सोशल मीडिया पर मानसिक प्रताड़ना की पोस्ट करने के मामले में वैभव और मिलिंद पर मामला दर्ज,भाजपा युवा नेत्री मौसम हरिनखेड़े ने की शिकायत, वैभव को पकड़ने गई पुलिस ने ली घर की तलाशी

बालाघाट. सोशल मीडिया जहां काफी उपयोगी साबित हुआ है, वहीं इसका गलत उपयोग भी होना लगे है. सोशल मीडिया में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर अब लोग बेजा फायदा उठा रहे है, बिना तथ्यों के जाने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बदनाम और मानसिक प्रताड़ना और भ्रामक जानकारी देने का काम कर रहे है, आलम यह है कि सोशल मीडिया व्हाट्सग्रुप और फेसबुक का लोग दूसरो को नीचा दिखाने और अपनी भड़ास निकलने में उपयोग कर रहे है, जबकि वह यह नहीं जानते कि इससे किसी के दिल को कितनी ठेस और कितनी मानसिक प्रताड़ना होगी. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डाली जाने वाली भ्रामक और दूसरों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने वाली पोस्ट को लेकर कानून बनाये जाने की मांग होने लगी है. हालांकि इसके बाद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर विराम लगाने जैसी बात हो जायेगी, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ कानून सख्त प्रावधान किये जाने की आवश्यकता अब महसुस होने लगी है.

गत दिवस सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन को जन्मदिन पर उनके सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक में गाली लिखकर पोस्ट करने वाले अविरलसिंह राठौर पर मामला दर्ज होने की खबर भी अभी ठंडी नहीं पड़ी थी कि भाजपा युवा नेत्री ने सोशल मीडिया फेसबुक और पर्सनल व्हाट्सअप पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने की शिकायत कोतवाली में की है, जिसकी शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने नामजद जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन और युवक मिलिंद बिसेन के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 294,509 के तहत अपराध दर्ज किया है. जिसके बाद कोतवाली पुलिस जनपद सदस्य वैभवसिंह बिसेन को पकड़ने गई पुलिस ने उनके घर की तलाशी ली, हालांकि वैभव उन्हें घर पर नहीं मिला. जबकि पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मामले में दूसरे युवक मिलिंद को पुलिस ने बैहर से गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि थाना प्रभारी मंशाराम रोमड़े ने इससे इंकार किया है, हालांकि उन्होंने बताया कि एक टीम बैहर भी मिलिंद बिसेन के तलाश में टीम गई हुई है. बहरहाल एक के बाद एक लगातार दो मामले सोशल मीडिया में अभद्र भाषा में किये जा रहे कमेंट से हो रही मानसिक प्रताड़ना को लेकर सामने आने से जिले में सोशल मीडिया के हो रहे दुरूपयोग की घटना को बयां करते है.  

भाजपा युवा नेत्री इंजी. मौसम हरिनखेड़े ने बताया बहुत दिनों से सोशल मीडिया पर गलत तरीके से जबरदस्ती मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाली पोस्ट नाम लिखकर की जा रही थी. जिसको लेकर मैंने पुलिस में वैभव बिसेन और मिलिंद बिसेन के खिलाफ शिकायत की है. राजनीति एक तरफ है, मैं किसी परिवार की बेटी और बहू हॅू और सोशल मीडिया में की गई पोस्ट से न केवल मेरे मान-सम्मान बल्कि मुझे मानसिक आघात भी पहुंचा है. अब तक सोशल मीडिया फेसबुक में की जा रही पोस्ट को वह नजर अंदाज कर रही थी किन्तु विगत कुछ दिनों से मिलिंद बिसेन द्वारा लगातार पर्सनल व्हाट्सअप मैसेंजर पर मैसेज किया जा रहा है, मुझे लगता है कि यह किसी षडयंत्र या प्लानिंग की तरह हो रहा है, यह उकसाने वाले कृत्य है, जिसके चलते मैने अपनी सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस में शिकायत की है. बल्कि मेरा यह मानना है कि मेरी ही नहीं बल्कि भाजपा, कांग्रेस और अन्य किसी के खिलाफ सोशल मीडिया पर की जाने वाली अभद्र, नीचा दिखाने वाली या मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाली पोस्ट के खिलाफ सख्त कानून भी बने और कार्यवाही भी हो.

भाजपा युवा नेत्री मौसम हरिनखेड़े की शिकायत पर वैभवसिंह बिसेन पर दर्ज अपराध में उन्हें पकड़ने गई कोतवाली पुलिस द्वारा घर में तलाशी लिये जाने पर युवा इंका नेता विशाल बिसेन ने सवाल खड़े किये है. युवा इंका नेता विशाल बिसेन का कहना है कि बिना सर्च वारंट के पुलिस ने घर की तलाशी ली. जिस पर पूछे जाने पर एक सादा कागज पुलिस ने हमें दिया है. जबकि अधिकारिक सर्च वारंट नहीं था और जो अपराध पुलिस ने दर्ज किया है, वह जमानती अपराध है, बावजूद इसके जिस तरह से पुलिस ने घर में तलाशी ली, उससे प्रतित होता है कि पुलिस किसी के दबाव में और किसी बड़े मामले में अपराधी की गिरफ्तारी की तरह कार्यवाही कर रही थी. जबकि हाईकोर्ट ने भी कार्यवाही को लेकर दिशा निर्देश जारी किये है. जिसमें गंभीर मामलो को छोड़कर अन्य मामले में सावधानीपूर्वक कार्यवाही करने कहा है. उन्होंने कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी का हनन ही नहीं बल्कि लोकतंत्र की हत्या है. पुलिस किसी निजी कर्मचारी की तरह कार्य करते नजर आ रही है.  


इनका कहना है

सोशल मीडिया में अपमानजनक टिप्पणी को लेकर की गई शिकायत पर वैभवसिंह बिसेन और मिलिंद बिसेन के खिलाफ विवेचना में लिया गया है. जिसको लेकर आज वैभवसिंह की तलाश में उनके घर गये थे. पुलिस को यह अधिकार है कि जब उसे विश्वास हो कि आरोपी घर में छिपा हो तो वह बिना सर्च वारंट की तलाशी ले सकती है. तलाशी के दौरान पूरे नियम कायदो का पालन किया गया है, महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी. जिसका पंचनामा बनाकर गवाह के दस्तखत लिये गये है और भाई विशाल बिसेन को कागजी जानकारी प्रदान की गई है. अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

मंशाराम रोमड़े, थाना प्रभारी, कोतवाली थाना


Web Title : VAIBHAV AND MILIND BOOKED FOR POSTING MENTAL HARASSMENT ON SOCIAL MEDIA, BJP YOUTH LEADER MAUSAM HARINKHEDE COMPLAINS, POLICE SEARCH HOUSE TO NAB VAIBHAV