तालाब में अतिक्रमण के नाम से बिना अनुमति काट दिए सैकड़ो पेड़-नगपुरे, पूर्व जनपद अध्यक्ष ने विधायक पटेल और पूर्व विधायक पर लगाया राजनीतिक वैमनस्यता से काम करने का आरोप

बालाघाट. जिले के वारासिवनी में जनप्रतिनिधि बदलते ही एक राजनीतिक द्वंद शुरू हो गया है. बीते दिनों झाड़गांव में पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे के तालाब में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही हुई तो 30 जनवरी को इस पर पलटवार भी शुरू हो गया. पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष ने तालाब में अतिक्रमण के नाम पर बिना अनुमति के सैकड़ो पेड़ो को काट दिए जाने की बात कहकर इस मामले की राजस्व, वन एवं पुलिस विभाग में शिकायत कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है. यही नहीं बल्कि पूर्व जनपद अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे ने वर्तमान विधायक विवेक पटेल और पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल पर राजनीतिक वैमनस्यता के तहत काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनो ही नेताद्वय, कार्यवाही के दौरान उपस्थित थे.

29 जनवरी को झाडगांव में तालाब से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही पटवारी और पंचायत द्वारा की गई. जिसमें बुलडोजर से अतिक्रमण को हटाया गया. जिसको लेकर पूर्व जप अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे ने तालाब से अतिक्रमण हटाने के नाम पर यहां लगे सागौन, खमेर, बांस सहित अन्य प्रजाति के सैकडो पेड़ो की बिना कटाई किए जाने का आरोप लगाया है.  उन्होंने कहा कि झाडगांव में उनके खानदानी तालाब में गत दिवस अतिक्रमण हटाने के नाम पर पार सहित अन्य जगहो पर लगे ईमारती पेड सागौन के करीब 200 पेड, खमेर केे लगभग 100 पेड सहित अन्य प्रजाति के पेड की कटाई कर दी गई. जबकि उस समय वह या उनके परिवार का कोई सदस्य वहा उपस्थित नही था.

श्री नगपुरे ने बताया की उनके परिवार की ओर से यह तालाब 1977 में खरीदा गया था. जिसका नवीनीकरण भी किया गया. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समय जब 7 करोड़ पौधे लगाए गये थे. तब वन विभाग ने उनके तालाब मे भी 2000 पौधे लाकर दिये थे. जिसका पौधारोपण कर इसका वीडियो बालाघाट की टीम द्वारा बनाया गया था. लेकिन पंचायत ने अतिक्रमण के नाम पर तालाब के वृक्षो को ही काटने का कार्य किया है. जबकि अतिक्रमण का मामला अभी भी सिविल एवं अनुविभागीय दंडाधिकारी के समक्ष चल ही रहा है.  

श्री नगपुरे ने आरोप लगाया कि पेडो की अवैध कटाई करने का कार्य सरंपच भाग्यश्री पवन चिखले, सरपंच प्रतिनिधी पवन चिखले सहित अन्य लोगो के द्वारा किया गया था. उनसे लिखित आदेश तक दिखाने की मांग की गई किंतू आदेश उन्होंने नही दिखाया और कटाई का कार्य शुरू ही रखा. हमने त्वरित में नायाब तहसीलदार को जानकारी देकर अनुमति के विषय में पूछा तो उन्होने कहा कि इस तरह की अनुमति हमारे द्वारा नही दी गई है. हमारी मांग है कि अधिकारियो सहित वन विभाग की बगैर अनुमति के इतने पेड काट दिये गये है, तो इसकी तुंरत जांच होनी चाहिये और दोषियो को कडा दंड मिलना चाहिये. उन्होने बताया कि इस मामले में हमने जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी रामपायली अनुविभागीय अधिकारी वारासिवनी, मुख्य वन संरक्षक बालाघाट शिकायत की है.

पूर्व जनपद अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे आरोप लगाया कि अतिक्रमण के नाम पर बिना अनुमति पेडो की अवैध कटाई तो विधायक विवेक पटेल और  पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि पच्चीस साल की राजनीति में ऐसा कभी नहीं दिखा. जिसके कारण अब भय एवं डर का माहौल तक निर्मित होने लगा है.  श्री नगपुरे के अनुसार यह तालाब की जमीन उनकी पुश्तैनी है. अगर वह इस पर कोई नवनिर्माण करते तो अतिक्रमण कहलाता है. यह पूरी कार्यवाही राजनैतिक वैमनस्यता से की गई है. हमारी शासन प्रशासन से मांग है कि हमारी लगभग 6 एकड जमीन का हमे सीमांकन कराकर न्याय दिलवाये.  

इनका कहना है

हमें शिकायत मिली है. वहां पर वृक्ष अगर काटे गये है तो इस संबंध मे जांच कराई जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी. साथ ही पटवारी से जांच करवाकर अगर वृक्ष पाये जाते है तो उसे वन विभाग के सुपुर्द किया जाएगा.

श्रीमती कामिनी ठाकुर, एसडीएम, वारासिवनी


Web Title : HUNDREDS OF TREES CUT IN THE NAME OF ENCROACHMENT IN THE POND WITHOUT PERMISSION, FORMER DISTRICT PRESIDENT ACCUSES MLA PATEL AND FORMER MLA OF WORKING WITH POLITICAL ANIMOSITY