्रम एंड बारूदवाला की सहयोगी कटंगी स्थित कमर अली एवं युसुफ अली की फर्म में असिस्टेंट कमिश्नर रविन्द्र सनोड़िया के नेतृत्व में टीम एसटीओ अनूपसिंह भदौरिया, निरीक्षक विनोदसिंह, विवेक श्रीवास्तव, अनुराग शर्मा, प्रमिला नरवेती सहित अन्य सदस्यों ने दोनो दिनो स्टॉक और दस्तावेज की जांच की. यहां भी बड़ी राशि की जीएसटी चोरी पकड़ी गई. जिसमें टीम ने यहां 13 लाख 54 हजार रूपए सरेंडर करवाए है. फिलहाल दोनो ही जगह की जांच पूर्ण कर जीएसटी की टीम ने जीएसटी चोरी मामले में टेक्स और पेनाल्टी के रूप में फर्म संचालक से राशि सरेंडर करवा दी है.