आदिवासी के हक मारने वाली सहायक प्राध्यापक पर कब होगी कार्यवाही?, शिकायत के बाद उच्चशिक्षा विभाग ने दिया जांच का आदेश

वारासिवनी. शासकीय एसएसपी महाविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक श्रीमती तृप्ति सोमावार( सोनबे) का फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से नौकरी पाने का मामला तूल पकड़ते जा रहा हैं और अब एक शिकायत के बाद शासन द्वारा श्रीमती सोनबे के विरुद्ध जांच के आदेश जारी किये गए हैं और महाविद्यालय के प्राचार्य को इस प्रकरण में विस्तृत जांचकर विभाग को जल्द जांच रिपोर्ट भेजने का फरमान सुनाया गया है.

महाविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक श्रीमती तृप्ति सोमावार द्वारा फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से महाविद्यालय में नौकरी प्राप्त करने का आरोप है. जिसकी जानकारी शिकायतकर्ता सुरेश कुर्वे द्वारा आरटीआई से प्राप्त कर श्रीमती तृप्ति सोमावार(सोनबे) के विरुद्ध तमाम जानकरियां जुटाकर उनके द्वारा सबूतों सहित उच्चशिक्षा विभाग सहित तमाम संबंधित विभागों को शिकायत कर सहायक प्राध्यापक के विरुद्ध कार्यवाही कर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग पत्र लिखकर की गई थी. जिसके बाद विभाग ने महाविद्यालय के प्राचार्य को पत्र लिखकर सहायक प्राध्यापक तृप्ति सोमावार(सोनबे)के विरुद्ध हुई शिकायत की तत्काल जांच कर उन्हें शीघ्र जाँच रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है.

दरअसल सहायक प्राध्यापक श्रीमती तृप्ति सोमावार(सोनबे)की पदस्थापना वारासिवनी के शासकीय एसएसपी महाविद्यालय में 2009-10 में हुई थी. पदस्थापना के पूर्व उन्होंने विभाग को जो दस्तावेज उपलब्ध करवाए गए थे. उसमें उन्होंने बैहर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के कार्यालय से अपने पति आर. एन. सोनबे प्राचार्य शासकीय पालीटेक्निक कालेज बालाघाट के माध्यम से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र बनाकर विभाग को गुमराह कर नौकरी प्राप्त कर वर्तमान तक शासकीय सेवा का लाभ प्राप्त कर रही हैं. जबकि वास्तविकता में सहायक प्राध्यापक तृप्ति सोमावार के प्राथमिक स्कूल गजानंद सारथी राजेंद्र नगर बिलासपुर में जब अध्यनरत थी जहां से उनके द्वारा पढ़ाई कर पंडित देवकीनंदन नगर निगम कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर में कक्षा 11 वीं की पढ़ाई पूरी की थी. जिसके दाखिल खारिज दस्तावेज में तेलगु जाति का उल्लेख हैं. वहीं कक्षा 11 के शाला स्थानांतरण प्रमाणपत्र में भी तेलगु जाति का उल्लेख किया गया हैं. जिसके बाद तृप्ति सोमावार द्वारा मप्र लोकसेवा आयोग की भर्ती में आवेदन किया गया था. जिसमें बालाघाट जिले के बैहर तहसील के कुमनगांव से स्थाई जाति प्रमाण पत्र अनुसूचित जनजाति का फर्जी तरीके से बनाकर नौकरी प्राप्त करने का आरोप शिकायतकर्ता ने लगाया है. शिकायतकर्ता ने बताया कि तृप्ति सोमावार ने अपने पति के साथ मिलकर शासन को गुमराह कर अवैधानिक तरीके से झूठे प्रमाणपत्रों के आधार पर जाति प्रमाणपत्र प्राप्त कर शासकीय सेवा प्राप्त की हैं.

शिकायतकर्ता सुरेश कुर्वे ने बताया कि श्रीमती तृप्ति सोमावार ने आर. एन. सोनबे के सहयोग से शासन को गुमराह कर फर्जी जाति प्रमाणपत्र प्राप्त कर सहायक प्राध्यापक जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति प्राप्त कर शासन से वेतन सहित अन्य कई तरह की सुविधाओं का उपभोग कर रही हैं.

जिसके समस्त साक्ष्य शिकायतकर्ता ने विभाग को उपलब्ध कराकर सहायक प्राध्यापक श्रीमती तृप्ति सोमावार(सोनबे)और उनके पति आर. एन. सोनबे के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग एवं स्थानीय थाने में शिकायत की है. जिसके बाद विभाग द्वारा सहायक प्राध्यापक श्रीमती सोमावार(सोनबे)के विरुद्ध शिकायत पर जांच करने के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य को आदेशित किया गया था. जिस पर उन्होंने संपूर्ण जांच कर सक्षम अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी हैं.

इनका कहना हैं

विभाग से जांच के लिए पत्र आया था. हमारे द्वारा जांच कर विभाग को भेज दिया गया हैं. पूरी जानकारी आप उच्चाधिकारियों से ले सकते हैं.

डॉ. पी. के. श्रीवास्तव, प्राचार्य शा. महाविद्यालय वारासिवनी


Web Title : WHEN WILL ACTION BE TAKEN AGAINST ASSISTANT PROFESSOR WHO KILLED TRIBAL RIGHTS?, HIGHER EDUCATION DEPARTMENT ORDERED INQUIRY AFTER COMPLAINT