विधायक जायसवाल पर आरोपो की क्या है सच्चाई, मेरी प्रतिष्ठा धूमिल करने का प्रयास-जायसवाल, मेरे साथ की गई मारपीट, जातिगत रूप से किया अपमानित-युगल

बालाघाट. बीती रात वारासिवनी क्षेत्र में जसवंत पटले के गेस्ट हाउस के पास हुई घटना के बाद खनिज निगम अध्यक्ष और विधायक वारासिवनी पर मारपीट और जातिगत रूप से अपमानित करने की सच्चाई क्या है? यह तो जांच के बाद ही सामने आयेगा, लेकिन विधायक प्रदीप जायसवाल ने इसे घटिया राजनीतिक करार देते हुए छवि को धूमिल करने का प्रयास बताया है.  

जबकि दूसरी ओर सेना में तैनात जवान युगलकिशोर ठाकरे ने विधायक प्रदीप जायसवाल पर मारपीट करने और पंवार जाति का नाम लेकर जातिगत रूप से अपमानित करने का आरोप लगाया है. इस मामले के बाद पंवार समाज के लोगों ने मीटिंग आहूत कर वारासिवनी पुलिस को खनिज निगम अध्यक्ष एवं विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ सेना के जवान के साथ मारपीट करने एवं पंवार जाति को लेकर जातिगत रूप से अपमानित किये जाने के मामले में अपराध दर्ज करने की मांग को लेकर एक शिकायती पत्र वारासिवनी थाना प्रभारी कैलाश सोलंकी को सौंपा है. जिसमें थाना प्रभारी कैलाश सोलंकी ने कहा कि मामले की जांच की जायेगी और जांच के बाद वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.  

विधायक प्रदीप जायसवाल पर आरोप लगा रहे सेना के जवान युगलकिशोर ठाकरे ने बताया कि बीते 29 नवंबर की रात वह भोजन करने के बाद रात लगभग 9 से 9. 30 बजे के बीच वह टहलने निकले थे. इस दौरान उन्होंने देखा कि जसवंत पटले के गेस्ट हाउस के पास बिना फॉलो और सुरक्षागार्ड के साथ चार लोगों के साथ खड़े थे. चूंकि विधायक जायसवाल से परिचित होने के कारण वह चर्चा करने पहुंचे तो एकाएक विधायक जायसवाल आक्रोशित हो उठे और मारपीट की और मुझे पंवार जाति को लेकर मुझे जातिगत अपमानित करने लगे और जान से मारने की धमकी दी.

जबकि दूसरी ओर इस मामले को लेकर विधायक प्रदीप जायसवाल का कहना है कि पंवार समाज की बैठक के नाम पर उनके विपक्षी भाजपा, कांग्रेस के लोगो ने बैठक की थी. जबकि पंवार समाज के अध्यक्ष और पदाधिकारी बैठक में शामिल नहीं थे और पंवार समाज को लेकर उन पर लगाया गया यह आरोप कोई नया नहीं है, यह तीसरी घटना है, जबकि उस रात वह अपने सुरक्षागार्ड और कार्यकर्ताओं के साथ थे. जहां तीन लोग नशे की हालत में आये थे मेरी गाड़ी के सामने खड़े हो गये, जो कि समझाने पर भी नहीं समझ रहे थे बल्कि रास्ता अवरोध कर रहे थे. जो नशे के कारण ढंग से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. ऐसी स्थिति में यदि कोई मुझ पर चढ़ रहा हो तो सुरक्षा गार्ड ने सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें अलग किया. जो मेरी बराबरी नहीं कर पा रहे है वह साजिश के तहत पंवार समाज के नाम पर बदनाम करने का आरोप लगा रहे है. जबकि मैने कितने पंवार समाज के लोगों को नेता बनाया, यह सब जानते है. फिर मैं क्यो समाज को गाली दूंगा. उन्होंने कहा कि जो लोग मारपीट का आरोप लगा रहे है उनका चरित्र देखा जायें. आखिर वह कितने नशे में थे और वे वहां क्या कर रहे थे. मामुली बात को तिल का ताड़ बनाकर घटिया राजनीति की जा रही है, जो विपक्षियों की घिसियाहट का प्रदर्शित करती है. मैं इसकी कठोर निंदा करता हूॅं. रही बात फालो वाहन की तो यह सभी को पता है कि शहर में कहीं भी जाते समय वह फॉलो वाहन लेकर नहीं जाते है और लंबे समय तक मेरे साथ फॉलो वाहन के साथ कर्मियों के रहने से उनके आराम की दृष्टि से शहर में घूमने के दौरान उन्हें बुलाना उचित नहीं समझता और कभी-कभी मुख्यालय से फॉलो वाहन के आने पर देरी भी हो जाती है.  

इस घटना में शराब के नशे में आये लोगों को मेरे द्वारा काफी समझाया गया कि कल बात करेंगे अभी वह नशे में है घर जाये, लेकिन वह गाड़ी के सामने से हटने का नाम नहीं ले रहे थे. जिससे मेरे सुरक्षागार्ड ने उन्हें हटाया, जिसके बाद जसवंत पटले को बुलाकर उक्त तीनो लोगों को घर भिजवाने की बात भी कही, लेकिन बाद में मुझे पता चला कि मुझ पर मारपीट और पंवार जाति को अपमानित करने का आरोप लगाया जा रहा है, जो मेरी छवि को दाग लगाने का प्रयास है. पंवार समाज के नाम पर भाजपा-कांग्रेस के लोगों ने बैठक की और मुझ पर झूठा और मनगढं़त आरोप लगाया.  


Web Title : WHAT IS THE TRUTH OF ALLEGATIONS AGAINST MLA JAISWAL, ATTEMPT TO TARNISH MY REPUTATION JAISWAL, ASSAULT ON ME, RACIALLY HUMILIATED COUPLE