योग-ध्यान ने बदल दी जिन्दगी, आर्ट ऑफ लिविंग का हैप्पीनेस एवं सहज समाधि ध्यान योग शिविर से ऊर्जा का नया संचार

बालाघाट. आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम में होने वाली सुदर्शन क्रिया, ध्यान एवं योग ने हमारा नजरिया ही बदल दिया. हमारी जिंदगी बदल गई है. ध्यान एवं सुदर्शन क्रिया से आत्मचित्त होकर कार्य करने का एक नया अनुभव हो रहा है. आज समस्या मुझ पर हावी नहीं है बल्कि मैं समस्या पर हावी हॅू. चित्त को शांत और मन प्रसन्न करने वाले प्रोग्राम ने जीवन में नया बदलाव लाया है, आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस एवं सहज समाधि ध्यान योग शिविर प्रोग्राम में ध्यान की साधना करने वाले सभी साधकों का अपना स्वयं का अनुभव यही था.

गुरूपूर्णिमा के अवसर से आर्ट ऑफ लिविंग का आनंद अनुभूती हैप्पीनेस एवं सहज समाधी ध्यान योग कोर्स प्रारंभ किया गया था. जिसका समापन शनिवार 20 जुलाई कोे किया गया. साधको ने बताया कि इस कोर्स के माध्यम से एकाग्रता में वृद्धि, मजबूत याददाश्त, आत्मविश्वास में बढ़ोतरी, निर्णय लेने की क्षमता में विकास, संबंधों में मधुरता, उच्च कार्य क्षमता और उर्जा, नेतृत्व क्षमता में विकास, परिस्थितियों और व्यक्तियों से निपटने की कुशलता एवं विचारों में स्वच्छता, शारीरिक एवं मानसिक विकास आदि समस्याओं से लड़ने की आत्मशक्ति के लिए हमें विशेष तौर से सुदर्शन क्रिया, ध्यान एवं प्राणायाम भी सिखाया गया जो कि बहुत ही प्रभावी है. शिविर के समापन पर योग शिविर केन्द्र के हॉल में आर्ट ऑफ लिविंग की व्याख्या करते हुए संस्था के प्रशिक्षित प्रमुख संकाय सदस्य और प्रशिक्षक अरविंद बालपाण्डे ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग का उद्देश्य ही हिंसामुक्त और तनावमुक्त जीवन जीने की कला से लोगों को परिचित कराना है. यह संकल्प श्री श्री गुरूदेव रविशंकर जी का है, जिसे आज मिशन के रूप में पूरे विश्व के 155 से भी अधिक देशों में चलाया जा रहा है. और इसके मूल में खुशी और स्वतंत्रता का अनुभव कराना है.

   शिविर के दौरान प्रतिभागियों ने अपने अनुभव बताते हुये कहा कि हमने शिविर के दौरान जहां जीने की कला सीखी वहीं सुदर्शन क्रिया, योग ध्यान, प्राणायाम के साथ ही दैनिक जीवन को कैसे व्यवस्थित करें यह भी सीखा. आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम की ध्यान योग ने हमारा नजरिया ही बदल दिया. हमारी जिंदगी बदल गई है. ध्यान से आत्मचित्त होकर कार्य करने का एक नया अनुभव हो रहा है. साधकों ने तनावग्रस्त जीवन जीने वालों से आव्हान किया है कि जिंदगी को बदलने और स्वयं में बदलाव लाने के लिए वे एक बार आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस कार्यक्रम का हिस्सा बने. अध्यात्म हमारी धरोहर है और हमने यदि इसका प्रयोग कर लिया तो हम अपने जीवन के मूल्यों को पा सकते है. इससे आत्म साक्षात्कार होने से जिंदगी में जिम्मेदारी लेने का अहसास जन्म लेता है. यह व्यक्ति को सामाजिक रूप से अच्छा बनाने के साथ-साथ जीवन को नये नजरिये से देखने की ताकत और सामर्थ्य देता है.


Web Title : YOGA MEDITATION CHANGED LIFE, HAPPYNESS OF ART OF LIVING AND NEW COMMUNICATION OF ENERGY FROM SAHAJA SAMADHI MEDITATION YOGA CAMP